Badal Saroj : मध्य प्रदेश में केरल के लोगों से नहीं मिलने दिया गया केरल के मुख्यमंत्री को. ऐसे में सवाल बनता है कि मध्य प्रदेश में सरकार कौन चला रहा है? आरएसएस या मुख्यमंत्री? आज शाम भोपाल के सभी केरलवासियों की ओर से मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के स्वागत समारोह को मध्यप्रदेश सरकार के प्रशासन ने नहीं होने दिया । वे शाम साढ़े पांच बजे एक सभागार में जिस आयोजन में शामिल होने वाले थे, उसके ठीक पहले पुलिस अधिकारियों ने उन्हें कार्यक्रम में न जाने को कहा।
पुलिस अधिकारियों का कहना था कि उस कार्यक्रम के बाहर आरएसएस के कुछ लोग प्रदर्शन कर सकते हैं। मध्य प्रदेश की पुलिस उन्हें संरक्षण नहीं प्रदान कर सकती। यह एक असाधारण घटना है। एक राज्य का मुख्यमंत्री यदि अपने राज्य के वासियों के एक सामान्य से मिलन समारोह में भी शामिल नहीं हो सकता, इससे अधिक अलोकतांत्रिकता और क्या हो सकती है। मध्यप्रदेश सरकार और पुलिस का यह आचरण यह साबित करता है कि प्रशासन और क़ानून व्यवस्था उसके नियंत्रण में नहीं है। उन्मादी, हुड़दंगी और साम्प्रदायिक गिरोह सरकार चला रहे हैं।
मध्य प्रदेश में संविधान और लोकतांत्रिक मर्यादा से सरकार नहीं चल रही। आरएसएस उसे चला रहा है। आज का आचरण मध्यप्रदेश की भाजपा नियंत्रित सरकार द्वारा लोकतंत्र का अपमान है। संविधान का अपमान है। मध्यप्रदेश और केरल दोनों की जनता का अपमान है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की मध्यप्रदेश राज्य समिति इस की कड़ी भर्त्सना करती है।
माकपा से जुड़े कामरेड बादल सरोज की एफबी वॉल से.