लखनऊ : राजनीतिक बदले की भावना से मजदूर किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष व लोकप्रिय अम्बेडकरवादी मूल्यों के नेता पूर्व आईपीएस अधिकारी एस0 आर0 दारापुरी की गिरफ्तारी प्रदेश सरकार ने की है। यह बयान स्वराज इण्डिया के नेशनल प्रेसीडियम सदस्य अखिलेन्द्र प्रताप सिंह ने प्रेस को जारी किया।
उन्होंने कहा कि दरअसल एस0 आर0 दारापुरी योगी सरकार की हर जन विरोधी, लोकतंत्र विरोधी कार्यवाहियों के आलोचक रहे हैं और हर वक्त अपनी जनपक्षधरता के प्रति प्रतिबद्ध रहे हैं, इसीलिए वह उत्तर प्रदेश सरकार की आंख की किरकिरी बने हुए हैं यह दुखद है कि गम्भीर बीमारी से ग्रस्त जिसमें कैंसर होने की भी पूरी सम्भावना है उन दारापुरी जी को 19 दिसम्बर की घटना में बेवजह लिप्त बताकर गिरफ्तार किया गया। जबकि दारापुरी जी तो 19 दिसम्बर के मार्च में शरीक भी नहीं थे।
यह हास्यापद है कि दारापुरी जी जैसे एक जिम्मेदार, अनुशासित नागरिक के ऊपर उत्तर प्रदेश पुलिस यह अभियोग लगाए कि वे फोन से लोगों को उग्र व हिंसक प्रदर्शन के लिए भड़का रहे थे। ज्ञातव्य है कि दारापुरी जी ने बडे ओहदे पर रहते हुए भी जनपक्षधरता को नहीं छोड़ा लेकिन कभी भी उन्होंने किसी जनसमूह के अराजक भीड़ कार्यवाहियों का समर्थन भी नहीं किया।
आंदोलन के मामले में वह पूरी तौर पर डा0 अम्बेडकर के विचारों के अनुयायी रहे हैं। इसलिए दारापुरी जी की गिरफ्तारी को हम उत्तर प्रदेष सरकार की गैरजिम्मेदाराना और अधिनायकवादी कार्यवाही मानते हैं और सरकार से तत्काल उनकी रिहाई की भी मांग करते हैं। 19 दिसम्बर को संशोधित नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के खिलाफ लोकतांत्रिक ढ़ंग से आंदोलन कर रहे निर्दोष लोगों की गिरफ्तारी की भी आलोचना करते हैं और रिहाई की मांग करते हैं।
भवदीय
कमलेश सिंह
एडवोकेट हाईकोर्ट
प्रवक्ता, स्वराज इंडिया, लखनऊ।