देहरादून से खबर है कि एक शराब माफिया की शह पर ईटीवी के पत्रकार अवनीश पर जानलेवा हमला किया गया. अवनीश को गंभीर हालत में दून अस्पताल में भर्ती कराया गया है. श्रमजीवी पत्रकार यूनियन का एक प्रतिनिधिमंडल हमले के विरोध में एडीजी कानून व्यवस्था से मिला और घायल पत्रकार को न्याय दिलाने की मांग की. प्रतिनिधिमंडल ने उचित धाराएं मुकदमे में लगाने की भी मांग की.
श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के विश्वजीत नेगी, अमित सहगल, गौरव, आलोक शर्मा, हरीश चमोली, राकेश भाटी समेत दर्जनों पत्रकार दून अस्पताल पहुंच कर ईटीवी पत्रकार अवनीश पाल का हाल-चाल जाना और हर सम्भव साथ देने की बात कही. विश्वजीत नेगी ने कहा की अगर न्याय न मिला तो पत्रकार सड़को पर उतरेंगे और दोषियों को कड़ी सजा दिलवाएंगे.
वरिष्ठ पत्रकार पंकज मिश्रा का कहना है कि देहरादून में पत्रकारों पर हमले व दबाव बनाने के हर हथकंडे अपनाये जा रहे हैं. शराब माफियाओं ने न्यूज चैनल के पत्रकार पर जान लेवा हमला किया. कुछ पत्रकारों द्वारा आखों देखा हाल प्रसारित किया गया कि पत्रकार शराब और धन उगाही करता है और उसके चलते पिटाई हुई. अगर पत्रकार उगाही करता था तो पुलिस और कानून है उसके लिए. क्या शराब माफियाओं को किसी को भी मारने का अधिकार दे दिया गया है? जिस बर्बरता से जान से मारने की कोशिश की गयी है. वह सही नहीं ठहराई जा सकती! पत्रकारों की गुटबाजी के चलते हमेशा कलम के सिपाहियों को मात खानी पड़ी है.
पंकज का कहना है कि सभी एकजुट हों और बर्बरता से पीटे गये पत्रकार को न्याय दिलाने के लिए आगे आयें जिससे कलम सुरक्षित रहे.