लखनऊ : सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर ने पूर्व सपा नेता अमर सिंह और दीपक सिंघल, प्रमुख सचिव (गृह) के बीच हुए तीन कथित फोन टेप की जांच कराये जाने की मांग की है. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भेजी अपनी शिकायत में उन्होंने कहा है कि हाल में उन्होंने प्रदेश भर के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में कई सख्त निर्देश दिए हैं जिसमे विशेषकर बेईमानी से दूर रहने पर ख़ास जोर दिया है. इस सम्बन्ध में उन्हें हाल में श्री सिंघल के तीन कथित टेप मिले हैं जिसमे एक में श्री सिंह और श्री सिंघल के बीच किसी शुगर डील, एसईजेड के टेंडर डॉक्यूमेंट और उसकी पालिसी तथा लैंड अलोटमेंट में मनमाफिक बदलाव आदि की खुली चर्चा है.
दूसरे टेप में किसी गैस वाली डील, आईएएस संजीव शरण के साथ नॉएडा और ग्रेटर नॉएडा में हिस्सेदारी और किसी शासकीय मामले में मुख्य सचिव पर श्री सिंह द्वारा बाहरी दवाब डलवाने आदि की बात है. तीसरे टेप में श्री सिंह कथित रूप से श्री सिंघल को आरडीए वाले देवेंदर कुमार को 96.5 लाख रुपये पहुँचाने की बात करते सुने गए हैं. इन तथ्यों को काफी गंभीर और खतरनाक मानते हुए डॉ ठाकुर ने इन टेप की सत्यता की जांच कराये जाने और आवश्यक अग्रिम कार्यवाही करने की मांग की है.
संलग्न- शिकायत की प्रति और टेप की बातचीत
सेवा में,
श्री अखिलेश यादव,
मुख्यमंत्री,
उत्तर प्रदेश,
लखनऊ
विषय- कथित तौर पर श्री अमर सिंह और श्री दीपक सिंघल, आईएएस के बीच के वार्तालाप विषयक
महोदय,
कृपया निवेदन है कि मैं डॉ नूतन ठाकुर निवासी 5/426, विराम खंड, गोमती नगर, लखनऊ एक सामाजिक कार्यकर्ता हूँ जो विशेषकर लोक जीवन में पारदर्शिता तथा उत्तरदायित्व के क्षेत्र में काम करती हूँ.
पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में अपराधों को ले कर जिस प्रकार की टिप्पणी हुई और मीडिया के जरिये एक गलत माहौल बना उसे ठीक करने के लिए आपने कई प्रयास अपने स्तर पर किये हैं. इनमे एक प्रयास श्री दीपक सिंह को प्रमुख सचिव गृह के पद पर नियुक्त करना भी है.
इसके अतिरिक्त आपने स्वयं दिनांक 10/06/2014 को प्रदेश भर के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई और विभिन्न प्रकार के सख्त निर्देश दिए. इनमे एक निर्देश किसी प्रकार के अनुचित और बेईमानी के काम से स्वयं को अलग रखना भी था. इस मीटिंग के सम्बन्ध में दिनांक 11/06/2014 के विभिन्न समाचारपत्रों में प्रमुखता से खबरें भी प्रकाशित हुई थीं.
इन खबरों में मैं विशेष कर दैनिक जागरण में श्री सिंघल के बयान की ओर आपका ध्यान आकर्षित करना चाहूंगी जिसमें उन्होंने कहा-“अफसर पैसे लेने की प्रवृत्ति छोड़ें. उन्होंने हाल ही में हटाये गए पश्चिम के एक जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उनके बारे में बहुत शिकायतें मिल रही थीं. आईएएस, आईपीएस पैसा लेगा तो उससे क्या उम्मीद की जा सकती है,”
इसी प्रकार अमर उजाला में उनके बयान की ओर भी आपका ध्यान चाहूंगी-“जिलों में टेम्पो और टैक्सी वालों से पुलिस द्वारा वसूली किये जाने की शिकायत आम है. वसूली करने वाले क्या ख़ाक क़ानून व्यवस्था सुधारेंगे. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक जिले के अफसर के खिलाफ कमाई करने की शिकायत आ रही थी, जिसके कारण उसे हटाया गया. वसूली करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.”
