द हिंदू अखबार के मुंबई ऑफिस से सूचना है कि पूरी सिटी टीम को 25 जून से नौकरी पर न आने के लिए कह दिया गया है।
चर्चा है कि द हिंदू प्रबंधन ने मुंबई संस्करण को बंद करने का फैसला कर लिया है। इसी कारण सिटी टीम को गुडबाई बोला गया है। सिटी टीम से आशीष रुकियार, पीयूष पांडेय, आदित्य आनन्द, गौतम मेंगले, ज्योति शेलार, तन्वी देशपांडे, अजित महाले, फ़ोटो एडिटर प्रशांत नकवे समेत कई अन्य को छंटनी के दायरे में लाया गया है।
केवल आलोक देशपांडे (पोलिटिकल ब्यूरो) और सोनम सहगल (कोर्ट बीट) की नौकरी बची है। चर्चा है कि रेजिडेंट एडिटर को दिल्ली शिफ्ट कर दिया जाएगा।
इस छंटनी का प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया ने संज्ञान लिया है। देखें पीसीआई का पत्र-
वरिष्ठ पत्रकार समरेंद्र सिंह फेसबुक पर लिखते हैं-
छंटनी भी कम्युनल और सेक्युलर होती है। मसलन NDTV और The Hindu जब छंटनी करें तो उसे सेक्युलर की श्रेणी में रखा जा सकता है। तब जनता को उनकी मजबूरी समझनी चाहिए और उनका साथ देना चाहिए। ये दोनों भले ही शॉर्ट नोटिस पर लोगों को निकाल दें, इनका तरीका भले ही कितना भी अश्लील, बेहूदा और क्रूर हो… ये सब जायज है। बाकी कोई करे तो विरोध हो सकता है। चाहे तो प्राइम टाइम भी कर सकते हैं।