Santosh Yadav : दैनिक जागरण लुधियाना (पंजाब यूनिट) में कार्यरत रहे यूपी के अमेठी जिले के निवासी मित्र संतराम यादव जी कोरोना का शिकार हो गए।
विश्वास ही नहीं हो रहा कि हम सब को छोड़कर हमेशा के लिए चले गए।
अभी दस दिन पहले की बात है। जालंधर से घर आते समय सुलतानपुर पहुँचने पर उन्होंने मुझे फोन किया था। संयोग से उस दिन हमें तेज बुखार था। घर पर आराम कर रहा था। हाल-चाल हुआ। हमें काढ़ा पीने, सावधानी बरतने की सलाह दी। बताया कि दस दिन घर पर रहूंगा। इस बीच सुल्तानपुर घर आकर मिलने का वादा हुआ। क्या पता था कि दस दिन में ही ये दुखद, असहनीय खबर आएगी।
ऊपर वाले को शायद ये मंजूर नहीं था। कल सोशल मीडिया के जरिए जानकारी हुई कि वे नहीं रहे।
डिफेंस में अपनी सेवा दे रहे उनके सहपाठी एचआर यादव जी से बात हुई तो उन्होंने बताया कि घर आने के बाद ही जब वे बीमार हुए तो सुल्तानपुर में किसी चिकित्सक को दिखाने आए। जांच में पता चला कि पॉजिटिव हैं। इलाज ढंग से नहीं हुआ तो वह किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज लखनऊ पहुंचे। वहां स्वस्थ थे। स्थिति सामान्य थी। लगातार बात हो रही थी, लेकिन अचानक ये खबर आई।
भाई मैं तो निःशब्द हूं। आपसे हुई बात मेरे कानों में अभी भी गूंज रहे हैं। बहुत याद आओगे भाई। ईश्वर से यही प्रार्थना है कि अचानक आए इस कष्ट को सहने की शक्ति परिजनों को दे। विनम्र श्रद्धांजलि!
सुल्तानपुर वासी संतोष यादव की एफबी वॉल से.
कोरोना से संत राम यादव का निधन
जालंधर : आज का दिन दिल दुखाने वाली खबर लेकर आया जब हमें पता चला कि हमारे मित्र संत राम यादव को कोरोना वायरस ने निगल गया।
दैनिक उत्तम हिन्दू में उप संपादक के पद पर कार्यरत संत राम यादव जी का मंगलवार को निधन हो गया।
करीब 15 दिन पहले संत राम यादव को उनकी पत्नी के भाई की मृत्यु के चलते लखनऊ जाना पड़ा। जालंधर वापस आने से पहले उनका कोरोना टेस्ट किया गया जिसमें वह पॉजिटिव पाए गए।
उपचार के लिए उन्हें लखनऊ के केजीएमयू में भर्ती करवाया गया जहां कुछ दिनों के इलाज के बाद उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ गई, लेकिन इस दौरान उन्हें सांस की समस्या होने लगी।
ट्रामा सेंटर में उनका उपचार जारी था और मंगलवार को अचानक उनका देहांत हो गया। उनके निधन के बाद मीडिया जगत में शोक की लहर है।
46 वर्षीय संत राम यादव के परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है। वह सुल्तानपुर के रहने वाले थे। वर्तमान में वह उत्तम हिन्दू में अपनी सेवाएं दे रहे थे।
संत राम यादव ने अखबार की दुनिया में कई मीडिया संश्थानों में काम किया है। 20 साल से ज्यादा अनुभव उनका अखबार की दुनिया में रहा। प्रूफ रीडिंग, समाचार संपादन, न्यूज वैबसाइट के लिए भी उन्होंने काफी साल काम किया। करीब 8 से 9 साल वह दैनिक जागरण के विभिन्न यूनिटों में काम कर चुके हैं। संत राम यादव काम के प्रति समर्पित और बेहद मिलनसार इंसान थे।
अक्षत सरोत्री की रिपोर्ट.