Sanjaya Kumar Singh : चैनल सर्फ करते हुए आज तक चैनल पर पुण्य प्रसून वाजपेयी की एक पेशकश दिखी। मैंने बीच में देखना शुरू किया और कुछ ही देर देख सका जिसमें बताया जा रहा था कि उत्तर प्रदेश की पीसीएस परीक्षा में धुंआधार धांधली चल रही है और स्टिंग के जरिए यह बताया गया कि भ्रष्टाचार उच्च स्तर पर है और कुछ भी गोपनीय नहीं रहता है। हालत यह है कि इंटरव्यू में दिए जा सकने वाले अधिकत्तम 140 अंक ज्यादातर यादव उम्मीदवारों को मिले हैं।
इसके अलावा, कला विषय के परीक्षार्थियों को चूंकि विज्ञान वालों के मुकाबले कम अंक आते हैं इसलिए उन्हें उनकी बराबरी में लाने के लिए उत्तर प्रदेश में स्केल अप का कोई प्रावधान है (यह सही है या गलत – अलग चर्चा का विषय है और इस बारे में मुझे कल ही पता चला) पर इसका दुरुपयोग भी खूब हुआ है और इसका लाभ पाने वाले भी यादव ही हैं। यह एक गंभीर मामला है और आजकल अच्छी और खोजी खबरों के रेगिस्तान में यह एक अच्छी खबर दिखी पर इसकी चर्चा उतनी नहीं सुनाई पड़ी जितनी अच्छी यह खबर है।
मजेदार तो यह है कि उत्तर प्रदेश पीसीएस में यादवों की बल्ले-बल्ले है इसे साबित करने के लिए किसी खास दस्तावेज की जरूरत नहीं है – चुने जाने वाले और इंटरव्यू में 138 से 140 अंक पाने वाले उम्मीदवारों के नाम देख लीजिए। सब कुछ साबित है – खुल्लम खुल्ला। यूपी में है दम अपराध हैं कम वाले अंदाज में। लगता है उत्तर प्रदेश सरकार मुस्कुराइए आप लखनऊ में हैं की तर्ज पर अब “मुस्कुराइए आप यादव” हैं की कोई विशेष पीसीएस भर्ती योजना चला रही है। जय हो अखिलेश जी की।
वरिष्ठ पत्रकार संजय कुमार सिंह के फेसबुक वॉल से.