इंदौर के ‘दबंग दुनिया’ में जो न हो कम है। ये अखबार कम अखबार मालिक और गुटखा किंग किशोर वाधवानी की सनक का अड्डा ज्यादा बन गया है। पत्रकारों के काम और उनके सम्मान का यहाँ जरा भी ख्याल नहीं रखा जाता। कुछ दिनों पहले क्राइम रिपोर्टर संतोष सितोले को वाधवानी ने सिर्फ इसलिए निकाल दिया कि उसे सुबह एक खबर अखबार में दिखाई नहीं दी! वाधवानी ने ये जानने की भी जहमत नहीं उठाई कि खबर न छपने का कारण क्राइम रिपोर्टर की लापरवाही थी या संपादक पंकज दीक्षित की नासमझी!
हुआ कुछ ऐसा कि एक फरार सूदखोर और बिल्डर छब्बू को पुलिस ने पकड़ा! संतोष सितोले ने खबर बनाकर संपादक को दी! संपादक ने पूछा कि इसमें पुलिस के किसी अधिकारी का कमेंट क्यों नहीं है? इसपर संपादक को बताया गया कि पुलिस अभी आधिकारिक रूप से बता नहीं कि उसे पकड़ लिया है, पर खबर सही है! लेकिन, संपादक को बात समझ में नहीं आई! उसने खबर रोक दी! जब ये खबर किशोर वाधवानी को नहीं दिखी, तो उन्होंने फरमान जारी कर दिया कि संतोष सितोले को आज ही निकाल दिया जाए! उनके अादेश का तत्काल पालन भी हुआ, क्योंकि, यहाँ सुनवाई का कोई चलन भी नहीं है! संतोष सितोले को अपनी सफाई में कुछ कहने का भी मौका नहीं दिया गया! दरअसल, सितोले को निकाला जाना एक साजिश का हिस्सा है! ये क्राइम रिपोर्टर कुछ लोगों की आँख की किरकिरी बन गया था! यही कारण है कि उसे बिना सुनवाई के बाहर करवा दिया!
एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.