Samarendra Singh : मैं ऐसे बहुत से पत्रकारों को जानता हूं जिन्होंने शानदार खबरें की हैं और उनका करियर बेदाग रहा है. लेकिन अभी तक रामनाथ गोयनका अवार्ड उन्हें नहीं मिला. वहीं अनगिनत धूर्त ऐसे हैं जो सिर्फ चाटुकारिता करते हैं और उन्हें रामनाथ गोयनका अवार्ड मिला है.
इसी तरह गोयनका रैकेट चलता रहा तो कुछ वर्षों में इस अवार्ड का नाम लीजियेगा तो कई धूर्तों के चेहरे आंखों में तैरने लगेंगे. मेरा मानना है कि सच्चे पत्रकारों को इस घटिया अवार्ड का बहिष्कार कर देना चाहिए. एक लाख रुपये के लालच में ईमान नहीं बेचना चाहिए. जय हो!!!
एनडीटीवी समेत कई मीडिया संस्थानों में काम कर चुके पत्रकार समरेंद्र सिंह के फेसबुक वॉल से.
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