हरियाणा के यमुनानगर से खबर आ रही है कि एक अखबार के ब्यूरो चीफ इन दिनों अवैध काम में लिप्त हैं. इन पर आरोप है कि ये किसानों की यूरिया को प्लाईवुड फैक्ट्री में सप्लाई कर रहे हैं.
बीते दिनों यूरिया को एक फैक्ट्री में सप्लाई करते हुए ब्यूरो चीफ और एक दूसरे अखबार के पत्रकार को रंगे हाथों पकड़ा गया.
बताया जाता है कि इन लोगों ने शिकायतकर्ता की पिटाई भी कर दी. इसका वीडियो बुढ़िया चौकी पुलिस के पास है.
इस मामले में बुढ़िया में पंचायत चल रही है. बुढ़िया पुलिस पर पत्रकारों के साथ-साथ राजनीतिक दबाव भी है.
चर्चा है कि ब्यूरो चीफ ने प्रदेश के एक मंत्री (जिन पर अवैध खनन को संरक्षण देने के आरोप लगते रहते हैं) से सिफारिश कर दबाव बनवाया और समझौता करवा दिया.
हाथ में पहने जाने वाले कड़े से शिकायतकर्ता का सर फोड़ा गया था. हमले का दूसरा आरोपी पत्रकार के बारे में कहा जा रहा है कि यह ब्यूरो चीफ का पार्टनर है.
ब्यूरो चीफ कभी जब दूसरे अखबार में ब्यूरो चीफ हुआ करता था तब यह पार्टनर पत्रकार उसी अखबार में सवांद सूत्र होता था.
चर्चा है कि ब्यूरो चीफ के अवैध खाद और अवैध शराब बेचने वालों से रिश्ते हैं. ब्यूरो चीफ काली कमाई का कुछ हिस्सा संपादकों को देता है.
कई समाचार पत्रों ने बिना अखबार व ब्यूरो चीफ का नाम लिखे समाचार प्रकाशित किए थे. पिटाई कांड की गूंज प्रबंधन तक पहुंच चुकी है.
इस पर ब्यूरो चीफ के अखबार की एक टीम हिसार से जांच के लिए यमुनानगर आई.
फिलहाल तो ब्यूरो चीफ ने जिस शिकायतकर्ता व्यक्ति की पिटाई की, उस पर दबाव डलवाकर समझौता करवा लिया है.