किसी अखबार या चैनल मालिक को आपने पेड न्यूज या छंटनी या शोषण या चोरी के मामले में जेल जाते आपने नहीं सुना होगा लेकिन एक विज्ञापन एजेंट को तीन साल की जेल की सजा इसलिए हो गई क्योंकि उसने अखबार में विज्ञापन छपवाकर उसका पेमेंट जमा नहीं कराया. विज्ञापन छपवा कर पैसे न जमा कराना अपराध है. उचित ही सजा मिली. लेकिन ऐसी सजाएं बड़े लोगों को अपराध में क्यों नहीं होती.
सारे के सारे चोर ब्लैकमेलर मीडिया मालिक धड़ल्ले से पेड न्यूज और छंटनी जैसे कुकर्म करते हैं लेकिन इनके खिलाफ कहीं कोई सुनवाई नहीं होती. लेकिन ये अखबार मालिक जब चाहें तब किसी भी विज्ञापन एजेंट या पत्रकार को जेल भिजवा दें, कोई भी आरोप लगाकर. इन ताकतवर मीडिया मालिकों से पुलिस वालों की सेटिंग किसी से छुपी नहीं है. लीजिए पढ़िए विज्ञापन एजेंट के तीन साल जेल वाली खबर….