PF घोटाले में IAS अफसर संजय अग्रवाल को बचाने की कोशिश!

Nutan Thakur : यूपीपीसीएल पीएफ घोटाला में तत्कालीन अध्यक्ष आईएएस अफसर संजय अग्रवाल को बचाने की कोशिश दिखती है. कल अदालत में एक अभियुक्त ए पी मिश्रा के अधिवक्ताओं ने भी इस बात को जोरशोर से उठाया.

आईएएस रमा रमण करप्शन के खेल में जा सकते हैं जेल में!

Hemant Krishna : आईएएस रमारमण फिर विवादों में हैं. उनके खिलाफ करप्शन का केस दर्ज हुआ है. इस बार रमा रमण की गिरफ्तारी भी संभव है. ग्रेटर नोएडा आथॉरिटी के पूर्व सीईओ एवं चेयरमैन रमारमण समेत पांच के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में मुकदमा दर्ज हुआ है. इनमें एक बिल्डर भी शामिल है. पुलिस ने …

अफसर ईमानदार बनेगा तो खेमका हो जाएगा, सीएम ने खराब कर दी एसीआर!

आज के दौर में ईमानदार होने का मतलब हो गया है प्रताड़ित होते रहना. हरियाणा कैडर के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका इसके आदर्श उदाहरण हैं. सीनियर आईएएस अशोक खेमका की 2016-17 की वार्षिक प्रदर्शन मूल्यांकन रिपोर्ट (एसीआर) को खुद सीएम मनोहर लाल खट्टर ने खराब कर दिया है.

यूपी के महाभ्रष्ट अरबपति आईएएस सत्येंद्र सिंह यादव की उल्टी गिनती शुरू!

Manish Srivastava : मेहनत कुछ तो रंग ला रही…. यूपी के महाभ्रष्ट अरबपति आईएएस सत्येंद्र सिंह यादव की उल्टी गिनती शुरू। शासन ने तीन दिनों में समस्त शिकायतों का ब्यौरा तलब किया। पूरी तथ्यात्मक रिपोर्ट एलडीए से मांगी गई है। पहले भी मांगी गई थी।

अपनी नई किताब ‘तितलियों का शोर’ के विमोचन के दौरान IAS डॉ. हरिओम गुनगुनाए, देखें वीडियो

ग़ज़ल गायक, शायर और कथाकार के रूप में चर्चित आईएएस अधिकारी डॉ. हरिओम के अफ़सानों की नई किताब ‘तितलियों का शोर’ का पिछले दिनों विश्व पुस्तक मेला, दिल्ली में वाणी प्रकाशन के स्टॉल पर रस्म-ए-इज़रा हुआ।

लखनऊ के पत्रकार परवेज अहमद ने दो साल पहले लिखा था- ‘खनन घोटाले में फंसेंगे कई आईएएस!’

Parvez Ahmad : कुछ आईएएस, ठेकेदार, एमएलसी के घरों पर सीबीआई की छापेमारी हो रही है। यह खबर मैंने 5 जून 2017 को ‘दैनिक जागरण’ में लिखी थी। शीर्षक था- खनन घोटाले की ‘सीबीआई जांच की आंच में तपेंगे यूपी के चार आईएएस, मुख्यमंत्री के सचिव’। आज की कार्रवाई पर लगा कि अब भी खबरों …

यूपी के इस सीनियर IAS अफसर को संगीत से है बेहद प्रेम, सुनिए ये ताजी पेशकश

नाम है डा. हरिओम. यूपी कैडर के सीनियर आईएएस अधिकारी हैं. पैशन है गायकी, संगीत, सुर, लय और ताल. कई एलबम आ चुके हैं. इनकी लिखी एक ग़ज़ल अभी हाल में ही इन्हीं की आवाज़ में संगीत प्रेमियों के सामने आई है जिसे बेहद पसंद किया जा रहा है.

डीएम साहब की चहेती युवती चला रही है जिला!

