Nutan Thakur : यूपीपीसीएल पीएफ घोटाला में तत्कालीन अध्यक्ष आईएएस अफसर संजय अग्रवाल को बचाने की कोशिश दिखती है. कल अदालत में एक अभियुक्त ए पी मिश्रा के अधिवक्ताओं ने भी इस बात को जोरशोर से उठाया.
मेरा मानना है कि यदि ए पी मिश्र पर बोर्ड के एमडी तथा एक ट्रस्ट में ट्रस्टी होने के कारण कार्यवाही हुई है तो संजय अग्रवाल के बोर्ड के अध्यक्ष एवं दोनों ट्रस्ट में प्रथम ट्रस्टी होने के बाद भी मेहरबानी हो रही है, जो पूरी तरह गलत है और उन्हें बचाने का अनुचित प्रयास है.
मैंने संजय अग्रवाल की भूमिका की गंभीरता से जाँच की मांग की है.
लखनऊ की सोशल एक्टिविस्ट और एडवोकेट नूतन ठाकुर की एफबी वॉल से.