अजित अंजुम-
सालों से मोदी -योगी के लिए ‘लोट-पोट पत्रकारिता’ कर रहे एंकर्स /एडिटर्स बिलखते लोगों की मदद के लिए क्यों नहीं उन्हें टैग कर रहे ? यूपी में तबाही है लेकिन क्या मजाल कि योगी और उनकी सरकार को टैग करके कह सकें कि फलां को मरने से बचा लीजिए. बेड या ऑक्सिजन दिला दीजिए.
चैनलों के चमकते चेहरों और उनके संपादकों की औकात अभी ये है कि भगवान न करे इनके घर में भी कोई बीमार हो जाए तो ये चाटुकार गैंग अपने बड़े हुज़ूर मोदी और छोटे हुज़ूर योगी से गुहार तक नहीं लगा सकते . इन्हें @srinivasiyc या @dilipkpandey जैसे ही दिखेंगे.
प्रिय प्रधानमंत्री जी, आपके कारिंदों के निर्देश के बाद अब सारे चैनल वाले ‘सिस्टम’ के पीछे पड़ गए हैं . उन्हें कहा गया है कि नाकामी का ठीकरा सिस्टम पर फोड़ो . आप किसी ‘सिस्टम’ का हिस्सा हैं या नहीं ? मरते लोग ऑक्सिजन के लिए किस सिस्टम को कोसें ? इतना बता दीजिए सर @narendramodi
ये ‘सिस्टम’ किदर कू बैठता है ? किदर कू मिलता है ? कैसा दिखता है ? चैनल वाला सब अब तो ‘सिस्टम’ को इतना कोस रहा है लेकिन उसका पता ही मिल रहा है ? किदर जाकर घुस गया है ‘सिस्टम’ ? कोई बताए किदर मिलेगा ये सिस्टम ? मुझे उसका मुंह काला करना है