अमर उजाला रोहतक से सूचना है कि मामूली सी गलती पर संपादक ने अपने ही आफिस के चपरासी को पीट दिया. घटना 16 अगस्त की है. अंकित नामर चपरासी अमर उजाला के सम्पादक के पास गया और बोला कि एक गाड़ी बाहर निकालनी है, बीच में आपकी कार है, इसलिये चाभी दे दीजिए।
सम्पादक से चपरासी चाभी लेकर नीचे आया और दूसरे चपरासी दीपक को दे दी ताकि वह कार साइड कर दे. दीपक गाड़ी गेट से बाहर ले गया और वापस लाते समय गाड़ी ठुक गयी. इस पर सम्पादक नाराज़ हो गए. पहले तो खुद दोनों चपरासियों को पीटा और बाद में पुलिस बुला ली.
आरोप है कि उन्होंने पुलिस से भी पिटवाया. इस घटना की जानकारी अमर उजाला प्रबंधन के पास पहुंच गई. बाद में सम्पादक ने माफ़ी मांगते हुए कहा कि वे परेशान थे. बताया जाता है कि गुस्से के मारे चपरासी को नौकरी से हटा दिया गया था लेकिन प्रबंधन के हस्तक्षेप के बाद वापस नौकरी पर रख लिया गया.
One comment on “अमर उजाला के संपादक ने चपरासी को पीट दिया!”
रोहतक से प्रकाशित होने वाले एक दैनिक समाचार पत्र के संपादक इन दिनों अपने कार्यालय में लगे चपरासी को पीटने को लेकर चर्चा में हैं बताया जा रहा है कि संपादक में रोहतक हेड ऑफिस में कार्यरत एक चपरासी को पीट दिया वही उस पर काफी आग बबूला हुए इतना ही नहीं संपादक जी ने इस बारे में पुलिस को भी सूचित कर दिया जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने भी चपड़ासी की धुनाई की इस बात का समाचार पीड़ित चपरासी ने मैनेजमेंट को दिया जिसके बाद मैनेजमेंट हरकत में आया तथा चंडीगढ़ से जांच के लिए टीम आएगी टीम ने जांच की तो पाया कि संपादक की भी गलती थी इस पर संपादक ने अपनी गलती माननीय तथा चपरासी से हाथ जोड़कर माफी मांगी चंडीगढ़ से आई टीम ने चपरासी के संपादक किसने करवाई वही संपादक को आगे से ऐसा नए करने का भी आश्वस्त किया