रिटायर्ड IPS श्री सिंह के निधन पर भड़ास संपादक यशवंत ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए लिखा है कि, ‘श्रद्धांजलि Vijay Shankar Singh सर! बड़ा झटका है हम लोगों के लिए। विश्वास नहीं हो रहा कि आप नहीं हैं अब।’
सेवानिवृत IPS विजय शंकर सिंह जी नहीं रहे. सूचना है कि आज सुबह रूटीन चेकअप के लिए घर से डॉक्टर के यहां गये विजय शंकर सिंह की धड़कन अचानक रूक गई. उनकी मृत्यु की खबर से सोशल मीडिया स्तब्ध है. अभी भी लोग यह खबर झूठ मान रहे हैं.
इंटरनेट मीडिया पर कल शाम तक वे सक्रिय रहे. देशहित का ऐसा कोई मुद्दा नहीं रहता था जिसपर सिंह की टिप्पणी ना आती हो. वे कानपुर में ही रह रहे थे. विजय जी के एडवोकेट बेटे व्योम रघुवंशी को सूचना दे दी गई है. वे दिल्ली से कानपुर के लिए निकल चुके हैं.
उनके निधन की खबर जैसे-जैसे लोगों को पता चल रही है लोग स्तब्ध हो जा रहे हैं, इस पर यकीन नहीं कर पा रहे हैं.
कानपुर निवासी विजय शंकर सिंह अपने ड्राइवर के साथ कार से डॉक्टर के पास जा रहे थे। वे रूटीन चेकअप के लिये निकले थे। लेकिन डॉक्टर के यहाँ पहुँचने से पहले ही कार में वे निढाल हो गये। ड्राइवर जब तक कुछ समझता, उनके प्राण पखेरू हो चुके थे। ड्राइवर ने विजय शंकर जी के बेटे और बेटी को फ़ोन पर सूचना दी। ये घटनाक्रम आज दिन ग्यारह बजे की है।
वरिष्ठ पत्रकार दीपक शर्मा लिखते हैं-
Honest in duty and honest in his thoughts, Vijay Shanker Singh ji an IPS officer of UP cadre was a thorough gentleman. Very few police officers are so polite, so humane and so prompt and polished as Mr Singh was.
He died in his car after having a massive heart attack, while on way to a Hospital for a routine health check up in Kanpur today morning.
Sincere condolence.
Rest in Peace Sir .
भड़ास एडिटर यशवंत लिखते हैं-
रिटायर्ड आईपीएस विजय शंकर सिंह का निधन। रूटीन चेकअप के लिये डॉक्टर के पास जा रहे थे। रास्ते में हुआ हार्ट फेल। जनपक्षधर शख़्स थे। बेबाक़ लिखते थे। भड़ास से उनका विशेष स्नेह था। बड़ा झटका है हम लोगों के लिए। विश्वास ही नहीं हो रहा कि आप नहीं हैं अब। श्रद्धांजलि !
दुर्गेन्द्र चौहान, प्रधान संपादक , KNEWS INDIA
December 9, 2023 at 6:10 pm
पुलिस विभाग में भले मानस के रूप में आदरणीय विजय शंकर सिंह भाई साहब मशहूर थे, पुलिस में रहकर भी कोई उनके जैसा जेंटनमैन हो सकता है ये कल्पना भी कोरी लगती है। पुलिस विभाग के रिटायर होने के बाद एक समाचार पत्र में वह महाप्रबंधक के तौर पर भी जुड़े रहे। इण्टरनेट मीडिया में उनका नया रूप देखने को मिला। अत्यधिकर मुखर और प्रखर होकर वे व्यवस्था से जुड़े मुद्दों पर गहरी चोट करते थे और पूरे तथ्यों और तर्कों के साथ। विजय शंकर भाई साहब भले ही अब दुनिया में नहीं हैं किन्तु उनके विचार और व्यक्तित्व हम सब के लिए प्रेरणादायी है। हमारे जैसे बहुत सारे लोगों को भाई साहब थे, ये हमारे लिए निजी क्षति है। शत शत् नमन् !
Pankaj chaturvedi
December 10, 2023 at 11:13 am
एक शानदार इंसान और इस समय की जरूरत थे विजय भाई . उनका इस तरह जाना बहुत निराश कर गया – लगा डिप्रेशन हो जाएगा