आनंद राय-
अमर उजाला, दैनिक जागरण समेत कई प्रमुख अख़बारों में संपादक रहे देश के जाने माने पत्रकार रामेश्वर पांडेय जी ‘काका’ का आज निधन हो गया। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति और परिवार को दुःख सहने की शक्ति दें।

देश व प्रदेश की पत्रकारिता जगत में गोरखपुर जिले के गौरव रहे रामेश्वर पाण्डेय “काका” जी. इनके निधन से पत्रकारिता जगत का एक मजबूत स्तम्भ उखड़ गया… विनम्र श्रद्धांजलि।
राजू मिश्र-
अमर उजाला, दैनिक जागरण समेत कई प्रमुख अख़बारों में संपादक रहे देश के जाने माने पत्रकार काका के उपनाम से ख्यात रामेश्वर पांडेय का आज निधन हो गया। उनके साथ बहुत सारी यादें जुड़ी हैं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति और परिवार को दुःख सहने की शक्ति दें।
अमिताभ श्रीवास्तव-
रामेश्वर जी से मेरे बहुत नजदीकी संबंध रहे हैं। बहुत अच्छे पत्रकार और, उससे भी अच्छे इंसान। बहुत मददगार सीनियर। उन जैसे लोग कम होते हैं। क्या कहूं। इस सूचना ने बहुत उदास कर दिया। रामेश्वर जी को विनम्र श्रद्धांजलि।
विजय शंकर पांडेय-
रामेश्वर पांडेय जी के आकस्मिक निधन की सूचना से स्तब्ध हूं। अमर उजाला मेरठ और जालंधर में आप हमारे संपादक रहे। बल्कि यूं कहा जाए कि कोलकाता से बाहर की मेरी पत्रकारिता के आदर्श मार्गदर्शक रहे। साल 2001 में अमर उजाला, वाराणसी में मेरे स्थानांतरण के बाद भी उनके मार्गदर्शन का सिलसिला जारी रहा। कानपुर से लखनऊ तक संपर्क बना रहा। उनसे जुड़ी कई स्मृतियां हैं। स्मृतियों को सादर नमन।
कुमार पीयूष-
काका के साथ बीती तमाम यादें सम्मुख हैं… काका के साथ रहना, खाना-पीना… किसी भी विषय पर जोरदार बहस की स्वतंत्रता… कार्यस्थल का माहौल पारिवारिक प्रोफेशनल माहौल बनाये रखना… अपनी कोर टीम को शोषण से बचाये रखना… असाधारण व असीमित कार्यक्षमता (work alcohlic)… बहुत कुछ याद आ रहा है… काका तमाम खूबियों से ‘काका’ कहलाते थे। काका मेरे पहले सम्पादक थे, दैनिक जागरण (मेरठ) में, फिर काका के साथ अमर उजाला (मेरठ) गया… विनम्र श्रद्धांजलि…
अमिताभ अग्निहोत्री-
अमर उजाला, दैनिक जागरण समेत कई प्रमुख समाचार पत्रों में संपादक रहे देश के ख्यातनाम पत्रकार रामेश्वर पांडेय जी का आज निधन हो गया–उनके साथ मित्रता का एक लंबा काल खंड रहा — ईश्वर उनकी आत्मा को शांति और परिवार को दुःख सहने की शक्ति दें—नमन !!
One comment on “अदभुत व्यक्तित्व के धनी वरिष्ठ पत्रकार रामेश्वर पांडेय ‘काका’ का निधन”
पत्रकारिता के क्षेत्र में काका मेरे गुरु थे, वह सदैव स्पष्ट एवं सीधी बात करने में यकीन रखते थे, उन्होंने हमेशा संस्थान एवं संवाददाताओं के सम्मान को सर्वोपरि रखा। काका की वजह से ही मैं आज वॉयस ऑफ लखनऊ हिंदी दैनिक का महोबा जिला संवाददाता हूं। विश्वास नहीं हो रहा कि अब वह हमारे बीच नहीं है, ईश्वर से प्रार्थना है कि काका को अपने श्री चरणों में स्थान दे तथा उनके अपनों को अपार दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। !! ॐ शांति !!
डॉ अभिषेक सक्सेना
जिला संवाददाता
वॉयस ऑफ लखनऊ
जनपद महोबा