कहते हैं वक्त खराब हो तो ऊंट पर बैठे इन्सान को भी कुत्ता काट लेता है. इन दिनों कुछ ऐसा ही श्री न्यूज़ के मालिक मनोज द्विवेदी के साथ हो रहा है. चैनल के लिए इससे बड़ी शर्म की बात क्या हो सकती है कि कर्मचारियों को तीन-चार महीने से सैलरी नहीं दिए जाने की खबर यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कानों तक पहुंच चुकी है, उन्होंने इसके लिए मनोज द्विवेदी की डांट भी लगाई है.
मामला तूल पकड़ता देख शनिवार को कुछ कर्मचारियों का आधा भुगतान कर दिया गया है. लेकिन उन लोगों की सैलरी रोक दी गई है जिन्होंने मैनेजमेंट की झूठी तारीखों से तंग आकर लेबर कमिशनर का दरवाज़ा खटखटाया था.
बता दें, कि चैनल की सीइओ अल्वीना कासिम पहले ही कह चुकी हैं कि वो उन 25 लोगों को फूटी कौड़ी भी नहीं देंगी जो कमिशनर के यहां गए हैं. ये और बात है कि शिकायत करने वालों में से 7 की सैलरी इज़्ज़त के साथ दे दी गई.
जिन लोगों की सैलरी नहीं दी गई उनमें खासा गुस्सा है. वो केवल एक अगस्त तक का इंतज़ार कर रहे हैं, क्योंकि दूसरे नोटिस के मुताबिक श्री न्यूज़ मैनेजमेंट को उस दिन हाज़िर होना है. अगर वो कमिशनर के यहां नहीं आते हैं तो कंपनी के खिलाफ रिकवरी नोटिस जारी कर दी जाएगी.
जिन लोगों की सैलरी नहीं दी गई है और बिना नोटिस के उनका एडमिन पेज व मोबाइल सेवाएं बंद कर दी गयी हैं वो लिखित शिकायत के साथ डेलिगेट लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, सूचना मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और यूपी के सीएम अखिलेश यादव से मिलने वाले हैं. इस लिखित शिकायत में अल्वीना कासिम की उन बातों का भी ज़िक्र होगा जो उन्होंने पिछले मीटिंग में कही थीं. उन्होंने कहा था कि हमने सारी सेटिंग कर ली है, जहां जाना है जाओ, जिससे शिकायत करनी है करो हम सैलरी नहीं देंगे.
गौरतलब है कि पिछले दस दिन से चैनल के वेबसाइट पर काम करने वाले सभी कर्मचारियों ने एकता दिखाते हुए काम बंद कर दिया है. उनकी मांग है कि हमारा पिछला सारा भुगतान किया जाए. सभी कर्मचारियों को उनका हक दिया जाए, उसके बाद ही हम काम पर लौटने की सोचेंगे. कर्मचारियों के काम बंद कर देने से वेबसाइट की रैंकिंग 250 से 600 पहुंच गई है. अगर ऐसा ही रहा तो बहुत जल्द साइट की रैंकिंग 1000 पहुंच जाएगी. जिन तीन लोगों ने वेबसाइट के लिए 20-20, 25-25 खबरें लिखीं, जिन्होंने बीमारी, मुफलिसी और हर दुख को झेलकर पूरी शिद्दत के साथ काम किया आज वही मैनेजमेंट की नज़रों में शक्ति कपूर बन बैठे हैं.
मैनेजमेंट को चाहिए कि वो वेबसाइट के सभी कर्मचारियों का फुल एंड फाइनल हिसाब करे. उसके बाद जिसको चाहे रखे, जिसे चाहे निकाल दे. इसमें किसी को कोई आपत्ती नहीं होगी.
एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित।
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