महक सिंह तरार-
शेयर मार्केट पर पिछले छह महीने मे करीब 10 बड़े सवाल अलग अलग पोस्टों के द्वारा तफसील से स्थापित किये ….
1) कोई भी बड़ी से बडी सरकारी या प्राइवेट कंपनी, बैंक इत्यादि आपकी पूंजी 70-80-90% तक पलक झपकते डुबो सकते है।
2) बैंक FD वगैरा मे आपकी पूंजी ब्याज मिलने के बावजूद घटती है ना कि बढ़ती है।(Inflation)
3) इसलिये पूंजी बढाने के लिए शेयर मार्केट/ प्रोपर्टी इत्यादि मे Investment Jaroori Hai है।
4) इन्वेस्टमेंट के दो मूल नियम है, पहला: पूंजी हर-हाल मे डूबने से बचनी चाहिए। दूसरा: पहले नियम को दोबारा पढ़े। (Capital protection is paramount)
5) फ्यूचर & ऑप्शन्स ट्रेडिंग ज्यादा कमाने के लिए किया गया स्पेकुलेशन (सट्टा) है।
6) स्पेकुलेशन करने से इन्वेस्टमेंट का मूल सिद्धांत (पॉइंट no 4) टूटता है।
7) भारतीय बाजारों अनुरूप 12% – 16% की अच्छी सालाना रिटर्न्स सम्भव है।
8) पूंजी को डूबने से बचाने के लिए पूंजी वितरण (म्यूच्यूअल फंड्स का मूल सिद्धांत) एक ठोस उपाय है।
9) शेयर मार्केट कई सालो तक sideways या अपने पूर्व स्तरों से नीचे रह सकते है, इसलिये इसमें 5-7-10 सालो के अनुरूप इन्वेस्ट करे।
10) बिना बैलेंस शीट, प्रॉफिट&लॉस स्टेटमेंट, कैश फ्लो, प्रोडक्ट एक्सप्टेंस एंड जेस्टेशन, new प्रोडक्ट लाइन, लाइसेंसिंग & IPR, ROE, EPS, P/E रेश्यो, मैनेजमेंट कैपेबिलिटी एंड जनरल इकोसिस्टम ऑफ बिज़नेस इत्यादि समझे बिना किसी कंपनी मे पैसा डालना वैसा ही है जैसा अंधेरी सुरंग मे घुसना।
फिर भी मेरे पास इनबॉक्स, व्हाट्सएप, FB कमैंट्स, फोन कॉल्स मे लगातार एक सवाल आता है कि कौनसा शेयर खरीदूं। उसके लिए मैंने “गलत सवालो के सही जवाब” नामक सीरीज लिख screener यूज़ करना बताया, क्वेरी डिज़ाइन करके रिजल्ट्स निकाल कर कंपनियो की लिस्ट दे दी। पर ये सवाल अभी भी बना रहता है।
फाइनेंसियल प्लानर: देखिए एक ही सवाल के चार अलग अलग तरह के परिस्थितियों मे अलग अलग जवाब सम्भव है। ओर अगर कोई इंसान बिन आपकी परिस्थितियों/प्रियरटी को समझे इस सवाल का जवाब देता है तो वो सिर्फ आपका नुकसान ही करना चाहता है। आप एक बात साफ साफ समझ ले कि इन्वेस्टमेंट सोलुशन आपकी सीखने की योग्यता, पूंजी का प्रकार, आपकी जरूरतें, समय की उपलब्धता, उम्र, पूर्व इंवेस्टमेंट्स, पारिवारिक कम्पोजीशन, रेवेन्यु स्ट्रीम, लियाबिलिटीज़ इत्यादि के अलग अलग सैंकड़ो कॉम्बिनेशन्स पर निर्भर है।
ये सब जाने बिना सलाह देना मूर्खतापूर्ण कृत्य है।
वैसे भी जैसे आप निजी जीवन मे अपना फैमिली डॉक्टर, CA, फैमिली फार्मर इत्यादि रखते है वैसे ही इन सवालों को समझकर आपके गोल्स के अनुरूप सलाह देने के लिए आपको फाइनेंसियल प्लानर (FP) भी जरूरी है। बल्कि फाइनेंसियल प्लानर इन सबसे ज्यादा उपयोगी भी है।
तो जनाब पहले कोई फाइनेंसियल प्लानर ढूंढिये। या इतना सब इनबॉक्स मे एक साथ भेज सकते है तो मुझे भेज दे मैं अपने FP को फारवर्ड कर दूंगा। अच्छे FP बेसिक फाइनेंसियल प्लानिंग का कोई फीस नही लेते। हां किसी का एकाउंट ही 2-4 करोड़ का हो तो फिर पैसा लेते है।
अगर इतना सा भी नही कर सकते तो पैसा सीधा म्यूच्यूअल फण्ड मे डालिये। जैसे मैंने इसी 20 Oct से 5 हजार रुपये महीना ओर नया डालना स्टार्ट करना था तो सीधा 100% इक्विटी MF उठाया और SIP स्टार्ट कर दिया। SIP का फायदा आप देख सकते है जब स्टार्ट किया मार्किट उससे करीब 5-6% नीचे है जबकि SIP करीब 7% ऊपर ही है, जबकि लास्ट वाला 5 हजार 20 तारीख को गया है वरना ये रिटर्न्स 15% के करीब दिखती। म्यूच्यूअल फण्ड के अलावा जब कभी शेयर बहुत सस्ते मिल जाये (आजकल बहुत महंगे है) तो 20-30-50 हजार के लेकर 10-20 सालो के नजरिये से डाल देता हूँ। मुझे खुद के लिए कौनसा शेयर खरीदना है वो मैं अपनी स्थिति जानने के कारण बखूबी जानता हूँ।
नोट: तो भाई-बहनों या तो बाकायदा समय निकालिए, सारी जानकारी देकर FP से खुद की फाइनेंसियल प्लानिंग कराइये, सही भी वही है। एक्सपर्ट एक्सपर्ट होता है। फ्री हो जाती है। या फिर मेरी तरह MF के रास्ते जाइये। बस कौनसा शेयर खरीदूं वाला ब्लाइंड सवाल उछाल कर अंधेरी सुरंग मे घुसने का खतरा मत उठाइये। मैं यहां कोई किताबी ज्ञान नही चेपता बल्कि जो सलाह देता हूँ खुद फॉलो करता हूँ।