गोरखपुर : पत्रकार सत्येंद्र पर लगाये गए फर्जी गैंगेस्टर मामले को लेकर गोरखपुर के गांधी कहे जाने वाले प्रोफेसर संपूर्णानंद मल्ल तथा अन्य प्रबुद्ध वर्ग व द्वारा किये जा रहे आमरण अनशन को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। अनशन स्थल टाउन हॉल गोरखपुर पर बृहस्पतिवार की रात पहुँचे प्रशासनिक अधिकारियों ने न्यायिक जाँच से संबंधित ज्ञापन लिया और अनशन खत्म कराया।
ज्ञात हो कि पत्रकार सत्येंद्र पर बगैर जाँच किये पिछले 6 महीने से लगातार फर्जी मुकदमे लिख लिख कर उनका उत्पीड़न किया जा रहा था। मुकदमो में सत्येंद्र के खिलाफ साक्ष्य न मिलने पर सिर्फ ऐसे लोगों की गवाही के आधार पर चार्जशीट लगा दी जा रही थी जो अवैध धंधों में लिप्त थे और सत्येंद्र ने उनका खुलासा कर उनके खिलाफ पूर्व में प्रशानिक कार्यवाही कराई थी।
यहाँ तक कि कुछ दिन पूर्व डी जी पी तथा हाइकोर्ट के दिशा निर्देशों के विपरीत जाकर सत्येंद्र की हिस्ट्रीशीट भी खोल दी गयी थी और और अभी तीन दिन पूर्व ही उनपर गैंगेस्टर लगा दिया गया था। लगातार हो रहे इस अन्याय के खिलाफ तमाम मीडिया संगठनों तथा प्रबुद्ध वर्ग समेत प्रोफ़ेसर संपूर्णानंद मल्ल ने वृहस्पतिवार की सुबह से ही गोरखपुर में आमरण अनशन शुरू कर दिया था।
अनशन पर बैठे लोगों ने बताया कि गोरखपुर प्रशासन को भ्रष्टाचारियों और अवैध धंधे में लिप्त लोगों ने सत्येंद्र के खिलाफ गुमराह किया है। सत्येंद्र भ्रष्टाचार के खिलाफ योगी के सच्चे सिपाही हैं और आज तक मुख्यमंत्री योगी के मान सम्मान से जुड़े एक मुकदमे में पिछले पाँच वर्षों से बतौर वादी मुकदमा पैरवी कर रहे हैं।
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