चहेती युवती की हर बात पर एक्शन लेते हैं डीएम साहब… आखिर क्या है दोनों का रिश्ता…. गांव और शहर में हो रही है चर्चा… पंचायत विभाग के डीपीआरओ कार्यालय में संविदा पर तैनात है चहेती युवती… युवती के कहने पर 5 संविदाकर्मियों को बिना कारण हटा चुके हैं डीएम…  डीपीआरओ और सीडीओ समेत सारे …

एक राज्य के सबसे बड़े अधिकारी रहे इस शख्स की बेबसी देखिए

Navniet Sekera : एक राज्य के सबसे बड़े अधिकारी की बेबसी। पाप अपने बाप का नही होता, ये 24 Jan को रांची कोर्ट में देखने को मिला। ये सजल चक्रवर्ती है कुछ दिन पहले तक झारखंड के चीफ सेक्रेटरी थे लेकिन चारा घोटाला में इनका भी नाम आ गया और दोषी भी करार हो गए। सोचिये एक हमारे बिहार में दरोगा बन जाता है तो पूरे गांव प्रखंड में उसकी टशन हो जाती है। बड़े बड़े लोग झुक के हाय हेलो करते हैं। सजल चक्रवर्ती तो मुख्य सचिव थे दिन में ना जाने कितने IAS/IPS पैर छूते होंगे लेकिन आज इनकी बेबसी देख कर दिल रो गया।

दागी आईएएस सत्येंद्र सिंह पर मेहरबान योगी सरकार

यूपी की योगी सरकार दागी आईएएस सत्येंद्र सिंह पर मेहरबान है. यही कारण है कि इस भाजपा सरकार में इस घोटालेबाज अफसर के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई है. आईएएस सत्येंद्र सिंह एनआरएचएम घोटाले के भी आरोपी हैं. वे अब भी एक बड़े पद पर तैनात हैं.  सत्येंद्र सिंह जब एनआरएचएम में जीएम हुआ करते थे तो उन्होंने काफी खेल किए. इसी कारण उन्हें आरोपी बनाया गया. सीबीआई जांच के दौरान सत्येंद्र सरकारी गवाह बन गए. इसी कारण उनके खिलाफ चलने वाली सभी जांच ठंढे बस्ते में डाल दी गई. पर क्या सरकारी गवाह बनने से गुनाह माफ़ हो जाते हैं?

सीएम योगी के पैर छूने वाले बाराबंकी डीएम अखिलेश तिवारी को बीजेपी सांसद प्रियंका रावत ने बताया भ्रष्टाचारी

बाराबंकी : यूपी के बाराबंकी में बीजेपी सांसद प्रियंका रावत ने अपनी ही सरकार के डीएम अखिलेश तिवारी पर भ्रष्टाचार और भाजपा सरकार की छवि धूमिल करने का आरोप लगाया है। डीएम के खिलाफ शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की है। प्रियंका ने मुख्यमंत्री से शिकायती पत्र में  डीएम अखिलेश तिवारी पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है। पत्र में शिकायत की गयी है कि डीएम द्वारा ज़िले में विकास एवं जनकल्याणकारी कार्यों में सहयोग नहीं किया जा रहा जिसके कारण जनपद के विकास कार्य अवरुद्ध हो गए हैं। इससे भाजपा सरकार की छवि धूमिल हो रही है।

यूं महाभ्रष्ट बना दी गईं नीरा यादव!

Dayanand Pandey : कभी थीं नीरा यादव भी ईमानदार जब वह नीरा त्यागी हुआ करती थीं। उन की ईमानदारी के नाम पर चनाजोर गरम बिका करता था। उन दिनों जौनपुर में डी एम थीं। उन के पति त्यागी जी सेना में थे। 1971 के युद्ध में खबर आई कि वह वीरगति को प्राप्त हुए। नीरा यादव ने महेंद्र सिंह यादव से विवाह कर लिया। तब यादव जी डी आई जी थे। लेकिन बाद में त्यागी जी के वीरगति प्राप्त करने की खबर झूठी निकली। पता चला वह युद्ध बंदी थे। बाद के दिनों में वह शिमला समझौते के तहत छूट कर पाकिस्तान से भारत आ गए। नीरा यादव से मिलने गए तो वह उन से मिली ही नहीं। उन्हें पति मानने से भी इंकार कर दिया। त्यागी जी भी हार मानने वालों में से नहीं थे। डी एम आवास के सामने धरना दे दिया। कहां तो नीरा यादव के नाम से ईमानदारी का चनाजोर गरम बिकता था, अब उन के छिनरपन के किस्से आम हो गए। खबरें छपने लगीं। किसी तरह समझा बुझा कर त्यागी जी को धरने से उठाया गया। जाने अब वह त्यागी जी कहां हैं, कोई नहीं जानता।

हिंदी वाले आईएएस बनने का सपना अब छोड़ ही दें!

