अभिषेक श्रीवास्तव-
मध्य प्रदेश के सीधी में पत्रकारों के उत्पीड़न के केस में एडिटर्स गिल्ड और प्रेस क्लब ने बयान जारी किए हैं और क्लब ने मानवाधिकार आयोग से स्वतः संज्ञान लेने को कहा है। क्लब ने अपने बयान में आकार पटेल का भी केस जोड़ा है। एडिटर्स गिल्ड ने अपने बयान में ओडिशा के बालेश्वर में पत्रकार को अस्पताल के बिस्तर से हथकड़ी से बांधने के प्रकरण को भी दर्ज किया है। इस तरह दो बयान, तीन केस में एक दिन के भीतर आ चुके हैं।
मानवाधिकार आयोग स्वतः संज्ञान ले या न ले, लेकिन डॉक्टर लेनिन ने ओडिशा के मामले में बाकायदे एक औपचारिक शिकायत आयोग को भेज दी है। इस तरह आयोग की अनिवार्यता बन गयी है कि उसे इस मामले को देखना ही होगा।
कुल मिलाकर तीन दिन पहले की क्लब में हुई नाकाम बैठक से बेहतर ये दो दिन रहे जहां कुछ तो हो सका। सबको सलाम रहेगा। सारे कागज़ नीचे लगे हैं। पत्रकार मित्र अपने-अपने पोर्टल पर चाहें तो समग्र खबर ले सकते हैं अब।