बस्ती (उ.प्र.) : इलेक्ट्रानिक मीडिया के चार पत्रकार अक्सर जिले में अपने कारनामों से चर्चा में रहने के लिये जाने जाते हैं। एक बार फिर इलेक्ट्रानिक मीडिया सेंटर के नाम से सक्रिय तथाकथित चार-पांच पत्रकारों की जुगलबंदी चर्चा में आ गई है। इस बार तो समाचार प्लस के स्ट्रिंगर्स की नौकरी भी मानो फंस सी गई है। ऐसी खबर है कि चैनल कभी भी अपने स्ट्रिंगर्स रजनीश को बाहर का रास्ता दिखा सकता है।
इस तरह स्ट्रिंगर ने उल्टी खबर प्रसारित करा दी
सांसद द्वारा एनबीए को भेजी गई नोटिस की छायाप्रति
दरअसल यह विवाद भाजपा के सांसद द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम ‘मन की बात’ से शुरू हुआ। सांसद हरीश द्विवेदी ने कप्तानगंज ब्लाक क्षेत्र में मन की बात कार्यक्रम में जिले के युवाओं को आमंत्रित किया। इस कार्यक्रम में हर युवा सांसद से सीधा संवाद करते हुये अपनी भड़ास या मन की बात कह सकता था। इस न्यूज की कवरेज के लिये सांसद ने प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया के सभी पत्रकारों को बुलाया। कार्यक्रम में एक युवक ने सांसद से भ्रष्टाचार समाप्त करने के उपाय के बारे में पूछ लिया। सांसद ने कहा कि केवल सरकारों के चाहने से भ्रष्टाचार नहीं रुकेगा। उसके लिये हर किसी को ईमानदार बनना पड़ेगा।
उदाहरण स्वरूप सांसद ने खुद का हवाला देते हुए कहा कि उनके घर सुबह 7 बजे क्षेत्र के तमाम लोग पहुंच जाते हैं, जो उनसे कुछ अपेक्षा लेकर आते हैं। कोई न कोई बहाना बनाकर वे उनसे अपनी मांग रख देते हैं। जबकि एक सांसद की सैलरी एक प्राईमरी स्कुल के अध्यापक के बराबर है। भत्ता वगैरह लेकर लगभग उन्हें भारत सरकार से एक लाख रूपये मिल जाते हैं। अगर वे रोज 20 हजार रूपये लोगों में बांटने लगेंगे तो इतना पैसा लायेंगे कहां से। इसके लिये वे चोरी करेंगे, चोरी करने वे जापान तो जायेंगे नहीं, चोरी वे यहीं करेंगे। सरकारी योजनाओं में काम करने वाले ठेकेदारों और अधिकारियों को वे बुलायेंगे और उनसे 50 प्रतिशत देने को कहेंगे।
इस बात की समाचार प्लस के स्ट्रिंगर्स ने ऐसी एडिटिंग की कि सांसद महोदय के कहने का तात्पर्य ही पलट गया। समाचार प्रसारित होने के बाद हर किसी को लगा कि सांसद भी भ्रष्टाचार में लिप्त हो गये हैं और 50 प्रतिशत कमीशन मांग रहे हैं। जैसे ही इस बात की जानकारी सांसद हुई तो हैरत में पड़ गए। दबी जुबान चर्चा है कि रजनीश ने कुछ दिन पूर्व सांसद को अपने आवास पर आयोजित एक घरेलू कार्यक्रम में आमंत्रित किया था मगर सांसद व्यस्तता की वजह से नहीं पहुंच सके। इसी के बाद से रजनीश की सांसद से ठन गई। सपा के काबिना मंत्री राजकिशोर सिंह भी रजनीश को इस मुहिम में पूरा सहयोग कर रहे हैं। चैनल प्रबंधन को अंधेरे में रखकर सांसद के खिलाफ खबरें प्रसारित करवाई जा रही हैं।
इतना सब होने के बाद सांसद ने समाचार प्लस और चार अन्य चैनलों के संपादकों को गलत खबर चलाने पर एनबीए के माध्यम से नोटिस भेजी है। सांसद ने स्ट्रिंगर्स के खिलाफ एक करोड़ के मानहानि का दावा ठोकने की भी प्रक्रिया शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक सांसद ने समाचार प्लस के किसी बड़े पद पर बैठे अधिकारी से इस बात की शिकायत की तो उन्हे बताया गया कि उनका कोई भी स्ट्रिंगर बस्ती जनपद में है ही नहीं। ऐसे में गलत खबरें चलाना रजनीश को भारी पड़ने की चर्चाएं हैं। मीडिया सेंटर के पत्रकारों का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी इन सभी पत्रकारों को बोर्ड परीक्षा में वसूली के दौरान बीच सड़क पर दौड़ा दौड़ा कर पीटा गया था। बावजूद कोई सबक लेने के इनके कारनामे बदस्तूर जारी हैं।
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एक पत्रकार द्वारा भेजे गये पत्र पर आधारित
Comments on “उल्टी खबर चलाने पर समाचार प्लस को सांसद का नोटिस, स्ट्रिंगर पर एक करोड़ का दावा ठोकेंगे”
यह लेख बिलकुल सत्य है कि मन की बात नामक कार्यक्रम में सांसद की बातो को आगे और पीछे से काट दिया गया सांसद ने ऐसा कुछ भी नहीं कहा पर क्या करे समाचार प्लस के रिपोटर सांसद ने रूपया दिया नहीं, उसी की वजह से सांसद के खिलाफ खबर उलटी दिखा दिया। एक उदाहरण और है अभी नए नए बिजनेस मैन और पुराने सीऐ सतीश चंद्र भाजपा से टिकेट के लिए लगे हुए है उन्हें समाचार प्लस के रिपोर्टर ने कई बार अपने साथियो के साथ मिलकर चूना लगाया वो भी खबर दिखाए जाने के नाम पर,बताते है कैसे,सीऐ सतीश के मीडिया प्रभारी विमल पाण्डेय ने बताया कि रजनीश सहित इनके कुछ साथी खबर दिखाए जाने के नाम पर धन वसूली करते थे वो भी रात के अंधेरो में जहाँ कोई नहीं रहता था ऐसा कई बार हुआ रुपये भी दिए और खबर भी नहीं चली अब रजनीश सहित उस ग्रुप के लोगो से भरोसा उठ गया है,इस ग्रुप में सभी मीडिया के नाम पर दलाली का खेल खेल रहे है,जहाँ से इन्हें रुपया नहीं मिलता है वहाँ ये इसी तरह खबरों के साथ छेड़छाड़ करते है।जनपद में हर कोई इन्हें जानता है खबरों को लेकर नहीं दलाली को लेकर,इनकी खबरों को कभी भी आप देख लीजिये केवल दलाली वाली खबरे ही ये चैनल को भेजते है स्पॉट रिपोटिंग ये नहीं करते है,यूनिक खबर कभी ये नहीं भेज पाते जिसकी वजह से चैनल भी टीआरपी में पीछे है।