ग्लोबल लिटरेरी फेस्टिवल नोएडा के पांचवें संस्करण में मीडिया के क्षेत्र से जुड़े कवियों को एक सम्मानित मंच प्रदान किया गया। इस बार इन प्रतिभावान कवियों की कविताओं को न केवल संकलित कर एक पुस्तक का रूप दिया गया बल्कि इन्हें बतौर कवि अपनी कविताएं सुनाने के लिए एक भव्य मंच भी प्रदान किया गया। ग्लोबल लिटरेरी फेस्टिवल विगत चार वर्षों में साहित्य के क्षेत्र में तमाम नवीन प्रयोग करता रहा है। उसी की कड़ी में यह एक अनूठा प्रयास है।
“आग भी है और पानी भी” कविता संकलन में लगभग 13 कवियों की रचनाओं को संकलित किया गया है जिनमें से कुछ नाम चर्चित हैं। जैसे राणा यशवंत, पंकज शर्मा, दीपक डोभाल, श्वेता जया पांडेय, सत्येंद्र प्रसाद श्रीवास्तव, पयोधि शशि, अबयज़ खान, अंजलि गुप्ता, प्रभात कुमार, नविता, मनु पवार और सुशील भारती। इस कविता संग्रह में पत्रकार की कलम से जन्मी विविध संवेदनाएं और जीवन के रंग है, कहीं अपने समय की चिंताएं तो कहीं घर से दूर अपनी मिट्टी का मोह तो कहीं प्रेम के अविरल गीत।
ग्लोबल लिटरेरी फेस्टिवल, नोएडा के अध्यक्ष डॉ संदीप मारवाह ने कहा कि “यह साहित्यिक महोत्सव समाज के हर हिस्से की न केवल भागीदारी है बल्कि उसकी रचनात्मक अभिव्यक्ति को प्रोत्साहित करने का मंच भी है और मुझे खुशी है कि ग्लोबल लिटरेरी फेस्टिवल के सहयोग से इस पुस्तक को प्रकाशित किया जा रहा है।”
इस पुस्तक के प्रकाशक “राही पब्लिकेशन” हैं। यह पुस्तक महोत्सव में विमोचित होने के पश्चात अमेज़ॉन पर भी उपलब्ध होगी।
मुहम्मद शुएब
September 4, 2019 at 9:32 am
ऐसे उत्सव होते रहने चाहियें ताकि युवाओं की रचनाओं को जन जन तक पहुंचाया जा सके और एक सभ्य व सुसंस्कृत समाज के निर्माण में योगदान दिया जा सके.