सफलता के हज़ार साथी होते हैं, किन्तु असफलता एकान्त में विलाप करती है। यूँ तो सफलता या असफलता का कोई निश्चित गणितीय सूत्र नहीं होता, किन्तु जब पता चले कि आपकी असफलता कहीं न कहीं पूर्व नियोजित है, तो वह स्थिति निश्चित रूप से चिंताजनक है। देश की सबसे बड़ी मानी जाने वाली आईएएस की परीक्षा को आयोजित करने वाली संस्था ‘संघ लोक सेवा आयोग’ आज घोर अपारदर्शिता और विभेदपूर्ण व्यवहार में लिप्त है।

भास्कर की लैंड डील कैंसल करने वाली महिला आईएएस अफसर का तबादला

लगता है रमन सिंह दैनिक भास्कर के सामने दंडवत हो गए हैं. तभी तो उस महिला आईएएस अधिकारी का तबादला कर दिया गया जिसने दैनिक भास्कर की रायपुर में जमीन की लैंडडील रद्द की थी. इस बारे में स्टेट्समैन अखबार में विस्तार से खबर छपी है, जिसे नीचे पढ़ सकते हैं….

मुख्य सचिव रहते राहुल भटनागर ने सहयोगी अफसरों को बदनाम किया, कुर्सी बचाने को किए घिनौने कृत्य!

राहुल भटनागर पर आरोप है कि मुख्य सचिव रहते हुए उन्होंने न सिर्फ अपने सहयोगी अफसरों को बदनाम किया बल्कि अपनी कुर्सी बचाए रखने के लिए हर किस्म के घिनौने हथकंडे अपनाए. उदाहरण के तौर पर गोमती रिवर फ्रन्ट परियोजना के सम्बन्ध में जानबूझकर राहुल भटनागर ने अपने सहयोगी अधिकारियों को बदनाम करने की नीयत से अनियमित कार्यवाही की… कुछ प्वाइंट्स देखें…

देश में 8 साल में मात्र 10 आईएएस पर विभागीय कार्यवाही, आरटीआई से हुआ खुलासा

कार्मिक तथा प्रशिक्षण विभाग, भारत सरकार के जन सूचना अधिकारी के श्रीनिवासन द्वारा आरटीआई एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर को दी गयी सूचना दिनांक 22 जून 2017 से यह तथ्य सामने आया है कि पिछले 08 सालों में पूरे देश में मात्र 08 आईएएस अफसरों पर वृहत दंड तथा 02 आईएएस अफसर पर लघु दंड, अर्थात कुल 10 अफसरों पर विभिन्न दंड हेतु विभागीय कार्यवाही की गयी है.

भ्रष्ट और चापलूस अफसरों ने सीएम योगी के हाथों आईएएस एनपी सिंह और आईपीएस सुभाष चंद्र दुबे के करियर का कत्ल करा दिया!

सुभाष चंद्र दुबे तो लगता है जैसे अपनी किस्मत में लिखाकर आए हैं कि वे सस्पेंड ज्यादा रहेंगे, पोस्टेड कम. सुल्तानपुर के एक साधारण किसान परिवार के तेजस्वीय युवक सुभाष चंद्र दुबे जब आईपीएस अफसर बने तो उनने समाज और जनता के हित में काम करने की कसम ली. समझदार किस्म के आईपीएस तो कसमें वादे प्यार वफा को हवा में उड़ाकर बस सत्ता संरक्षण का पाठ पढ़ लेते हैं और दनादन तरक्की प्रमोशन पोस्टिंग पाते रहते हैं. पर सुभाष दुबे ने कसम दिल से खाई थी और इसे निभाने के लिए अड़े रहे तो नतीजा उनके सामने है. वह अखिलेश राज में बेईमान अफसरों और भ्रष्ट सत्ताधारी नेताओं की साजिशों के शिकार होते रहे, बिना गल्ती सस्पेंड होते रहे.

