Soumitra Roy-
सीबीआई सूत्रों का कहना है कि भारत का सबसे बड़ा बैंक घोटाला 22,842 करोड़ का नहीं, बल्कि 24,268 करोड़ का है।
घोटाला करने वाला ऋषि अग्रवाल कब का देश लूटकर भाग चुका है। सीबीआई के पास सिर्फ़ कागज़ हैं।
संसद में अनुराग ठाकुर का पेश एक कागज़ मेरे पास भी है, जो बताता है कि अभी तक 40 से ज़्यादा घोटालेबाज़ देश का 70 हज़ार करोड़ से ज़्यादा लूटकर भाग चुके हैं।
सीबीआई भी क्या करे। साहेब से कार्रवाई की परमिशन मिलने में 3 साल लग जाते हैं।
तब तक बीजेपी मालामाल हो जाती है और चोर भाग चुका होता है। रह जाते हैं सिर्फ़ कागज़।
आप भी चूना लगे कागज़ को पढिये।
LakshmiPratap Singh-
ये आधा सच है , ये मात्र एक कम्पनी द्वारा किया हुआ सबसे बड़ा घोटाला है. बाकि जब से मोदी का ख़ास और 2G घोटाला वाला पूर्व कैग, विनोद राय RBI में मॉनिटरिंग कमिटी का अध्यक्ष बना है तब से बैंको में 10 लाख करोड़ से ज्यादा का घोटाला हो चुका है. उसी को छिपाने के लिए बैंको को मर्ज किया जा रहा है ताकि फायदे और नुकसान वाले बैंको को मिला के एक बेलेंस शीट हो जाये और घोटालों पर फोकस ना जाये ..
SBI बैंक ने सन 2018-19 में पेनल्टी से 2,400 करोड़ कमाए जबकि पिछले दो साल से ये बैंक घाटे में था. सन २०१९ में बैंको ने कुल 10,000 हज़ार करोड़ रूपये पेनल्टी से वसूले. कमाल की बात ये है की ये पैसा समाज के सबसे गरीब वर्ग से वसूला जाता है जो मात्र 2000 रुपया भी मेंटेन करने में असमर्थ है.
इससे भी कमाल की बात ये है की इसी साल सर्कार ने अमीर उधोगपति लोगों का एक लाख करोड़ लोन मांफ कर दिया. RBI रिपोर्ट के अनुसार पिछले 8 सालों में मोदी सरकार ने उधोगपतियों का करीब 10.2 लाख करोड़ का लोन मांफ किया है.
मतलब पैसा लूट रहे अमीर और बैंक धंधा नहीं आपसे मिनिमम बेलेंस , पासबुक, चेकबुक, ATM charge के नाम पे अवैध वसूली कर रहे हैं ताकि उस लूट की भरपाई कर सके. खैर ..चुनाव बाद पब्लिक नए बैंक चार्ज के लिए तैयार रहें. कालचक्र में सारी भरपाई आप जनता से ही तो करनी है..
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