रिपब्लिक भारत में उठापटक का दौर जारी है। 2 साल से अर्नब गोस्वामी के वादों के पूरा होने का इंतजार कर रहे रिपब्लिक भारत के कर्मचारियों ने अब संस्थान की इस ज्यादती को और न सहने का फैसला किया है। दो लोगों ने इस्तीफा दे दिया है। इनके नाम हैं नीरज सिंह और राहुल सिंह।
रिपब्लिक भारत के संपादक शमशेर सिंह के इस्तीफे के बाद, रिपब्लिक भारत से एक और बड़ी खबर आई है। रिपब्लिक भारत में सीनियर एसोसिएट प्रोड्यूसर पद पर कार्यरत नीरज सिंह ने भी इस्तीफा दे दिया है। नीरज सिंह अर्नब के शो ‘पूछता है भारत’ के प्रोड्यूसर भी थे।
अर्नब के शो को पहले दिन से ही नीरज सिंह ने देखा था। शो के शुरुआत में और अंत में अर्नब की स्पीच नीरज सिंह ही लिखा करते थे जिसकी इंडस्ट्री और देखनेवाले चर्चा किया करते थे। डिबेट के दौरान भी नीरज सिंह अर्नब को डिबेट की लाइनें ब्रीफ करते थे। ऐसे में नीरज सिंह का रिपब्लिक भारत छोड़ना, ना सिर्फ चैनल बल्कि खुद अर्नब गोस्वामी के लिए भी निजी क्षति है। नीरज सिंह ‘पूछता है भारत’ शो और अर्नब की लाइन और कलेवर को अच्छे से समझते थे। मगर अर्नब गोस्वामी अपने मातहत अंग्रेजी चैनल में काम करने वाले कुछ लोगों को छोड़कर बाकी सभी को अपना गुलाम ही समझता है।
यही वजह है कि अंग्रेजी और हिंदी दोनों ही चैनल में हर महीने सैलरी आने के साथ ही कुछ लोग इस्तीफा दे देते हैं। लेकिन अर्नब के कुछ चमचे जो अंग्रेजी चैनल में हैं, उन्हीं के कहे अनुसार अर्नब लोगों को समझता और उन्हें मानता है। इसलिए ही अर्नब ने ना तो संपादक शमशेर सिंह को और ना ही नीरज सिंह को रोकने की कोशिश की। क्योंकि अर्नब के चमचों ने अर्नब को समझा दिया कि अर्नब को इनकी जरूरत नहीं है। इनसे अच्छे लोग इंडस्ट्री में कम पैसों में मिल जाएंगे।
रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क में काम का तरीका और लोगों की कितनी इज्जत है, उसका अंदाजा इस बात से किया जा सकता है कि मात्र 6 महीने में 3 बड़े पद वाले लोगों ने रिपब्लिक भारत को अलविदा कह दिया। गेस्ट कोऑर्डिनेशन से अर्नब गोस्वामी के खास राहुल सिंह ने भी 2 दिन पहले इस्तीफा दे दिया है।
बात नीरज सिंह की करें तो नीरज अपनी नई पारी ZEE हिंदुस्तान में आउटपुट एडिटर के पद पर जल्द शुरू करेंगे। इस वक्त चैनल में काम करना किसी चुनौती से कम नहीं है, अर्नब के चमचों ने लोगों का जीना दुभर कर दिया है। ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में और लोग भी अर्नब की गुलामी छोड़ चैनल को अलविदा कहेंगे क्योंकि गाली और घुड़कियां इन्सान जमीर जागने तक ही सुन सकता है।
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