पंजाब केसरी के AK Minha की सेंट्रल सिक्योरिटी घटी… अमित शाह के केंद्रीय गृहमंत्री बनने के बाद केंद्रीय सुरक्षा प्राप्त लोगों की लिस्ट को लेकर एक रिव्यू कराया गया. इस रिव्यू के बाद कई सत्ताधारी नेताओं की सुरक्षा खत्म की गई या फिर घटा दी गई. मीडिया से जुड़े कई लोगों की सुरक्षा भी हटाई गई है.
एबीपी समूह के मालिक अवीक सरकार को मिलने वाली एक्स कैटगरी की सुरक्षा को हटाते हुए उन्हें केंद्रीय सुरक्षा प्राप्त लोगों की लिस्ट से बाहर कर दिया गया है. इसी तरह समाचार प्लस के एडिटर इन चीफ और सीईओ उमेश कुमार की वाई प्लस सुरक्षा हटा दी गई है. उमेश का नाम भी केंद्रीय सुरक्षा प्राप्त लोगों की लिस्ट से हटाया गया है. पंजाब केसरी के संपादक एके मिन्हा की सुरक्षा में कटौती करते हुए उन्हें अब बिना सीआरपीएफ कवर वाली जेड सिक्योरिटी मुहैया कराई जाएगी.
कई नेताओं की भी सुरक्षा हटी या घटी है. सतीश चंद्र मिश्रा को सेंट्रल लिस्ट से हटा दिया गया है. उन्हें यूपी में जेड सीआरपीएफ कवर प्रदान किया जाएगा. लालू प्रसाद यादव, राजीव प्रताप रुडी, यूपी के मंत्री सुरेश राणा, अवतार सिंह भड़ाना, यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव, चिराग पासवान आदि की भी सुरक्षा हटाई या कम की गई है.
सबसे खास बात है सत्ताधारी नेताओं यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, यूपी के मंत्री सुरेश राणा, केंद्रीय नेता राजीव प्रताप रुडी की सुरक्षा में कमी किया जाना. केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान को अभी तक वाई प्लस कैटगरी की सुरक्षा मिलती थी. उनकी सुरक्षा में कमी करते हुए अब वाई कैटगरी की लिस्ट में शामिल किया गया है. उन्हें सीआरपीएफ कवर भी नहीं मिलेगा. लालू यादव को सेंट्रल लिस्ट से हटा दिया गया है. इसी तरह राजीव प्रताप रुड़ी का नाम भी सेंट्रल लिस्ट से बाहर कर दिया गया है. दिेनेश शर्मा को अभी तक सेंटर से वाई प्लस सुरक्षा मिलती थी लेकिन इन्हें भी सेंटर की सुरक्षा लिस्ट से हटा दिया गया है.