इंदिरापुरम (गाजियाबाद) भाजपा के मंडल अध्यक्ष नवनीत मित्तल ने ‘शिप्रा दर्पण’ नामक अखबार निकालने वाले पत्रकार नवीन द्विवेदी को एक खबर छापने पर जमकर धमकाया. नवीन द्विवेदी ने इस बारे में भड़ास को बताया कि वह सम्पादक हैं, शिप्रा दर्पण समाचार पत्र के. कल शाम 5.00 बजे इंदिरापुरम (गाजियाबाद) भाजपा के मंडल अध्यक्ष नवनीत मित्तल का फोन आया. उन्होंने मुझे गालियां देना शुरू कर दिया और फिर मुझे जान से मारने की धमकी भी दी.
साथ ही अखबार शिप्रा दर्पण को भी गालियां दी. नवीन के मुताबिक वे अत्यंत भयभीत हैं और उन्हें आशंका है कि मुझे किसी भी समय यह बाहुबली मार सकता है. नवीन ने पुलिस में लिखित शिकायत दे दी है. वे धमकी को देखते हुए इंदिरापुरम गाजियाबाद क्षेत्र छोड़ने पर विचार कर रहे हैं. उनका कहना है कि जब तक वे इंदिरापुरम में हैं, अगर उनका एक्सीडेंट भी होता है तो इसके लिए जिम्मेदार भाजपा मंडल अध्यक्ष नवनीत मित्तल माने जाएं.
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नीचे है वो खबर जिसके छपने के बाद भाजपा नेता को गुस्सा आ गया…
इंदिरापुरम भाजपा नेता और आरएसएस के अधिकारी के बीच तीखी तू..तू..में…में..
Naveen Dwivedi –
शिप्रा दर्पण!
जिस राज्य में विपक्ष नही होता या कमजोर होता हैं उस राज्य सत्ताधारी दल की विचारधारा के लोग कभी कभी विपक्ष की भूमिका अदा कर लेते हैं, उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के इंदिरापुरम क्षेत्र में यह माहौल साफ़ तौर पर देखा गया जब इंदिरापुरम के बीजेपी के मंडल अध्यक्ष नवनीत मित्तल और आरएसएस के अधिकारी अविनाश चंद्र के बीच तीखी नोक झोंक हुई मुद्दा था बिहारी मार्केट।
कुछ समय से स्थानीय लोग अवैध बने बिहारी मार्केट का विरोध कर रहे हैं उनका कहना है कि खुले में मॉस व सब्जी और अन्य गलत कार्य इस अवैध बाजार में होते है जिसके चलते क्षेत्र में चोरी और स्नेचिक की वारदात बढ़ी है और बिहारी मार्केट के विरोध के समर्थन में आरएसएस के अधिकारी अविनाश चन्द्र कर रहे थे मगर बीजेपी के मंडल अध्यक्ष ने एक चौपाल पर एक बैठक के दौरान बिहारी मार्केट का समर्थन किया और कहा कि बिहारी मार्केट को हटने नही देना चाहिए वही उपस्थित बीजेपी के वरिष्ठ कार्यकर्ता संजय सिंह भी नवनींत मित्तल के सुर में सुर मिलाते नज़र आये और कहा कि बिहारी मार्केट के व्यापारियों को वैकल्पिक स्थान मिलना चाहिए।
वही दूसरी और स्थानीयजनों और आरएसएस अधिकारी अविनाश चन्द्र ने इस बात का विरोध किया कि वह अवैध बाजार है जिसके चलते रात में महिलाएं सड़क पर चल भी नही पाती खुले में गालियां दी जाती है और खुले में मांस की बिक्री होती हैं कुछ स्थानीयजन यहाँ तक कह गए की सत्ता आते ही भाजपा के कार्यकर्ताओं में सपा का रंग दिखने लगा हैं।हालांकि बात बिगड़ने की स्थति को देखते हुए स्थानीय लोगों ने सम्भाल लिया।
ram
March 29, 2017 at 3:46 am
इसमें पत्रकार ही चालूपन कर रहा है….इस पेश की इज्जत बनाना सीखो