यूपी के दागी चीफ सेक्रेट्री की विदाई तय, केंद्र से लौटे राजीव कुमार सिंह को मिलेगी जिम्मेदारी

यूपी के दागी नौकरशाह और चीफ सेक्रेट्री राहुल भटनागर ने भाजपा राज में भी कई महीने तक निर्विरोध बैटिंग कर ली, यह उनके करियर की प्रमुख उपलब्धियों में से एक माना जाना चाहिए. जिस राहुल भटनागर के कार्यकाल में और जिस राहुल भटनोगर के अनुमोदन से यूपी में दर्जनों गोलमाल हुए, वही राहुल भटनागर आज भी खुद को पाक साफ दिखाकर मुख्य सचिव की कुर्सी हथियाए हुए हैं.

योगी जी को अखिलेश यादव के जमाने वाले मुख्य सचिव राहुल भटनागर उर्फ शुगर डैडी से इतना प्रेम क्यों?

Yashwant Singh : यूपी का मुख्य सचिव एक ऐसा दागी आदमी है जिसे खुलेआम लोग शुगर डैडी कहते और लिखते हैं. शुगर डैडी बोले तो शुगर लॉबी का दलाल. बोले तो शुगर मिल मालिकों का चहेता. बोले तो यूपी की चीनी मिलों के प्रबंधन का प्रतिनिधि. बोले तो यूपी के गन्ना किसानों का दुश्मन.

यूपी के दाग़ी मुख्य सचिव राहुल भटनागर को क्यों दिया गया बदनामी भरा ‘शुगर डैडी’ का Title, आइए जानें

Surya Pratap Singh : उ.प्र. में क्या निजी चीनी मिलों के ‘एजेंट’ हैं ‘शुगर डैडी’….. कब योगी जी की ‘वक्र’ दृष्टि पड़ेगी इन महाशय पर?  दाग़ी मुख्य सचिव, राहुल भटनागर को क्यों दिया गया बदनामी भरा ‘शुगर डैडी’ का Title….क्या लम्बे समय से वित्त के साथ-२ गन्ना विभाग के प्रमुख सचिव की कुर्सी पर विराजमान रहे ‘शुगर डैडी’ सशक्त शुगर लॉबी का लाड़ला है….. हो भी क्यों न…इन्होंने गन्ना किसानों को रु. 2,016 करोड़ का जो चूना लगाकर चीनी मिलों को सीधा लाभ जो पहुँचाया है….किसानों को देय गन्ना मूल्य पर रु. 2,016 का ब्याज एक झटके में माफ़ कर दिया….. चीनी मिलों पर इस रहमत के लिए कितना माल ‘शुगर डैडी’ की जेब में गया और कितना अखिलेश यादव की, यह तो कहना मुश्किल है लेकिन इसे समझना काफ़ी आसान है। हाईकोर्ट ने ‘शुगर डैडी’ को न केवल कोर्ट में तलब कर फटकार लगाई अपितु ‘किसान विरोधी’ होने का तमग़ा देकर तीखी टिप्पणी भी की……

आज 17 मई, आज अनुराग तिवारी का जन्मदिन… लेकिन यह युवा आईएएस नहीं रहा… अलविदा दोस्त

Abhishek Upadhyay : आज अनुराग का जन्मदिन है। सुबह से सोच रहा था, कि अब फोन मिलाऊं। अच्छा नहा लूं। फिर मिलाता हूं। पूजा रह गई है। वो करके तफ्सील से बात करूंगा। जब तक मोबाइल हाथ में उठाया, 9.45 हो चुके थे। टीवी चल रही थी। अब तक लखनऊ में एक आईएएस की मौत की खबर ब्रेकिंग न्यूज बनकर चलना शुरू हो चुकी थी। मैं पागलों की तरह चैनल बदल रहा था। गलत खबरें भी चल जाती हैं, कभी-कभी। मगर हर चैनल पर वही खबर। कर्नाटक काडर का आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी।

