फरीदाबाद। डीजीपी विजिलेंस गुरूग्राम शील मधुर ने कहा कि सभ्य समाज के निर्माण में पत्रकारों की अहम भूमिका है। चाहे कोई भी दौर रहा हो। पत्रकारों की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। भ्रष्टाचार को जड़ मूल से खत्म कराने में पत्रकार अहम भूमिका का निर्वहन कर सकते हैं। वे शुक्रवार को डीएवी शताब्दी कॉलेज एनएच-3 में राज्यस्तरीय परिचर्चा बदलते परिवेश में पत्रकारिता और पत्रकारों की भूमिका पर बोल कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जो जिस क्षेत्र में है। वे भारत को सशक्त बनाने का काम करें।
परिचर्चा की मुख्य वक्ता प्रसार भारती की सलाहकार स्मिता मिश्रा ने कहा कि पत्रकारिता में निष्पक्षता और संवेदनशीलता होनी चाहिए। अगर यह दोनों नहीं है तो फिर पत्रकारिता पर सवालिया निशान लगते हैं। जो ठीक नहीं है। सोशल मीडिया के युग में अधिक चौकन्ने और सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया की वजह से अब हर व्यक्ति पत्रकार है। ऐसे में फिर पत्रकारों की जरूरत पर सवालिया निशान उठने लाजिमी है।
मिश्रा ने कहा कि पत्रकारों को समय के साथ अपडेट होना पड़ेगा। ऐसे समाचार करने होंगे जो सोशल मीडिया नहीं कर सकता। पत्रकारों को भी सोशल मीडिया को दुश्मन नहीं मानना चाहिए। उसे एक अच्छा साथी मानकर दोनों के पार्टनरशिप से समाज के समाने बेहतर खबरें ला सकते हैं। डीसीपी एनआईटी पी सी पंवार ने पत्रकार व पुलिस के संबंधों पर प्रकाश डाला। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित आपातकाल बंदी रविभूषण खत्री ने 1975 पर लगाए गए अखबार के सेंसरशिप से अवगत कराया। इस मौके पर विश्व फोटोग्राफी दिवस के उपलक्ष्य में वरिष्ठ फोटो पत्रकार सुभाष शर्मा, जोगेंद्र शर्मा, राजेश पुंजानी, योगेश गौतम, सन्नी, टीवी कैमरा पर्सन नरेश नरूला, अजय वर्मा, राजा पटेेल, मनोज भारती शॉल और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया।