पिछले दिनों एक खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई. इसे वाट्सअप, फेसबुक, ट्विटर पर खूब शेयर फारवर्ड किया गया. मोदी सरकार द्वारा ढाई लाख से ज्यादा अखबार टाइटिल निरस्त किए जाने की खबर. सैकड़ों अखबारों को डीएवीपी की सूची से बाहर कर दिए जाने की खबर.
मीडिया के लोग एक दूसरे से पूछते रहे कि क्या ये खबर सच है… अगर टाइटिल निरस्त किए गए हैं तो उसकी लिस्ट कहां है…. हर कोई निरस्त टाइटिल की सूची देखने पाने जानने को बेकरार था… पर ये सूची मिले तब न जब वाकई टाइटिल निरस्त हुए हों….
इसके बाद प्रेस इनफारमेशन ब्यूरो ने अपने अधिकृत ट्विटर हैंडल से इस झूठी खबर की सच्ची हकीकत बताई. पीआईबी ने कहा कि ये खबर फर्जी है. केंद्र सरकार ने टाइटिल निरस्त करने का ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया है.
देखें पीआईबी ट्वीट-

One comment on “ढाई लाख से ज्यादा अखबार टाइटिल निरस्त करने वाली खबर फर्जी थी”
क्या भाईसाब …
आपने भड़ास पर चिपकाई तो यहां से निकाल के हमने भी चिपका दी.
हमें तो भड़ास पर भरोसा था कि यहां तथ्यपरक बाते रखी जाती है.
हेम