पंजाब केसरी के मालिक विजय चोपड़ा को जज ने दिखाई औकात, कोर्ट रूम से बाहर निकाला

मीडिया के मालिकों की ऐंठन को ठीक करने का काम कई ईमानदार किस्म के न्यायाधीश कर डालते हैं. ऐसा ही एक मामला पंजाब के होशियारपुर का है. यहां गलत खबर छापने के एक मामले में निजी पेशी हेतु आए पंजाब केसरी के मालिक विजय चोपड़ा सीधे कोर्ट रूम में घुस गए. तब जज ने उन्हें फटकारते हुए कोर्ट रूम के बाहर जाने को कहा और आवाज लगने पर ही अंदर आने के आदेश दिए.

पढ़िए, किन-किन अखबार मालिकों को सुप्रीम कोर्ट ने अवमानना का नोटिस भेजा है

27 मार्च को मजीठिया वेज बोर्ड को लेकर सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान भड़ास की पहल पर दायर याचिकाओं का संज्ञान लेते हुए न्यायालय ने दर्जनों अखबार मालिकों को अवमानना नोटिस भेजा है. भड़ास की पहल पर दो तरह की याचिकाएं दायर की गई हैं. एक वो जिसमें पत्रकार लोग खुलकर अपने नाम पहचान के साथ अपने अपने अखबार मालिकों के खिलाफ अपने हक के लिए लड़ रहे हैं.

अपराधी मीडिया मालिक छुट्टा घूम रहे, विज्ञापन एजेंट को तीन साल की जेल हो गई

किसी अखबार या चैनल मालिक को आपने पेड न्यूज या छंटनी या शोषण या चोरी के मामले में जेल जाते आपने नहीं सुना होगा लेकिन एक विज्ञापन एजेंट को तीन साल की जेल की सजा इसलिए हो गई क्योंकि उसने अखबार में विज्ञापन छपवाकर उसका पेमेंट जमा नहीं कराया. विज्ञापन छपवा कर पैसे न जमा कराना अपराध है. उचित ही सजा मिली. लेकिन ऐसी सजाएं बड़े लोगों को अपराध में क्यों नहीं होती.