आपके बयान अत्यंत सराहनीय हैं और आम जन में एक उम्मीद बना रहे हैं कि क़ानून व्यवस्था में तेजी से सुधार होगा. इसी प्रकार श्री दीपक सिंघल के बयान भी भरोसा दिलाने वाले हैं.
लेकिन इस खबर को पढने के तुरंत बाद मुझे एक पत्रकार मित्र ने श्री दीपक सिंघल से जुड़े तीन ऑडियो टेप के यूट्यूब लिंक भेजे. मैंने इन तीनों यूट्यूब को पूरा सुना और उसे लगभग शब्दशः नोट भी किया जिसमे मैं संलग्न कर प्रेषित कर रही हूँ.
इन तीनों यूट्यूब टेप में एक तरफ तो श्री अमर सिंह, पूर्व सांसद की आवाज़ है जिसे मैं भी अच्छी तरफ पहचानती हूँ क्योंकि एक लम्बे समय तक टीवी पर आने के कारण उनकी आवाज़ काफी जानी-पहचानी है. इन तीनों टेप में दूसरी आवाज़ एक ही है, यह तो स्पष्ट है पर यह आवाज़ किसी है यह मैं व्यक्तिगत रूप से नहीं जानती. हाँ, इन तीनों टेप के साथ जो नोट लगा है उसमे इसे श्री अमर सिंह और श्री दीपक सिंघल, आईएएस के बीच का संवाद बताया गया है.
इनमें https://www.youtube.com/watch?v=I31WmsCQgQ4 (Amar Singh Tapes with Deepak Singhal(UP cadre IAS) .’The Amar Prem Katha’ Part 9/23) में किसी शुगर डील की बात हो रही है. इसके अलावा किसी इन्वेस्टमेंट बोर्ड वाले मामले में चीफ सेक्रेटरी से हुए शासकीय मीटिंग और भविष्य में इस सम्बन्ध में स्टीयरिंग कमिटी की बैठक में सब के प्रस्ताव बना के, स्टीयरिंग कमिटी से कलीर कराने की बात है. साथ ही एसईजेड के बारे में उसके टेंडर डॉक्यूमेंट और उसकी पालिसी में परिवर्तन तथा लैंड अलोटमेंट टू एसईजेड में बदलाव की बात है. औद्योगिक निवेश बोर्ड वाला एक शासकीय प्रचार सामग्री श्री अमर सिंह को दिखाए जाने की भी बात इस टेप में है. यू ट्यूब https://www.youtube.com/watch?v=64u8j4t-S5I (Amar Singh Tapes with Deepak Singhal(UP cadre IAS).’The Amar Prem Katha’ Part 10/23) में किसी गैस वाली डील का जिक्र है, श्री संजीव शरण, आईएएस के साथ नॉएडा और ग्रेटर नॉएडा में किसी आधे हिस्सेदारी की बात है, और किसी शासकीय पत्रावली में मुख्य सचिव के स्तर से किसी निर्णय करवाने हेतु श्री अमर सिंह के निवेदन भी किया गया है. अंतिम टेप https://www.youtube.com/watch?v=cv5E9nws9wM (Amar Singh Tapes with Deepak Singhal(UP cadre IAS).’The Amar Prem Katha’ Part 3/23) निश्चित रूप से सबसे दिक्कततलब है जिसमे श्री अमर सिंह दुसरे तरफ के श्री दीपक (जिन्हें टेप में बराबर श्री दीपक सिंघल कहा गया है) को आदेशित कर रहे हैं कि वे साढ़े छियानवे लाख रुपये किसी श्री देवेंदर कुमार को दें जो आरडीए वाले हैं और जिनका नंबर श्री दीपक अपने पास होना बता रहे हैं.