योगी को जेल भेजने वाले आईएएस अधिकारी हरिओम पर आज उनका ही अपना एक गाना एकदम फिट बैठ रहा

म्यूज़िक कंपनी ‘मोक्ष म्यूज़िक’ और संगीतकार राज महाजन के करीबी माने जाने वाले आईएएस अधिकारी डॉ. हरीओम से ऐसी क्या गलती हुई जिसका हर्जाना उन्हें आज 10 साल बाद भरना पड़ रहा है? आज के हालातों में गाया हुआ उनका अपना ही गाना ‘सोचा न था, जाना न था, यूँ हीं ऐसे चलेगी ज़िन्दगी’ उन पर एक दम सूट कर रहा है. आज से दस साल पहले IAS अधिकारी डॉ. हरीओम ने सांसद ‘योगी आदित्यनाथ को भेजा था जेल.  बस… यही थी उनकी खता जिसे आज वह भुगत रहे हैं.

आईएएस एनपी सिंह और आईपीएस सुभाष चंद्र दुबे, ये दो अफसर क्यों हैं तारीफ के काबिल, बता रहे यशवंत

Yashwant Singh : इधर बीच 2 अफसरों से मिलना हुआ। एक आईएएस और दूसरे आईपीएस। क्या कमाल के लोग हैं दोनों। इनसे मिल कर ये तो संतोष हुआ कि ईमानदारी और दबंगई की जुगलबन्दी के जो कुछ स्पार्क शेष हैं इस महाभ्रष्ट सिस्टम में, वे ही जनाकांक्षाओं में उम्मीद की लौ जलाए हुए हैं। इन दोनों अफसरों के बारे में थोड़ा-सा बताना चाहूंगा। इनके नाम हैं- आईएएस एनपी सिंह और आईपीएस सुभाष चंद्र दुबे। एक नोएडा के डीएम, दूजे गाजीपुर के पुलिस कप्तान।

NP Singh

यादव सिंह को बहाल कर प्रमोशन देने वाले भ्रष्टाचारी आईएएस रमा रमण का बाल भी बांका नहीं हुआ

Surya Pratap Singh :   ‘भ्रष्टाचारों’ पर मज़े की बात… नॉएडा/ग्रेटर नॉएडा/यमुना इक्स्प्रेस्वे अथॉरिटिज़…. वर्तमान सरकार द्वारा भ्रष्टाचार से मुक्ति के लिए किए जा रहे ‘अश्वमेघ यज्ञ’ के असली (भ्रष्ट) घोड़ों को कौन पकड़ेगा… इन घोड़ों ने प्रदेश की अस्मिता को रौंदा है…. जेल की ऊँची दीवारें व बेड़ियाँ प्रतिक्षरत हैं…… सीबीआइ की गिरफ्त में भ्रष्ट इंजीनियर यादव सिंह इन दिनों सीबीआइ का मुजरिम हैं और जेल में निरुद्ध हैं। जिस रमा रमण आईएएस ने यादव सिंह का निलम्बन बहाल किया और प्बिना डिग्री प्रोन्नति देकर तीनों नोएडा, ग्रेटर नोएडा तथा यमुना एक्सप्रेस अथारिटी में इंजीनियर-इन-चीफ़ बनाया, उसका बाल भी बाँका नहीं।

आईएएस रमा रमण के कार्यकाल में नोएडा और ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरणों में हुए घपले-घोटालों की जांच की मांग

Yashwant Singh : चर्चित आईएएस सूर्य प्रताप सिंह अपने फेसबुक वॉल पर लिखते हैं :

यूपी में भ्रष्ट नौकरशाहों का गैंग भाजपा राज में भी मलाई चाटने-चटाने के लिए तैयार : सूर्य प्रताप सिंह

