हिंदुस्तान अखबार के नोएडा मुख्यालय से खबर आ रही है कि पेज बनाने वाले आठ मीडियाकर्मियों को नौकरी से निकाल दिया गया है. कोरोना काल में अचानक इस कार्रवाई से सब सकते में हैं.
बताया जा रहा है कि निकाले गए कर्मियों में कई बेहद काबिल थे. पेज मेकर, जिन्हें डिजाइनर भी कहा जाता है, के इंचार्ज राजेश जेटली हैं. ये जिन पेजमेकर्स से प्रसन्न थे, उनकी नौकरी बच गई. जो इनकी चमचई नहीं करता रहा, वो नप गया.
कोरोना काल में बेवजह छंटनी करने के कारण हिंदुस्तान नोएडा का हर मीडियाकर्मी आक्रोशित है. कई लोग ये कहकर बददुवाएं दे रहे हैं कि उपर वाला देर सबरे किसी दूसरे फार्मेट में नौकरी खाने वालों की खबर लेगा.
वहीं दूसरी तरफ कुछ लोगों का कहना है कि ये छंटनी प्रबंधन के इशारे पर की गई है. पेजमेकर्स का काम अखबारों में न्यूनतम होता जा रहा है. देर सबेर इनको जाना ही था. राजेश जेटली पर छंटनी के लिए काफी दबाव था.
वहीं दूसरी तरफ लोग पूछ रहे कि छंटनी के दायरे में काबिल लोगों को क्या लाया गया?