स्पष्ट है कि ये सभी तथ्य अपने आप में काफी खतरनाक हैं और यदि इन टेप में श्री सिंह से बात करने वाले अधिकारी वास्तव में श्री दीपक सिंघल, आईएएस, वर्तमान प्रमुख सचिव गृह हैं, तो यह अपने आप में अत्यधिक गंभीर माना जाएगा क्योंकि-
1. श्री सिंघल खुलेआम सरकारी गोपनीय व्यावसायिक बातें एक निजी व्यक्ति को बता रहे हैं
2. श्री सिंघल एक निजी व्यक्ति से सरकारी कामकाज में लगातार आदेश ले रहे हैं
3. श्री सिंघल लगातार सरकारी गोपनीयता भंग करते नज़र आते हैं
4. श्री सिंघल लगातार शासकीय हित के स्थान पर निजी हितों को ध्यान देते और श्री अमर सिंह के अनुसार सरकारी नीतियों को परिवर्तित करने को अत्यंत इच्छुक नज़र आते हैं
5. श्री सिंघल श्री सिंह से मुख्य सचिव पर दवाब बनवाने की बात करते दिखते हैं
6. श्री सिंघल भविष्य की शासकीय गतिविधियों को एक निजी व्यक्ति से साझा कर रहे हैं
7. श्री सिंह श्री सिंघल को किसी बाहरी आदमी को लगभग एक करोड़ रुपये ले जा कर देने की बात कहते सुने जा रहे हैं.
आप स्वयं अत्यंत समझदार व्यक्ति हैं और इतने जिम्मेदार पद पर बैठे हैं कि मुझे आपको यह बताने की कत्तई आवश्यकता नहीं है कि यदि कोई आईएएस अफसर इस किस्म का हो जो निजी व्यक्ति, चाहे वह कितना ही प्रभावशाली क्यों ना हो, को समस्त सरकारी बातें बताता हो, उससे पूछ कर सरकारी नीतियाँ तय करता हो, उसे सरकार की गोपनीयता भंग करता हो जिससे सरकार के व्यवसायिक हितों की हानि और निजी व्यक्ति के व्यवसायिक हित सधते दिखें, जो बड़े अध्जिकारियों पर बाहर से दवाब डलवाने के प्रयास कर रहा हो, जो बड़े-बड़े सरकारी डील में खुलेआम सरकारी हितों की तिलांजलि देता हो और जो करोड़ों रुपये इधर से उधर लेने-देने में संलिप्त हो, वह किसी भी प्रकार से किसी भी जिम्मेदार शासकीय पद पर रहने योग्य नहीं हैं और स्पष्टतया कार्यवाही किये जाने योग्य हैं.
मैं पुनः अवगत कराना चाहूंगी कि मैं श्री सिंघल की आवाज़ नहीं पहचानती पर जिस प्रकार से बार-बार उनका नाम इन टेप के साथ दिया गया है, वह इसी ओर इशारा करता है कि दुसरे व्यक्ति वही हैं. मेरा श्री सिंघल से व्यक्तिगत स्तर पर कोई रागद्वेष नहीं है और मैं यह मामला मात्र पारदर्शिता और उत्तरदायित्व के अपने कार्य के परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत कर रही हूँ क्योंकि यदि ये तथ्य मेरे संज्ञान में आये हैं तो इसे आप को बताना मुझे अपना कर्तव्य दिखता है. यह भी कहूँगी कि यदि ये टेप में श्री सिंघल की आवाज़ नहीं निकलती है अथवा जांच में ऐसी कोई गंभीर बात नहीं सामने आती है तो मुझे भी ख़ुशी होगी और मैं इस शिकायत के लिए श्री सिंघल से सार्वजनिक रूप से माफ़ी भी मांगने को तैयार रहूंगी.
अतः मैं आपसे निवेदन करुँगी कि अपनी मंशा और इच्छा के अनुरूप इस मामले में मेरे द्वारा प्रस्तुत किये जा रहे तथ्यों के आधार पर जांच करा कर तत्काल आवश्यक अग्रिम कार्यवाही करने की कृपा करें क्योंकि यदि प्रशासन में जिम्मेदार पदों पर इस प्रकार के अधिकारी नियुक्त रहेंगे और उन पर इस प्रकार शासकीय हितों की तिलांजलि देने, सेवा नियमों का उल्लंघन करने, भारी धन को इधर-उधर करने आदि के बाद भी किसी प्रकार उनका उत्तरदायित्व निर्धारित नहीं किया जाएगा तो निश्चित रूप से प्रशासन में वह सन्देश नहीं जाएगा जिसकी आप बार- बार चर्चा कर रहे हैं और जनता को जिसके सम्बन्ध में आश्वासन दे रहे हैं. यदि अग्रिम कार्यवाही हेत आवश्यक हो तो मैं इस सम्बन्ध में अपना शपथपत्र तत्काल प्रस्तुत करने को तैयार रहूंगी.
