नोएडा में महिलाएं सेफ नहीं हैं. कल रात एक महिला पत्रकार का पीछा कुछ शोहदों ने किया. अनु चौहान नवभारत टाइम्स अखबार में वरिष्ठ पद पर कार्यरत हैं. कमिश्नर प्रणाली से लैस नोएडा में कल रात उन्हें भय और आतंक के माहौल में देर तक गुजरना पड़ा.
अनु चौहान कल रात जब सेक्टर 62 नोएडा से अपनी कार से निकलीं तो अल्टो कार पर सवार दो युवकों ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया.
इन शोहदों ने पत्रकार अनु की कार के आगे अपनी कार निकाल कर दोनों दरवाजे खोल कर तेज गाना बजाते हुए धीमी गति से ड्राइविंग करने लगे. अनु ने सेल काउंटी से रास्ता बदला तो ये कार सवार फिर आगे मिल गए. अनु बताती हैं कि उन्होंने फोन करने की कोशिश की पर फोन लग नहीं रहा था. कार में ही उन्होंने चलते चलते कई बार फोन रिस्टार्ट किया.
आखिरकार जब उन्हें कुछ समझ नहीं आया तो पर्थला चौक पर बीच में अपनी कार रोक दी ताकि पीछे जाम लगेगा तो लोग रुकेंगे. इसके बाद एक तरफ कार खड़ी करके बीस मिनट तक रुकी रहीं. जब उन्हें यह इत्मीनान हो गया कि आगे अब वे युवक नहीं मिलेंगे तो वे फिर से घर के लिए निकलीं. घर वह सवा बारह बजे रात में पहुंचीं.
ज्ञात हो कि ये वही इलाका है जहां कुछ महीने पहले रात में एक मल्टीनेशनल कंपनी के मैनेजर की हत्या कर उनका कार लैपटाप मोबाइल वगैरह छीन लिया गया था.
देखें अनु चौहान द्वारा थाना फेज थ्री में दी गई कंप्लेन-
One comment on “कमिश्नर प्रणाली से लैस नोएडा की सड़कों पर रात में महिला पत्रकार तक सेफ नहीं, देखें विवरण”
यशवंत जी , समाज को जागरूक करना पड़ेगा ।
हम हर बात के लिए system को दोषी नहीं ठहरा सकते ।
जैसा समाज होता है , वैसी ही government आती है ।
यही सत्य है ।
बड़ा मुश्किल काम है? समाज को जागरूक करना ।
क्या है सच में ?