सेवा में,
आदरणीय संपादक-गण
प्रमुख प्रिंट एवं न्यूज़ मिडिया संस्थान
महोदय,
उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग द्वारा सहायक समीक्षा अधिकारी भर्ती परीक्षा के 2 चरण पूर्ण होने के बाद रातो-रात अहर्ता बदल कर हज़ारों ऐसे अभ्यर्थियों को अयोग्य घोषित कर दिया गया जिन्होंने प्रारंभिक व मुख्य परीक्षाएं पास कर रखी थीं और ३ साल के कड़े परिश्रम के बाद, अंतिम रूप से चयनित होने कि कगार पर थे।
आयोग की मंशा अपने पसंदीदा अभ्यर्थियों को चयनित करने की थी जिसके प्रभाव में यह सारा खेल खेला गया (वस्तुतः चयन सम्बन्धी योग्यता इत्यादि निर्धारित करने का अधिकार ही आयोग को नहीं; यह नियोक्ता अर्थात सर्कार का कार्य है) और इस पूरे प्रकरण की सरकार को भनक भी नहीं लगाने दी गयी आयोग द्वारा।
सम्पूर्ण मामले की एक सविस्तार पीडीऍफ़ आपके विचार हेतु इस ईमेल के साथ संलग्न है। एक बार अध्ययन कर स्वयं विचार करें कि हम अभ्यर्थियों के साथ किस प्रकार का अन्याय एवं व्यभिचार आयोग द्वारा किया जा रहा है। यदि प्रकरण में जरा भी सत्यता एवं मेरिट लगे तो प्लीज हमारी पीड़ा को आवाज देने पर विचार करें। हज़ारों अभ्यर्थी अपने भविष्य एवं जीवन संरक्षण हेतु आपकी तरफ टकटकी लगाए देख रहे हैं।
साभार
आरपी सिंह