पत्र संख्या- NT/Singhal/01
दिनांक- 13/06/2014
भवदीय,
(डॉ नूतन ठाकुर)
5/426, विराम खंड,
गोमती नगर, लखनऊ
# 094155-34525
[email protected]
प्रतिलिपि- मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश को कृपया आवश्यक कार्यवाही हेतु
तीन फोन टेप के विवरण—
https://www.youtube.com/watch?v=I31WmsCQgQ4
Amar Singh Tapes with Deepak Singhal(UP cadre IAS) .’The Amar Prem Katha’ Part 9/23
गुड इवनिंग, मिस्टर अमर सिंह रेजिडेंस
साहब होंगे क्या, दीपक बोल रहा था
सर एक सेकण्ड
हेलो
नमस्कार सर, दीपक बोल रहा था
हाँ बोलिए
सर वह तो हो गयी थी शुगर वाली, वह क्लियर हो गयी
बहुत बहुत धन्यवाद
नहीं नहीं सर,
बहुत बहुत धन्यवाद्
और दूसरा सर, उसका भी डिस्कशन हो गया है आज इन्वेस्टमेंट बोर्ड वाले में, जो आपने लिखे हैं बारह-तेरह पॉइंट उस पर भी आज डिस्कशन चीफ सेक्रेटरी के सामने आज हो गए हैं स्टीयरिंग कमिटी की बैठक के लिए चीफ सेक्रेटरी कह रहे थे दो-तीन दिन में डेट दे देंगे स्टीयरिंग कमिटी में सब के प्रस्ताव बना के, स्टीयरिंग कमिटी से कलीर करा के, सब के प्रस्ताव हो जाएगा
हाँ यह ठीक है
जी सर
ठीक है साहब, थैंक यू साहब, एसईजेड के बारे में मैं यह सोच रहा हूँ, एसईजेड के लिए क्या कानपुर वाले शुरू कर दिए हैं प्रोसेस टेंडर वेंडर का,
कानपुर का तो अभी चल रहा है, अभी इस स्टेज पर है जैसे कि टेंडर डॉक्यूमेंट फ़ाइनलिज़शन का काम हो चुका है, उस पर न्याय विभाग की राय आ रही है और उसको अब ओपन टेंडर प्रोसेस से रिलीज़ होना है दो-चार दिन में
ये कभी नहीं होगा अब राजस्थान में ये हो गया वन टू वन, चंडीगढ़ में ये हो गया वन टू वन, मैं इसके लिए एक एसईजेड पालिसी बना देता हूँ और उस पालिसी में दो-तीन आदमी को डाल कर साइन करवा देता हूँ
बहुत अच्छा रहेगा सर पालिसी में यह हो जाएगा कि हमारे यहाँ ये-ये ओपोरच्युनिटी अवेलेबल हैं
नहीं जेवी करवा देता हूँ ना
हाँ यह ठीक रहेगा, उसमे सर एक चीज़ हो सकती है आपने कहा था सोचने के लिए उसमें सर यह हो जाए कि लैंड अलोटमेंट टू एसईजेड की पालिसी बन जाए फिर कोई दिक्कत नहीं है
नहीं-नहीं लैंड अलोटमेंट तो लीज़ करवा दूंगा
हाँ सर लैंड अलोटमेंट टू एसईजेड, मान लीजिये मेरा मेरे को
नहीं नहीं लैंड अलोटमेंट हो जाएगा एसईजेड बन जायेगी नॉएडा की वजह से नॉएडा की एसईजेड बन जायेगी तो निन्यानवे साल के लिए लैंड अलोटमेंट हो जाएगा
बिलकुल सर
वो बेचेंगे नहीं
हां सर, वो एसपीवी ओरिएन्टेशन जो मैंने आपको पहले सजेस्ट किया था वह करेक्ट रूट है, उसमे कोई दिक्कत नहीं है
वह हम आपसे बैठ कर बात भी कर लेंगे, थैंक यू