Surya Pratap Singh : उत्तर प्रदेश की ‘नौकरशाही के भ्रष्ट चेहरे’ अपनी पसंद के मुख्यमंत्री व मंत्री बनवाने में लगे! उत्तर प्रदेश में कुछ नौकरशाहों की ‘भ्रष्ट लेकिन धनाढ़्य’ गैंग (CAUCUS) की आज ये हिम्मत / हस्ती है कि दिल्ली से लेकर नागपुर तक अपने पसंद के मुख्यमंत्री व मंत्री बनवाने के किए पैरवी में लगे हैं…. पिछली दो सरकारों में जिस नौकरशाह गैंग की तूती बोलती थी वे ‘पैसे व रसूक़’ के बल पर ‘मलाई चाटने व चटाने’ के लिए फिर से तैयार हैं…

यूपी में इस वक्त प्रशासन नाम की चीज नहीं है, नकल माफिया कर रहे नंगा नाच : आईएएस सूर्यप्रताप सिंह

Surya Pratap Singh : उत्तर प्रदेश में नक़ल माफ़िया का नंगा नाँच…. नयी सरकार की ‘ट्रैंज़िशन-अवधि’ में उ० प्र० में प्रशासन नाम की चीज़ नहीं है…. भारी ‘जनादेश’ देकर भी नक़ल माफ़िया के सामने जनता बेबसी से ‘कौन होगा मुख्यमंत्री’ के खेल का मंचन देख रही है… नक़ल के लिए कुख्यात कौशाम्बी, इलाहाबाद में यूपी बोर्ड परीक्षा में धुंआधार नकल, यहां इमला बोलकर लिखाया गया एक-एक उत्तर… नीचे देख सकते हैं प्रमाण के तौर पर संबंधित वीडियो…

यूपी के इस बवाली और तानाशाह डीएम ने मीडियाकर्मियों को सरेआम हड़काया (देखें वीडियो)

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के जंगलराज में विविध प्रजातियों के अधिकारी खूब फलते-फूलते पाए जाते हैं. एक महोदय हैं बहराइच जिले के डीएम उर्फ जिलाधिकारी. इन्हें लोग प्यार से अब ‘बवाली DM’ कह कर पुकारने लगे हैं. ये खुद ही बवाल करते कराते रहते हैं. इन महाशय को तानाशाही पसंद है. जब चाहेंगे तब मीडिया को दौड़ा लेंगे. कैमरे बंद करा देंगे. डांट लगा देंगे. जब चाहेंगे तब किसी होमगार्ड को डंडे से पीट देंगे. होमगार्ड की पिटाई करने वाले डीएम के रूप में कुख्यात जिलाधिकारी अभय का ताजा कारनामा है पत्रकारों को डांट डपट कर कैमरा बंद कराना और कवरेज से रोकना.

इंटरव्यू : टी. जार्ज जोसेफ (वरिष्ठ आईएएस अधिकारी, रिटायर्ड)

यूपी कैडर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी टी. जार्ज जोसेफ भले ही कई बरस पहले रिटायर हो गए हों लेकिन उनको जानने चाहने वालों की कमी लखनऊ में नहीं है. ईमानदारी और सादगी के मामले में चर्चित जार्ज जोसेफ साहब पिछले दिनों वो दृष्टांत मैग्जीन की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में लखनऊ आए तो उनसे …

देवरिया के खरवनिया गांव में क्यों जुटते है बड़े-बड़े आईएएस और आईपीएस अधिकारी?

अफसरों को नतमस्तक करने वाली कौन सी जादू की छड़ी है नन्द लाल जायसवाल और रामजी जायसवाल के पास?  देवरिया 17 नवम्बर : एक तरफ प्रदेश के मुखिया अखिलेश यादव जहां प्रशासनिक अधिकारियों को ईमानदारी और कर्तव्यपरायणता का पाठ पढ़ाने में सदैव आगे रहते है वहीं प्रशासनिक वरिष्ठ अधिकारी मुख्यमंत्री के उक्त आदेश को ठेंगा दिखाने में पीछे नहीं रहते है। वे भूमाफिया और अनेकों आरोपों से घिरे विवादित धन्ना सेठों के यहां पहुंच कर उनका महिमा मंडन करते हैं तथा उपकृत होते है। यहीं नहीं, ये प्रशासनिक अधिकारी जहां आम जनता से बड़ी मुश्किल मिलते हैं वहीं धन कुबेरों के घरों पर जाकर घण्टों बैठकर आनन्दित होते रहते है तथा महफिल सजाते हैं। 

यूपी में सत्ता के करीबी बड़े अफसरों में भी अंदरखाने शह-मात देने की खूब हो रही लड़ाई!

