समाचार प्लस राजस्थान में सभी स्टिंगरों को दिया गया एक लाख से 2 लाख रुपये उगाही का लक्ष्य. नहीं देने वाले रिपोर्टरों को निकाला. 26 जनवरी यानि गणतंत्र दिवस के नाम पर उगाहने हैं लाखों रुपये. समाचार प्लस में मैं कई सालों से कार्य कर रहा था. 5 हजार रुपये मुझे मेरी मेहनत के मिलते थे. काम ज्यादा था, पैसे कम. लेकिन चैनल को कुछ और ही प्यारा था. समाचार प्लस राजस्थान टीम ने मुझे फ़ोन कर कहा-
”आप ब्यूरो हैं, आपको हम 1 लाख से 2 लाख रुपये का लक्ष्य दे रहे हैं. हमे जल्दी विज्ञापन दे दो. नहीं दे सकते हो तो टीवी में दिखना कम हो जाओगे और हमें कई स्टिंगरों को इस वजह से बाहर का रास्ता दिखाना पड़ा. आप पर भी गाज गिर सकती है, इसलिए आप भी खबरें कम कर दो और विज्ञापन दो. नहीं दे सकते तो मैनेजमेंट आपको हटा देगा.”
उन लोगों ने फोन पर ही बताया कि अजमेर के ब्यूरो चीफ संतोष सोनी और उदयपुर के अब्बास रिजवी को बाहर का रास्ता टारगेट पूरा न करने के कारण दिखा दिया गया है. इनको हटाने की वजह यह कि इन्होंने पैसे देने से मना कर दिया. उसी दिन हटाकर नए स्टिंगरों को लगा दिया गया. राजस्थान के सारे स्टिंगरों को मेल पर 1 से 2 लाख रुपये देने का आदेश दे दिया गया है. आखिरकार मैनेजमेंट ने हमें बाहर क्यों निकाला. हम उन्हें हर ओकेजन पर विज्ञापन देते थे. लेकिन जब बार-बार विज्ञापन समाचार प्लस राजस्थान टीम मांग रही है तो हम कहां से दें.
अभी दीपावली पर ही लाखों रुपये के विज्ञापन दे चुके हैं. उनका ही पेमंट नहीं हुआ. लेकिन अब फिर से 1-2 लाख रुपये विज्ञापन के नाम पर मांग लिए. धंधेबाजी और उगाही की हद होती है. आप से गुजारिश है कि आप इस दुःखद मेल को अच्छे से लगायें और मीडिया कर्मियों का साथ देवें. यह सबको जानना जरूरी है कि रिपोर्टर अब चैनल के लिए कमाई करेगा. यही कारण है कि अब समाचार प्लस ग्रुप के दावे फेल होने लगे हैं. यह साबित होने लगा है कि इसका मालिक उमेश कुमार पहले से ही धंधेबाज रहा है और फिर से अपने ओरीजनल रूप में आ गया है. इसकी धंधेबाजी के चर्चे उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली समेत पूरे राजस्थान में होने लगे हैं. इसकी नेताओं अफसरों सरकारों की दल्लागिरी के कारण एडिटर अमिताभ अग्निहोत्री ने इस्तीफा दे दिया.
ग्रुप ने जिला स्तर पर राजस्थान में जो संवाददाता रखे थे, रिटेनर, उन पर मार्केटिंग का भारी दबाव बनाया जा रहा है. अब रिपोर्टर खबरें करे या विज्ञापन मांगता फिरे, समझ ही नहीं आ रहा. चैनल ने कमाई न करके देने पर बीकानेर, अजमेर समेत कई जिलों के रिपोर्टरों को हटा कर वहां स्ट्रिंगर रख दिए हैं. अब 26 जनवरी के लिए 1 लाख का टार्गेट दिया है. समझ नहीं आ रहा है कि इस चैनल के मार्केटिंग विभाग वाले क्या कर रहे हैं. बड़ी तनख्वाह पर काम कर रहे हैं और दबाव रिपोर्टर पर बना रहे हैं. सरकार के खिलाफ खबर नहीं चलाते, भले ही कुछ भी हो जाए. धमकी दी जा रही है कि रुपए नहीं उगाहे तो हटा दिया जाएगा. नीचे वो मेल है जो चैनल की तरफ से सभी को भेजा गया है>
Dear All,
this is a reminder regarding spot/scroll advt on 26 jan-2016 (Republic day ) as per instructions of Channel Head- Mr. Ajay Jha
District head quarter – advt Amount should be Rs. 1 lakh
Tahsil and others advt Amount should be Rs. 50,000 /-
Plz make sure for this target.
Thanks
Manoj Gotherwal
Manager Marketing
Samachar Plus Channel- Raj.
08233229289
भड़ास के पास राजस्थान के कई टीवी जर्नलिस्टों द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.
Suryakant kamal
January 24, 2016 at 11:45 am
ये हाल सिर्फ समाचार प्लस का नहीं बल्कि देश के मीडिया घरानों में सवोच्च स्थान रखने वालों में एक जी मीडिया ग्रुप के बिहार / झारखण्ड न्यूज चैनल जी पुरवईया का भी है । इसके झारखण्ड ब्यूरो मनीष मेहता भी स्ट्रिंगरों से प्रतिमाह 5 से 15 लाख रूपये तक की उगाही अपने इलाके से करके देने का दबाव बना रहा है । स्ट्रिंगरों द्वारा इनकार करने पर झारखण्ड के चतरा , गोड्डा व गिरिडीह जिले के स्ट्रींगर को हटा दिया । अगर ऐसा हाल रहा तो वो दिन दूर नहीं जब ऐसे तहसीलदारों के कारण जी मीडिया की साख बर्बाद हो जाएगी ।