अजय कुमार, लखनऊ
लखनऊ। गत दिवस रिश्वत की रकम के लेन-देन को लेकर हुई अफसरों की बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ है, जिससे पुलिस महकमे में हलचल मच गई है। ऑडियो में जिन दो लोगों की बातचीत है, उनमें से एक को आईपीएस लल्लन राय (कमांडेंट, पीएसी इटावा) और दूसरे को डिप्टी एसपी सुरेन्द्र सिंह (वर्तमान में अलीगढ़ में सीओ ट्रैफिक) बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि यह ऑडियो सुरेन्द्र सिंह की इटावा पीएसी में तैनाती के दौरान का (करीब आठ माह पहले) है। इस वायरल ऑडियो की सत्यता की अभी पुष्टि नहीं हुई है। इस मामले में डीजीपी मुख्यालय भी ऐक्शन में है।
उधर, इस मामले में विवाद के बाद सफाई देते हुए लल्लन राय ने कहा कि ऑडियो फेक है। अशोक जादौन नामक सिपाही द्वारा परेशान करने के लिए ऐसा किया गया है। इस मामले में आईजी पश्चिमी जोन अमित चंद्रा जांच कर रहे हैं। उन्होंने कुछ दिन पहले बयान भी दर्ज किए हैं। मेरा नवंबर में रिटायरमेंट है। वहीं सुरेंद्र सिंह ने कहा कि मुझे कमांडेंट लल्लन राय ने एक फाइल पर दस्तखत करने के लिए बोला था। मैं दूसरे जिले में ड्यूटी के लिए जा रहा था। रास्ते से लौटकर साइन किए थे, लेकिन लेन-देन वाली बात गलत है। यह ऑडियो अशोक जादौन ने वायरल किया है।
ज्ञात हो कि हाल ही में अंबेडकरनगर से आया एक वीडियो काफी चर्चा में रहा था। इस वीडियों में दिखाया गया था कि चिलचिलाती धूप और उमस भरी गर्मी में दिन रात मेहनत करने वाले किसानों की जेब पर विद्युत विभाग डाका डाल रहा है। वीडियो देखने से लगता है कि किसान को ट्यूबवेल कनेक्शन देने के लिए जेई ने 50 हजार रुपये घूस में ले लिए थे, लेकिन जेई ने न तो कनेक्शन दिया और न ही पैसा वापस किया। जेई के घूस लेने का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो महकमे में हड़कंप मच गया।
मामला विद्युत वितरण केंद्र भीटी से जुड़ा है। इस केंद्र पर तैनात जेई गयादीन ने परियाए गांव के रहने वाले किसान चन्द्रप्रकाश से विद्युत कनेक्शन देने के नाम पर घूस के रूप में 50 हजार रुपये वसूल लिए लेकिन कनेक्शन नहीं दिया। कनेक्शन न मिलने पर किसान द्वारा पैसे की मांग की गई तो जेई ने पैसा देने से मना कर दिया। जेई द्वारा घूस लेने का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद विद्युत महकमे में हड़कंप मच गया। वहीं सोशल मीडिया पर विडियो सामने आने के बाद विभाग के अधीक्षण अभियंता एके दोहरे ने जेई पर जांच कराकर कार्रवाई की बात कही थी।
इसी प्रकार कुछ समय पूर्व मऊ के एक जेल में ऐशो-आराम की जिंदगी काट रहे एक कैदी का आडियो वायरल हुआ था। उत्तर प्रदेश में जेल प्रशासन की पोल खोल देने वाला इस वीडियो ने जेल प्रशासन के भ्रष्टाचार की पोल खोल दी। आडियो से पता चलता रहा था कि पैसों के बदले जेल में नशे से लेकर खाने-पीने और मोबाइल समेत तमाम एशो-आराम की सुविधाएं मिल रही हैं। जिला जेल प्रशासन के एक कैदी के जरिए पोल खोलते हुए आडियो को वायरल किया गया हैं। कैदी के मुताबिक जेल में जेलर लाल रत्नाकर सिंह और जेल अधीक्षक पर आरोप लगाते हुए उनके जरिए जमकर भ्रष्टाचार किए जाने की बात कही गई थी। आरोप लगाया गया था कि जेल में हीरोइन, गांजे का कारोबार उनके ही कारण पर चल रहा है। यह उदाहरण बानगी भर हैं। ऐसे तमाम वीडियो आते रहते हैं।
लखनऊ से वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार की रिपोर्ट.