कल किसी वक्त चर्चा बहुत तेज छिड़ गई कि मुलायम सिंह यादव फिर से सीएम बनेंगे और सारे झगड़े को शांत कराएंगे तो देखते ही देखते यह खबर भी दौड़ने लगी कि मुलायम के सीएम बनने पर दीपक सिंघल तब मुख्य सचिव बनाए जाएंगे. इसके बाद तो कई बड़े अफसरों की हालत पतली होने लगी. दबंग और तेजतर्रार अफसर की छवि रखने वाले दीपक सिंघल की इमेज खराब करने के लिए कई अफसरों की टीम अलग अलग एंगल से सक्रिय हो गई.

डासना जेल में कैद आईएएस राजीव कुमार क्या ईमानदार अधिकारी है?

-कुमार सौवीर-

लखनऊ : बेहद पढ़ाकू और परिश्रमी रहा है राजीव कुमार। शुरू से ही उसका सपना रहा है कि वह अपने देश और अपने देशवासियों की सेवा के लिए अपनी हर सांस अर्पित कर देगा। अपने इस सपने को साबित करने के लिए राजीव ने कठोर परिश्रम किया और वह आईएएस बन ही गया। लेकिन नौकरी की शुरूआती पेंचीदगियों ने उसे तोड़ना शुरू कर दिया। वह संशय में फंस गया कि उसके जीवन और उसके सपनों की नैया राजनीतिज्ञ निबटायेंगे या फिर उसके संवर्ग के वरिष्‍ठ सहयोगी। सोचा तो पता चला कि जिस तरह उसके वरिष्‍ठ सफलता की पींगें में लात उचका रहे हैं, वह ही रास्‍ता सर्वश्रेष्‍ठ है।

FB पर दीनदयाल उपाध्याय का achievement पूछने वाले IAS का रमन सिंह ने किया तबादला

जनसंघ के विचारक पंडित दीनदयाल उपाध्याय पर टिप्पणी करना भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी शिव अनंत तायल को भारी पड़ गया है. कांकेर में ज़िला पंचायत के मुख्य कार्यपालक अधिकारी शिव तायल को सरकार ने उनके पद से हटाते हुए राजधानी रायपुर के मंत्रालय में अटैच कर दिया है. फेसबुक पर की गई उनकी टिप्पणी को सिविल सेवा आचरण संहिता का उल्लंघन मानते हुये सरकार ने शिव अनंत तायल को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है. तायल ने शुक्रवार को अपनी फेसबुक वाल पर दीनदयाल उपाध्याय के बारे में लिखा था कि उनका लेखक या विचारक के रूप में एक भी ऐसा काम नहीं, जिससे उनकी विचारधारा समझी जा सके.

आईएएस अधिकारी डॉ. हरिओम ने रिकॉर्ड किया नया गाना ‘मजबूरियां’

आई.ए.एस डॉ. हरिओम एक बेहतरीन सिंगर होने के साथ-साथ कमाल के साहित्यकार भी हैं. कहा जाता है कि, कला की कोई सीमा नहीं होती और इसी सार्थक करते हुये डॉ हरिओम का एक छुपा रूप सबके सामने आ गया या यूँ कह लीजिये कि, अब पूरी दुनिया इनके साहित्यिक और गायक रूप को देख और सुन पायगी. हो सकता है निकट भविष्य में ये एक्टिंग में भी अपने हाथ अजमाते नजर आये. प्रशासनिक सेवा में कार्यरत होने के बाद भी एक इंसान में इतनी विविधताएं होना थोड़ा हैरत में डाल देता है. फिलहाल यहाँ हम बात कर रहे हैं उनके गायक रूप की. गाने का नाम है “मजबूरियां”. किशोर के लिखे इस गाने को संगीत से शानदार बनाया संगीतकार राज महाजन ने. एक इंसान में जीवन में क्या-क्या मजबूरियां हो सकती हैं जिनके चलते पूरा जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है. इसी की झलक लिए यह गाना पछले दिनों रिकॉर्ड क्या गाया मोक्ष म्यूजिक में. राज महाजन के निर्देशन में गायक हरिओम की आवाज़ में ये गाना कुछ अलग ही बन पड़ा है.

