अजय कुमार, लखनऊ
उत्तर प्रदेश में की राजधानी लखनऊ में चुनाव लड़ाने के लिए कांग्रेस को कोई स्थानीय नेता नहीं मिल रहा है। चुनाव लड़ने योग्य ताकतवर नेताओं के अभाव के चलते कांग्रेस इस बार लखनऊ से विवादित छवि वाले आचार्य प्रमोद कृष्णम पर दांव लगा सकती है। आचार्य प्रमोद को न्यूज चौनलों में कांग्रेस का पक्ष रखते हुए देखा जाता रहा है। उत्तरप्रदेश के संभल में जन्मे आचार्य प्रमोद कृष्णनन कल्कि पीठ के पीठाधीश्वर हैं। पूरी तरह से आध्यात्म का रास्ता अपना चुके आचार्य प्रमोद की यह नियति है कि वह अपने चाहने वालों के बीच अपने आप को अध्यात्म गुरू की तरह तो पेश करते हैं लेकिन सियासत का रंग भी उनसे कभी दूर नहीं हो पाया।
आचार्य प्रमोद कभी प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बेहद करीबी थे और उन्होंने कांग्रेस पार्टी में कई जिम्मेदारियां भी संभाली हैं। हाल ही में आचार्य प्रमोद तब विवाद में फंसे थे आए जब उन्होंने फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन के विवादित बयान का उस सयम समर्थन किया था। जब एक तरफ पूरे देश में हर जगह नसीरुद्दीन के बयान का विरोध हो रहा है तब आचार्य ने नसीरुद्दीन का समर्थन करने के लिए सामने आ गए थे। तब कांग्रेसी बाबा प्रमोद कृष्णम ने कहा था कि नसीरूद्दीन शाह की बात में दम है, हिंदुस्तान में “मुसलमान” होना, सबसे बड़ा गुनाह हो गया है। कुछ माह पूर्व तीन राज्यों छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में हुए विधान सभा चुनाव में आचार्य कांग्रेस के स्टार प्रचारक रहे थे।
हालांकि कुछ समय पहले अखाड़ा परिषद् ने उन्हे फर्जी संतों की सूची में डाल दिया था। बात उनके लखनऊ से चुनाव लड़ने की कि जाए तो कांग्रेस प्रदेश नेतृत्व ने सभी सीटों पर दावेदारों का पैनल हाईकमान को भेजा, पर लखनऊ सीट से किसी का भी नाम नही भेजा। परंपरागत रूप से यह सीट भाजपा की मानी जाती है।, लेकिन कांग्रेस यहां से किसी बड़े नाम को लड़ाना चाहती है।
कांग्रेस सूत्रों की माने तो इस सीट पर हाईकमान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करूणा शुक्ला या आचार्य प्रमोद कृष्णम को उतारना चाहती थी। करूणा शुक्ला छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में वहां के मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ लड़ी थी बताते हैं कि इस बार वह किसी कठिन सीट से लड़ने की इच्छुक नहीं है। वह राज्यसभा जाने में ज्यादा इच्छुक बताई जाती है, जिसका आश्वासन भी पार्टी हाईकमान ने उन्हें दिया है वर्तमान स्थिति में लखनऊ सीट से हाईकमान की पसंद आचार्य प्रमोद कृष्णम है बताते हैं कि प्रमोद कृष्णम हरिद्वार से लड़ने के इच्छुक थे, पर पार्टी ने उन्हें लखनऊ से उतरने के लिए कहा है।
लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार की रिपोर्ट.