सेवा में
माननीय मुख्यमंन्त्री जी
उत्तर प्रदेश
विषय : सहायक निदेशक सूचना शाहजहाँपुर आलोक कुमार यादव द्वारा प्रेस पास जारी न करने के सम्बन्ध में
महोदय,
निवेदन इस प्रकार है कि प्राथी राजीव कुमार Time TV न्यूज चैंनल का संवाददाता है और प्रार्थी का नियुक्ती पत्र / अथारिटी लेटर नियमानुसार जिला सूचना कार्यालय शाहजहाँपुर में जमा है. सहायक सूचना निदेशक द्वारा जारी की गयी इलेक्टानिक मीडिया सूची 2018 में 14वें स्थान पर दर्ज है. लेकिन फिर भी सहायक निदेशक सूचना द्वारा मेरे अनुसूचित जाति का होने और मुझसे द्वेश भावना के तहत मेरा प्रेस पास नहीं जारी करते.
जबसे आलोक कुमार यादव की इस जनपद में नियुक्ति हुई ये है तबसे चार बार माननीय मुख्यमंन्त्री जी और एक बार माननीय प्रधानमंन्त्री जी की रैली जनपद में हो चुकी है लेकिन किसी भी VIP प्रोग्राम में द्वेश भावना के तहत मेरा प्रेस पास जारी नहीं किया गया.
दिनांक 30-12-2018 को मा० मुख्यमंन्त्री जी का दौरा था तो उसके लिये मैं दो दिन पहले प्रेस पास जारी करने के लिये आलोक जी को अपना प्रार्थना पत्र और फोटो कार्यालय में जमा किये लेकिन जब मैं दिनांक 29-12-18 को 6 बजे शाम को अपना प्रेस पास लेने सूचना कार्यालय गया तो आलोक जी ने कहा तुम्हारा प्रेस पास नहीं बना और मैं तुम्हारे जैसे लोगों का पास नहीं बनाता. उल्टा कह दिया कि तुम तो प्रेस पास के लिये कोई प्रार्थना पत्र ही नहीं दे गये. इससे ऐसा प्रतीत होता है कि आलोक कुमार यादव ने मेरा प्रार्थाना पत्र और फोटो गायब कर दिया.
अतः श्रीमान जी से विन्रम अनुरोध है कि अपने स्तर से एक निष्पक्ष जाँच करवा कर इनके उपर कानूनी कार्यवाही के साथ साथ विभागीय कार्यवाही की जाये जिससे मेरे साथ ऐसा दुबारा न हो और मुझे न्याय मिल सके. मैं सदा आपका आभारी रहूंगा.
राजीव कुमार
पत्रकार
टाइम टीवी न्यूज चैनल
ग्राम व पोस्ट- तेरा
थाना- सिधौली
तहसील- पुवॉया
जिला शाहजहाँपुर पिन
Mob 8953881044
संलग्न –
1- मेरे संस्थान द्वारा जारी मेरा अथॉरिटी लेटर की फोटो प्रति
2- शाहजहाँपुर सहायक निदेशक सूचना के द्वारा जारी की गई इलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रतिनिधियो की सूची 2018
Dr. Ashok Kumar Sharma
January 28, 2019 at 8:14 am
आप जानते ही हैं, मैं भ्रष्ट और मनमानी करनेवालों का साथ नहीं देता। शाहजहांपुर की घटना की रिपोर्ट कुछ तोड़ मरोड़ कर दी गई प्रतीत होती है। वहां के सहायक निदेशक सत्य प्रकाश श्रीवास्तव निलंबन के बाद से मुख्यालय सम्बद्ध हैं और विभाग का कार्यभार जिलाधिकारी ने जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी को प्रभारी सहायक निदेशक सूचना बना कर सौंप रखा है। मूलतः यह शिकायत ही गलत है क्योंकि जिस आलोक कुमार यादव को दोषी बताया गया है, वह सहायक निदेशक तो छोड़िए, ज़िला सूचना या सूचना अधिकारी भी नहीं है। गलत तथ्य देकर भड़ास की प्रतिष्ठा का इस्तेमाल आलोक को निशाने पर लेने के लिए किया गया है। वैसे सोचनेवाली बात यह है कि क्या यह शिकायती अपनी फरियाद अपर ज़िलाधिकारी, जिलाधिकारी या मंडल आयुक्त से करके जल्दी न्याय नहीं ले सकते थे। बेशक प्रशासन इनकी सुनता और दोषी को दंडित करता। क्या पूरा प्रशासन इनका दुश्मन है जो मुख्यमंत्री से शिकायत की? ज़ाहिर है गढ्ढा कहीं और है। सारा तंत्र ही मुजरिम हो यह कहाँ सम्भव है?
R.R.SHARMA
January 28, 2019 at 11:04 am
भेदभाव करना प्रशासनिक अधिकारी के लिए उचित नहीं…
Mahendra
February 5, 2019 at 11:47 am
भेदभाव करना उचित नहीं…