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इंटरव्यू

मुस्लिमों के कत्लेआम की स्टोरी ब्रेक करने पर वीरेंद्र सेंगर को जान से मारने की सुपारी दी गई थी!

Yashwant Singh : बहुत दिन बाद आज एक मीडिया पर्सन का इंटरव्यू किया। बड़े भाई Virendra Sengar जी मुझे इसलिए पसन्द हैं कि वो बिना लाग लपेट के लिखते, बोलते, जीते हैं। बातचीत के दरम्यान पता चला कि ‘चौथी दुनिया’ के दिनों में उन्हें मारने की सुपारी दी गयी थी, हाशिमपुरा दंगा की खबर ब्रेक करने के कारण, वो भी उस पुलिस अफसर की तरफ से जिसके नेतृत्व में मुसलमानों का कत्लेआम किया गया था।

ये संयोग था कि जिस दिन वीरेंद्र सेंगर जी का मर्डर होना तय था, उस दिन बस पकड़ने की बजाय अपने किसी दोस्त के साथ कार से ऑफिस चले गए थे। ये खुलासा खुद सुपारी लेने वाले अपराधी ने बहुत बाद में सेंगर जी से मिल कर किया। इस भड़ासी इंटरव्यू को जल्द ही अपलोड किया जाएगा।

भड़ास के संपादक यशवंत सिंह के उपरोक्त एफबी पोस्ट पर आए ढेरों कमेंट्स में से कुछ प्रमुख यूं हैं-

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Sarjana Sharama : Yashwant you have selcted a right journalist . Not only a good professional but a good human being Also

Palash Dubey : सेंगर अंकल को प्रणाम। अंकल एक बेहतरीन पत्रकार के साथ साथ एक बेहतरीन इंसान है, अंकल से हर बार मिलने पर एक नएपन और अपनेपन का अहसास होता हैं।

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Anand Swaroop Verma : वीरेंद्र सेंगर एक नायाब पत्रकार हैं।उन्होंने भटक गई खोजपूर्ण पत्रकारिता को एक सही दिशा दी।मैं उनके काम से बहुत परिचित हूँ औऱ जानता हूँ कि किसी भी दबाव या प्रलोभन से विचलित हुए बिना उन्होंने सामान्य जन के पक्ष में शानदार रिपोर्टिंग की है।

Yashwant Singh : सर् सलाम। सेंगर सर् ने आपको अपना पत्रकारीय हीरो घोषित किया है। ये खुलासा भी यहीं कर दे रहा हूँ। 🙂

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Ish Mishra : तब तक मैं सेंगर जी से मिला नहीं था, हाशिमपुरा वाले लेख का अंग्रेजी में मैंने अनुवाद किया था Anand Swaroop Verma (वर्मा जी) के मार्फत, वर्मा जी के पास शायद अभी भी उसकी प्रति हो।

Subhash Rai : हां, ये बहुत साहसिक काम वीरेन्द्र भाई साहब ने किया था।

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Neeraj Tiwari : मैंने काम किया है Virendra Sengar सर के साथ। काफी कुछ सीखा।

Subhash Tripathi : बहुत सुंदर दादा, बहुत जानदार पत्रकार हैं…

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Alok Kumar : शानदार शख्सियत.. इंतजार.

Arun Pandey : सेंगर सर हर मामले में बेमिसाल रहे हैं.

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Riyaz Hashmi : चौंकाने वाला खुलासा। इंटरव्यू का इंतजार रहेगा।

DrMandhata Singh : वीरेंद्र जी का लिखा पढ़ता रहा हूं। वीरेंद्र जी के बारे में और जानने की लालसा आपके इंटरव्यू से पूरी होगी।

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Yogesh Kumar Sheetal : मेरी इंटर्नशीप उन्हीं के मार्गदर्शन में हुई। इंतज़ार रहेगा!

Shammi Sarin : सेंगर जी साहसी पत्रकार हैं वे हमेशा साफ़ – साफ़ लिखते हैं

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रोशन खान दायमखानी लाडनुँ : उम्दा तहरीर… इंतजार रहेगा इंटरव्यू का…

Ramji Mishra : सर, भड़ास4मीडिया tv जब चलेगी तब देश की मीडिया को एक नई दिशा मिलेगी

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Saleem Akhter Siddiqui : हाशिमपुरा और मलियाना कांड के बाद वीरेंद्र सेंगर जी ने दिल्ली में लंबा इंटरव्यू रिकॉर्ड किया था।

Shreesh Sinha : इस सनसनीखेज इंटरव्यू की तो प्रतीक्षा रहेगी ।

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Gourav Sharma : virendra sengar sir ne hi delhi(DLA) m journalism ki neev rakhi thi, sir ka aashirwaad hamesha raha.

Ashish Awasthi : जल्दी बाबा । वेट कर रहा हूँ

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Mahendra Joshi : साक्षात्कार का इंतजार रहेगा… एक बेहद सरल , सौम्य एवं उतने ही प्रभावशाली व्यक्तित्व का…

Thakur Ashu Sengar : Yashwant ji jab upload ho jaye to plz link mujhe bhi forward kijiyega

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Pankaj India : सेंगर जी पर हमें गर्व है।

Zafar Abbas : waaqai ap jaise logo ki wajah se sachhai aur insaaniyat ko mazbooti milti hai waaqai dil se respect

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Mohammed Ammar Khan : Intezar rahega is interview ka Yashwant Singh bhai.

Mukund Mitr : भाई आपने बड़े भाई के बारे में बात कर मजा बढ़ा दिया। हमारे कई दशक पुराना रिश्ता है

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Surendra Trivedi : यशवंत जी, मैं भी सेंगर जी के साथ वर्ष 1982-83 में लखनऊ से प्रकाशित साप्ताहिक शान-ए-सहारा में काम कर चुका हूँ। इनकी रिपोर्टिंग पढ़ने लायक हुआ करती थी।

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1 Comment

1 Comment

  1. shashi kant trigun

    August 8, 2019 at 2:21 am

    सेंगर सर बहुत अच्छे पत्रकार तो हैं ही, मैंने उनके सान्निध्य में काम करने के दौरान यह महसूस किया कि वह अपने पत्रकार से भी अच्छे इंसान हैं। बहुत सहज, सरल और सुलभ…और यह उनके इसी व्यक्तित्व और प्रत्रकारीय कृतित्व का प्रभाव है कि उनकी सुपारी लेने वाले ने खुलासा भी उन्हीं से किया। साक्षात्कार का इंतजार रहेगा।

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