इटावा में आज दोपहर उस समय हड़कंप मच गया जब कथित तौर पर एक विमान दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर साधना न्यूज चैनल पर प्रसारित की जाने लगी। इस खबर ने इटावा से लेकर लखनऊ और दिल्ली तक भगदड़ मचाई ।
जैसे ही विमान दुर्घटनाग्रस्त होने की न्यूज टेलीकास्ट हुई वैसे ही स्थानीय पत्रकारों के अलावा पुलिस और प्रशासनिक अमले ने हड़कंप मच गया। हर कोई यह बात जानने और समझने की कोशिश में लग गया कि आखिरकार यह घटना कहां पर और कैसे हुई है। इस घटना में कितने लोग हलाक हुए हैं। किसी को भी कुछ समझ में नही आया कि यह विमान दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर आखिरकार कैसे प्रसारित होने लगी। हर कोई विमान दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर को फर्जी करार देने लगा।
विमान दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर ऐसे ही प्रसारित नहीं हुई। यह खबर बाकायदा स्थानीय रिपोर्टर के फोनों के साथ प्रसारित की गई है जिसमें रिपोर्टर सनत तिवारी ने बाकायदा विमान दुर्घटनाग्रस्त होने के किस्से को बयान करते हुए प्रशासनिक मशीनरी की मौजूदगी का भी जिक्र किया है।
जब यह खबर साधना न्यूज चैनल पर प्रसारित हुई उसके बाद पुलिस प्रशासनिक अमले के साथ ही स्थानीय पत्रकारों में भी इस खबर की तस्दीक करने को लेकर भगदड़ मची।
सभी अधिकारियों ने पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों के फोन खटखटाना शुरू कर दिए। परेशान हाल अधिकारी हर पत्रकार को यही जवाब देते हुए दिखाई दिए कि इटावा जिले में ऐसी कोई भी घटना घटित नहीं हुई है जिसमें कहीं पर भी विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ हो।
पुलिस और प्रशासनिक स्तर पर किसी भी अधिकारी ने इटावा में कहीं पर भी विमान दुर्घटनाग्रस्त होने की बात को स्वीकार नहीं किया।
इटावा पुलिस ने गहन पड़ताल के बाद एक खंडन जारी किया।
इटावा पुलिस ने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए बताया कि थाना जसवंतनगर क्षेत्र अंतर्गत विमान क्रैश होने के वायरल वीडियो के संबंध में इटावा पुलिस खंडन जारी कर रही है। साधना न्यूज चैनल ने आज 2 अप्रैल को को समय 2 बजकर 52 पर एक खबर प्रसारित की गई जिसमें जनपद इटावा के जसवंतनगर में एक विमान क्रैश होना बताया गया था जिसके संबंध में जनपदीय सोशल मीडिया सेल द्वारा थाना क्षेत्र में जानकारी की गई तो घटना असत्य एवं भ्रामक पाई गई। संदर्भित प्रकरण में संबंधित के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।
जब यह खबर प्रसारित हो रही थी उसी समय पुलिस अमले की ओर से सनत तिवारी के मोबाइल नंबर पर फोन करके जानकारी चाही तब से फोन बंद करके चंपत हो गया लेकिन अब पुलिस उसको सरगर्मी से तलाश मे जुटी हुई है ।
खुद इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. बृजेश सिंह ने कहा कि जिले में भ्रामक और तथ्यहीन खबरों का प्रकाशन ओर प्रसारण करने वाले किसी को भी बख्सा नही जायेगा चाहे वह कोई भी क्यों ना हो । इस तरह की भ्रामक खबरों से माहौल खराब होता है।
ज्ञात हो कि साधना न्यूज का पत्रकार सनत तिवारी पिछले साल 19 जून को इटावा में सिविल लाइन थाने के दरोगा सुबोध सहाय को ब्लैकमेल कर 50 हजार वसूलने की धमकी देने में गिरफ्तार किया गया था।
सनत इटावा में करीब 3 साल पहले तैनात रहे एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी को अपने वाट्सअप संदेशों के जरिये एसएसपी पद से हटवाने की चेतावनी देने से चर्चा में आया। उसके बाद सनत तिवारी के खिलाफ करीब आठ अपराधिक मामले दर्ज किये गये जिनमे ज्यादातर रंगदारी के मामले थे। एक मामला भाजपा नेता और महेवा के ब्लाक प्रमुख अशोक चौबे ने दर्ज कराया। गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज होने के बाद भी जमानत पर जेल से रिहाई पर एसएसपी ने 15000 का इनाम घोषित किया। उसके बाद भगोड़ा बता बी क्लास की हिस्ट्रीसीट भी खोल दी गई जिसके बाद यह फिर जेल गया। इटावा कोतवाली में सनत तिवारी को दुराचारीगढ लिस्ट में शामिल किया गया है।