मितरों / नोटबंदी का इतना भयानक असर शायद ही देश के किसी शहर पर पड़ा हो… मगर मध्यप्रदेश की औद्योगिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर में इसका असर यह देखा गया कि लाखों रुपए के किराए वाले लग्जरी होटल, मैरिज गार्डन और बैंक्वेट हॉल अत्यंत सस्ते हो गए। इंदौर के बायपास पर नवधनाढ्यों के तमाम आयोजन इन लग्जरी होटल-रिसोर्ट में होते रहे हैं, मगर मोदी जी ने नोटबंदी के ऐतिहासिक कदम से इन लग्जरी होटलों को समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों के लिए भी सुलभ करा दिया है। मोदी जी ने सही कहा कि उन्होंने गरीबों को अमीर बना दिया है और 50 तथा 100 रुपए के मामूली नोट की कीमत भी बढ़ा दी। मुझे पता नहीं इस बात का असर देश पर कितना पड़ा, मगर अपने शहर इंदौर में इसका साक्षात उदाहरण अभी देखने को मिला।
मध्यप्रदेश भाजपा ने पं. दीनदयाल उपाध्याय प्रशिक्षण महाअभियान के तहत 19 से 22 दिसम्बर तक 4 दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया। इसमें मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से लेकर उनका पूरा मंत्रीमंडल, प्रदेश अध्यक्ष से लेकर तमाम पदाधिकारी, सांसद और निगम मंडलों, प्राधिकरण के अध्यक्षों को प्रशिक्षण दिया गया। 700 से अधिक प्रशिक्षण में शामिल इन महानुभावों को इंदौर के बायपास स्थित होटलों – रिसोर्ट में ठहराया और अम्बर गार्डन में यह प्रशिक्षण वर्ग चला। ठहरने, खाने सहित सभी व्यवस्थाएं अम्बर, जलसा, वॉटरलिली और ऐसी अन्य जगहों पर की गई। यह नोटबंदी का ही चमत्कार हुआ कि इन लग्जरी होटलों और रिसोर्ट में कैशलेस सादगी के साथ भाजपा ने यह प्रशिक्षण वर्ग सम्पन्न किया।
जिस देश में भिखारी और चायवाले भी कैशलेस हो गए हों, वहां ये पूरा आयोजन भी भाजपा ने कैशलेस किया और जल्द ही प्रदेश भाजपा इस आयोजन का पूरा खर्चा जनता-जनार्दन के सामने रखेगी भी… ऐसा मेरा मानना है। मैंने तो प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान से पत्रकार वार्ता में यह सवाल भी पूछ लिया था। जवाब में बताया गया कि 500-500 रुपए शामिल होने वाले प्रशिक्षार्थियों से लिए गए। अब मुझे यहां मोदी जी की बात फिर याद आ गई, जिसमें उन्होंने कहा कि 50 और 100 रुपए की नोट की कीमत उन्होंने बढ़ा दी है, जिसके चलते इंदौर के ये लग्जरी होटल और रिसोर्ट इतने सस्ते हो गए कि 500 रुपए की राशि का कैशलेस भुगतान कर 700 से अधिक प्रशिक्षार्थी 4 दिनों तक यहां ठहरे और खाये-पीये भी… अपन तो भाई समाज की अंतिम पंक्ति की चिंता करने वाले पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के नाम पर हुए इस प्रशिक्षण वर्ग को देखकर गद्गद् हो गए… नि:संदेह लग्जरी होटलों – रिसोर्ट में इतने सस्ते और सादगी से कैशलेस हुए इस आयोजन को तो देशभर में एक मिसाल माना जाना चाहिए…
मोदी जी भी अपनी अगली कैशलेस सभा में किसी कैशलेस गरीब का उदाहरण देते हुए इस महागरीब इंदौरी आयोजन को ठसके के साथ बता सकते हैं… मोदी जी अपनी रैलियों और सभाओं पर होने वाले कैशलेस खर्च की जानकारी भी देना शुरू करें, ताकि एक आम आदमी, जिसने नोटबंदी के निर्णय में आपका भरपूर साथ दिया, उसे यह भरोसा हो सके कि उसका त्याग और बलिदान व्यर्थ नहीं जा रहा है। तमाम राजनीतिक दलों को छोडि़ए, सबसे पहले भाजपा और उससे जुड़े संगठनों पर नकद चंदाबंदी लागू कर दी जाए, जिस तरह नोटबंदी की योजना अत्यंत गोपनीय रखी गई और किसी भी राजनीतिक दल को इसकी भनक न लगने दी, उसी तर्ज पर मोदी जी आप भाजपा को कैशलेस राजनीतिक दल बनाने की घोषणा पहली फुर्सत में कर दो, ताकि अन्य सभी राजनीतिक दल एक्सपोज भी हो जाएं और जनता-जनार्दन के सामने भाजपा एक पारदर्शी, स्वच्छ और ईमानदार पार्टी के रूप में सामने आ सके। इसके साथ ही सूचना का अधिकार अधिनियम यानि आरटीआई के तहत भी भाजपा को आ जाना चाहिए, तब ही न खाऊँगा और न खाने दूंगा की बात लाख टके की साबित होगी। जय हो नोटबंदी की..!
लेखक राजेश ज्वेल इंदौर के सांध्य दैनिक अग्निबाण में विशेष संवाददाता के रूप में कार्यरत. 30 साल से हिन्दी पत्रकारिता में संलग्न एवं विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं के साथ सोशल मीडिया पर भी लगातार सक्रिय. संपर्क : 9827020830