यशवंत सिंह-
अमिताभ ठाकुर के समर्थन में बनाए गए फेसबुक ग्रुप से जुड़ने के अनुरोध से संबंधित एक पोस्ट का प्रकाशन भड़ास के एफबी पेज पर किया. इस पोस्ट के नीचे एक मजेदार डिसकशन हुआ है.
एक भक्त ने भड़ास एडमिन को अखिलेश यादव का भक्त बताया. साथ ही अखिलेश के लिए नकटेढ़े और टोंटीचोर जैसे शब्द का इस्तेमाल किया. जाहिर है ये भाषा बीजेपी आईटी सेल वालों की ही है जो वैसे तो संस्कार विचार आचार राष्ट्र की बातें करते हैं लेकिन इनकी करनी कथनी से हमेशा कुविचार कुसंस्कार राष्ट्रद्रोह टाइप चीजें निकलती हैं.
इस भक्त का जवाब किन्हीं करन सैनी ने दिया है जो अखिलेश समर्थक, सपा समर्थक लगते हैं. भाई ने लिखा है कि जिसकी हैसियत सैकड़ों करोड़ की हो, वह भला टोंटी क्यों चुराएगा.
इस पर एक अन्य भक्त अजीत एस राणा ने ने फटाक से कमेंट कर पूछा कि ये सैकड़ों करोड़ की संपत्ति क्या विरासत में मिली थी या अखिलेश जी किसी स्टेट के राजा महाराजा थे…
इसका बड़ा खूबसूरत जवाब दिया है करन सैनी ने. इस बंदे ने दम से कहा कि हां काली कमाई है, भ्रष्टाचार से संपत्ति बनाई है, तो पकड़ क्यों नहीं रही है जुमला पार्टी… सारी एजेंसी तो जुमला पार्टी की सरकारों के कब्जे में ही है… फिर देर किस बात की…
ये तो गजब मारा है भाई ने. इस तर्क के आगे कोई तर्क नहीं ठहरता. भक्तों का फिर कोई रिप्लाई नहीं आया है.
देखें स्क्रीनशाट-
मूल पोस्ट ये है- https://www.facebook.com/bhadasmedia/posts/4226717834093276