इस साल के आख़िर तक दुनिया की कुल जनसंख्या में से आधे लोग इंटरनेट से जुड़ चुके होंगे. संयुक्त राष्ट्र की संस्था अंतरराष्ट्रीय टेलीकम्यूनिकेशन यूनियन (आईटीयू) की एक रिपोर्ट में अनुमान है कि 3.2 अरब से ज़्यादा लोग ऑनलाइन हो चुके होंगे, फिलहाल दुनिया की जनसंख्या 7.2 अरब है. इनमें विकासशील देशों के तकरीबन दो अरब लोग शामिल हैं. लेकिन सबसे कम विकसित देशों की सूची में शामिल नेपाल और सोमालिया से सिर्फ 8 करोड़ 90 लाख लोग ही इंटरनेट का इस्तेमाल कर पाएंगे.
रिपोर्ट के मुताबिक साल के अंत तक विकसित देशो में 80 प्रतिशत घरों और विकासशील देशों में 34 प्रतिशत घरों में किसी न किसी रूप में इंटरनेट की सुविधा होगी. आईटीयू के डेवलपमेंट ब्यूरो के निदेशक ब्राहिमा सनोऊ ने बताया, “पिछले 15 वर्षों में इंटरनेट ने वैश्विक विकास में अहम भूमिका निभाई है. डिजिटल समुदाय बनने की तरफ बढ़ रही दुनिया के विकास के लिए इंटरनेट की महत्वपूर्ण भूमिका होगी.” साल 2000 में इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों की संख्या आज के आंकड़े के आठवें हिस्से के बराबर यानी 40 करोड़ थी.
मोबाइल ब्रॉडबैंड इस्तेमाल करने वालों की संख्या 7 अरब तक पहुंच जाएगी. अमरीका और यूरोप में 100 में से 78 लोग मोबाइल ब्रॉडबैंड का इस्तेमाल करते हैं. दुनिया में 69 फ़ीसदी लोगों के पास 3G कवरेज है लेकिन ग्रामीण इलाकों में ये सिर्फ़ 29 फ़ीसदी तक पहुंचा है. अफ्रीका में मोबाइल ब्रॉडबैंड सिर्फ 17.4 फीसदी आबादी तक पहुंचा है.
बीबीसी हिंदी डॉट कॉम से साभार