सर हमको एक ऐड हमें आपको दिखाना था वह औद्योगिक निवेश बोर्ड वाला जो हम लोगों ने ड्राफ्ट किया था उसके बाद
मीटिंग होगी क्या
क्या
मीटिंग होगी अभी औद्योगिक निवेश बोर्ड की कि उसकी जरूरत नहीं है
नहीं-नहीं सर, मीटिंग तो होगी, मीटिंग तो करायेंगे उससे प्रेसर बिल्ट अप होती है, मतलब आपके उस चिट्ठी भर लिखने से तेजी आ गयी काम में, आप मीटिंग करना चाहें मत कीजियेगा पर फिलहाल तो प्रेसर बना रहे
नहीं, मीटिंग तो कर देंगे, मीटिंग में एनाउंस कर देंगे
जी सर, यदि आप नौ बजे तशरीफ़ से जा रहे हैं, मैंने चेक अप किया था, मुझे कल दिल्ली आना था, बाई द वे यदि आप रहे तो मुझे केवल वीआइपी लौंज में आपको एक विज्ञापन दिखाऊंगा सर
हाँ आ जाईयेगा ठीक है
नौ बजे तक टेक ऑफ है, यदि उससे पहले फ्लाइट पहुँच गयी तो
हाँ ठीक है
मैं आप को दे दूंगा
राईट सर
https://www.youtube.com/watch?v=64u8j4t-S5I
Amar Singh Tapes with Deepak Singhal(UP cadre IAS).’The Amar Prem Katha’ Part 10/23
गुड इवनिंग, मिस्टर अमर सिंह रेजिडेंस
साहब हैं
हेलो
हाँ सर दीपक बोल रहा था माफ़ कीजियेगा
हाँ
सर वो जो गैस वाली डील जो थी और इक्कतीस थी नॉएडा में
अच्छा अच्छा ठीक है
ग्रेटर नॉएडा वाले आये थे वो जो राजीव शर्मा हैं तो उन्हें बता भी दिया है 31 तारीख को मीटिंग लग गयी है 31 को
वो कह रहा था संजीव शरण कि नॉएडा में आधा दे दें ग्रेटर नॉएडा हमको आधा दे दें मतलब नॉएडा में दोनों
सॉरी सर, नॉन-एक्सक्लूसिव बेसिस पर आप जिसको चाहें दे देंगे दोनों, मतलब एक आदमी को जिस एरिया में आप देते हैं सेकण्ड मैं कैन आल्सो बी गिवेन, बट दे हैव नॉट अप्लाइड इन ग्रेटर नॉएडा
हाँ, दे हैव नॉट अप्लाइड
दे हैव अप्लाइड ओनली इन नॉएडा सर
सर, एक चीज़ और रिक्वेस्ट करनी थी यदि आप मुनासिब समझें, सर वो आईडीसी साहब ने एक नोट जो भेजा था जो मैं इंडस्ट्री में सेक्रेटरी का भी काम जो देख रहा था, ये सारे आइटम मैं उनके बिहाफ पर देख रहा हूँ तो यह फाइल उन्होंने नए चीफ सेक्रेटरी के सामने भेज रखी है, अगर वे सीन ही कर लेते तो कम से कम फाइल पर रह जाता
अच्छा ठीक है, मैं बात कर लेता हूँ
अगर वे सीन ही कर के भेज दें तो दैट इशू इस ओवर
ठीक है मैं बात कर लेता हूँ
ठीक
https://www.youtube.com/watch?v=cv5E9nws9wM
Amar Singh Tapes with Deepak Singhal(UP cadre IAS).’The Amar Prem Katha’ Part 3/23
हेलो
साहब बात करेंगे आपसे अमर सिंह जी
हाँ कराईये
हाँ दीपक
सर बोल रहा हूँ
साढ़े छियानवे लाख वो देवेंदर कुमार को देना है, हम नंबर उनका दें आपको
मेरे पास नंबर है उनका आरडीए वाले
हाँ, आरडीए वाले हैं 98 आरसीए वाले हाँ, आपके पास नंबर है ना
सर मेरे पास है
साढ़े छियानवे लाख आँ
ठीक है