औरैया : सहारनपुर में दैनिक जागरण के रिपोर्टर और उनके भाई की हत्या की ख़बर से जनपद के पत्रकारों में शोक व्याप्त हो गया। जिला प्रेस क्लब अध्यक्ष सुनील गुप्ता ने घटना पर कड़ा रोष व्यक्त करते हुए कहा कि पत्रकार और उनके भाई के हत्यारों को तत्काल गिरफ्तार करते हुए उन्हें सख्त सजा दिलाने की कार्रवाई की जानी चाहिए। श्री गुप्ता ने कहा कि इस घटना स्पष्ट हो गया है कि अपराधियों में पुलिस का भय समाप्त हो गया है।
अध्यक्ष श्री गुप्ता ने कहा कि अब सरकार को पत्रकारों की सुरक्षा के लिए ठोस कानून बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार मृत पत्रकारों के परिजनों को 50-50 लाख रुपये आर्थिक सहायता और बेसहारा हो चुकी मृत पत्रकार आशीष की गर्भवती पत्नी को सरकारी नौकरी उपलब्ध कराए। जिला प्रेस क्लब के संरक्षक सुरेश मिश्र ने कहा कि हत्यारों ने पत्रकार आशीष की पत्नी की गर्भ में पल रहे शिशु के सिर से पिता का साया छीन लिया है। दुनिया में आने के बाद उस शिशु को पिता के दर्शन भी नहीं हो पाएंगे।
क्रूर हत्यारों ने आशीष की बूढ़ी मां और गर्भवती पत्नी पर भी दया नहीं की। उन्होंने इसे क्रूरतम अपराध बताते हुए कहा कि पुलिसिया कार्रवाई इतनी ठोस होनी चाहिए जिससे अदालत आरोपियों को मृत्यु दंड की सजा दे सके। अध्यक्ष श्री गुप्ता ने प्रदेश के सभी पत्रकारों की सुरक्षा को देखते हुए प्राथमिकता के आधार पर असलहे का लाइसेंस देने की भी सरकार से मांग की है।
सहारनपुर में पत्रकार और उसके भाई की गोली मार कर हत्या के बाद प्रेस क्लब इटावा ने प्रदेश भर के पत्रकारो की सुरक्षा की मांग की
इटावा । प्रेस क्लब इटावा ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में दैनिक जागरण के वरिष्ठ पत्रकार आशीष व उनके भाई की गोली मारकर हत्या पर की कड़ी निंदा की है। इस दोहरे हत्याकांड के बाद प्रेस क्लब इटावा की आपात बैठक मे प्रदेश भर के पत्रकारों की सुरक्षा की मांग भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्य के डीजीपी ने की गई है।
प्रेस क्लब के अध्यक्ष दिनेश शाक्य और महामंत्री विशुन कुमार ने एक प्रेस विज्ञिप्त मे बताया कि सहारनपुर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत माधवनगर निवासी दैनिक जागरण के पत्रकार आशीष और उसके भाई आशुतोष की कूड़ा डालने के विवाद को लेकर के पड़ोसी महिपाल और उसके बेटो ने गोली मार कर हत्या कर दी है। इस दोहरे हत्याकांड से पत्रकारो की सुरक्षा करने के राज्य पुलिस के दावे साफ तौर पर खुल गये है । उन्होने कहा कि राज्य पुलिस लगातार पत्रकारो को सुरक्षा देने की बात करती है लेकिन सहारनपुर की घटना ने इस बात की कलई खोल दी है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में पत्रकार और उसके भाई की हत्या के मामले को गंभीरता से लेते हुए परिजनों को 5 लाख की आर्थिक सहायता और आवास देने का ऐलान करते हुए हत्यारो को तत्काल गिरफ्तार करने के निर्देश पुलिस अफसरो को दिये है लेकिन प्रेस क्लब इटावा ने 5 लाख की सहायता को नाकाफी बताते हुए मुख्यमंत्री से आर्थिक सहायता पर पुनर्विचार करते हुए 25 लाख की सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया है।
प्रेस क्लब इटावा की ओर से भावभीनी देते हुए हत्यारो की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष वीरेश मिश्रा, महेंद्र सिंह चौहान, सोहम प्रकाश, महाराज सिंह भदौरिया, शावेज नकवी, राजेन्द्र यादव, नितिन गुप्ता, रजत कुमार, प्रमोद दीक्षित, रवि बघेल, गुलशन कुमार, नीलकमल आदि ने मुख्यमंत्री से पत्रकार और उसके भाई की हत्या पर गहरा शोक जता कर दुख परिवार को सांत्वना दी है।