-दीपांकर पटेल-
तो क्या फर्स्ट पोस्ट ने भी वैसी ही “गलती” कर दी जैसा सऊदी के बैंक ने नोट पर भारत का ग़लत नक्शा छाप कर की…??
दरअसल, सऊदी अरब के 20 रियाल के बैंक नोट पर भारत का गलत नक्शा छाप दिया, नक्शे में कश्मीर और लद्दाख को भारत के हिस्से के रूप में नहीं दिखाया गया.
फिर भारत सरकार ने इसका कड़ा विरोध दर्ज कराया .
लेकिन फर्स्ट पोस्ट ने क्या किया?
फर्स्ट पोस्ट ने उसी भारत के गलत नक्शे दिखाने वाले नोट की इमेज को ही।
ये ख़बर कवर करते वक्त फीचर इमेज बनाकर दिखा दिया, इमेज के उस हिस्से को धुंधला भी नहीं किया. जबकि 2016 में आये Geospatial Information Regulation Bill 2016 का ड्राफ्ट कहता है कि “कोई भी” भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमा ग़लत तरीके से पब्लिश नहीं कर सकता.
“No person shall depict, disseminate, publish or distribute any wrong or false topographic information of India including international boundaries through internet platforms or online services or in any electronic or physical form.”
इसमें प्रयोजन का कोई जिक्र नहीं और, “No Person” के दायरे से बाहर ख़बर पब्लिश करने का, या सूचना देने का पर्पज भी नहीं जा सकता. क्योंकि भारत में आम आदमी जितनी आजादी ही मीडिया को भी प्राप्त है.
तो उपरोक्त ड्राफ्ट बिल के आइने में देखें तो उसी तरह की “गलती” फर्स्ट पोस्ट ने भी की है जिस तरह की सऊदी के बैंक ने की.
सूचना देने के प्रयोजन के आधार पर शायद इसका बचाव किया जा सकता है, परन्तु ये एक एडिटोरियल मिस्टेक तो है ही.