Ravish Kumar-
इंडियन एक्सप्रेस, जागरण और उजाला में ख़बर छपी है कि भाजपा सांसद के खिलाफ पुलिस ने FIR कराई है। उन पर चौकी में घुसकर पुलिसकर्मियों के आरोप हैं। योगी राज में पुलिस की इतनी हिम्मत तो नहीं कि फ़र्ज़ी केस दर्ज कर दे लेकिन क्या पुलिस में इतनी हिम्मत बची है कि वह सांसद को इस मामले में सज़ा दिलवा दे?
क्या ऐसा होगा कि ख़बर मैनेज होगी और जाँच के नाम पर अनंत काल के गर्त में भुला दिया जाएगा। पुलिस वाले पीटाई का दर्द अरेवा यादों में समेट कर जीते रहेंगे । यूपी पुलिस का इक़बाल इतना ख़त्म हो गया है?


इन आरोपियों में से किसी के घर बुलडोज़र नहीं चलेगा क्योंकि आरोपी अपने जो हैं।