अंग्रेजी अखबार द हिंदू की स्तंभकार और फ्रीलांस पत्रकार प्रियंका मुंबई में गरीबों की झोपड़ियां तोड़े जाते देख भावुक हो गईं और गरीबों का साथ देते हुए पुलिस से भिड़ गईं. इस पर मुंबई पुलिस ने पत्रकार प्रियंका समेत पांच महिालाओं को भीड़ को भड़काने के आरोप में हिरासत में ले लिया. प्रियंका को बाद में वकोला पुलिस स्टेशन ले जाया गया. प्रियंका ने पुलिसकर्मियों पर कई तरह के आरोप लगाए हैं. पुलिस ने प्रियंका समेत पांच महिलाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है. बाद में पुलिस ने पांचों महिलाओं को छोड़ दिया.
झोपड़ी ध्वस्तीकरण का अभियान सांताक्रूज इलाके में चलाया जा रहा था. प्रियंका बोरपुजारी ने झुग्गी तोड़े जाने का विरोध करने वाली भीड़ का साथ देते हुए पुलिस से कार्रवाई रोकने के लिए कहा. प्रियंका के साथ कई महिलाएं मौके पर मौजूद महिला कॉन्स्टेबल से भिड़ गईं. कहा जा रहा है कि होटल ग्रांड हयात के पास झुग्गी हटाने के अभियान को कवर करने के दौरान पत्रकार प्रियंका को पुलिस ने प्रताड़ित भी किया. पुलिसकर्मी उनका मोबाइल छीनना चाहते थे ताकि वे न तो फोटो खींच सकें, न वीडियो बना सकें और न कहीं फोन कर सकें. प्रियंका को हिरासत में लिए जाने की घटना के बाद कई पत्रकारों ने मुंबई पुलिस कमिश्नर और मुंबई पुलिस को ट्वीटर पर टैग किया.