मंत्री यशपाल आर्य के लगातार अनैतिक दबाव बनाने के चलते आईएएस अक्षत गुप्ता की गई जान!

कल रात को खबर आई कि राज्य में तैनात आईएएस अधिकारी श्री अक्षत गुप्ता नहीं रहे. बताया जा रहा है कि दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया. जैसा कि पिछले दिनों से समाचार पत्रों में खबरें आ रही थी कि मंत्री यशपाल आर्य उन्हें बदले जाने को दबाव बना रहे थे तो ये हार्ट अटेक उसी दबाव की परिणति तो नहीं. अक्षत गुप्ता का उदाहरण कोई पहला उदाहरण नहीं है कि उत्तराखंड की सत्ता में रहे बहुत से मंत्रियों ने अपने मन का काम ना होने पर अपने अधिकारो का दुरूपयोग किया है और अधिकारी विशेष को जितना हो सकता था जलील करने के साथ जमकर प्रताड़ित भी किया है. हां बहुत से कार्मिक उस दबाव को काउंसलिंग के चलते झेल गए और जो नहीं झेल पाये वे हार्ट अटेक जैसे हादसों के शिकार हो गए. कई अधिकारियों के पारिवारिक सदस्य उस दबाव का शिकार हुए हैं जो उनके सेवारत पारिवारिक सदस्य झेल रहे होते हैं.

IAS Amit Kataria ने Journalist Kamal Shukla को धमकाया- ‘दो कौड़ी का आदमी, साले, कीड़े, चूजे, मच्छर, मक्खी… तुझे तो ऐसे ही मसल दूंगा’ (सुनें टेप)

अमित कटारिया, कलक्टर, बस्तर (फोटो सौजन्य : फेसबुक)

छत्तीसगढ़ में तैनात आईएएस और आईपीएस विवादों में रहते हैं. दमन करने से लेकर धमकाने तक के लिए. बस्तर जिले के कलक्टर अमित कटारिया काला चश्मा पहनकर पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने के मामले में कुख्यात रहे तो अब यही आईएएस एक पत्रकार बुरी तरह और गंदी भाषा में धमकाने के लिए चर्चा में है. दरअसल जेएनयू से कई प्रोफेसर बस्तर के एक गांव में गरीबों से मिलने और सामाजिक अध्ययन करने गए थे. उन्होंने बातचीत में ग्रामीणों को नक्सलियों और राज्य की पुलिस दोनों से दूर रहकर खुद का जीवन बेहतर करने की सलाह दी थी. मौके की ताक में बैठे रहने वाली रमन सरकार के कारिंदों ने गांव वालों को चढ़ाया, भड़काया और उनसे इन प्रोफेसरों के खिलाफ शिकायत ले ली कि ये लोग ग्रामीणों को भड़का रहे थे.

सोशल मीडिया पर वायरल हो गई यूपी के मुख्य सचिव आलोक रंजन की क्रूर कथा

मुख्‍य सचिव आलोक रंजन को हार चाहिए, न मिले तो नकद तीस लाख रुपया दो… चोरी के आरोप में दो महीनों तक अवैध हिरासत में रखा अपने दो घरेलू नौकरों को… इसी सारे मामले से जुड़ी है लखनऊ के एसएसपी के तबादले की इंटरनल स्टोरी….

भाड़ की औकात बता दिया अकेले चने ने, अमिताभ ठाकुर को बधाई….

Braj Bhushan Dubey : भाड़ की औकात बता दिया अकेले चने ने। अमिताभ ठाकुर को बधाई…. मुख्‍यमंत्री जी के पिता पर अपराध दर्ज कराने से लेकर अपराधी, तस्‍कर, रिश्‍वतखोरों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ने वाले अमिताभ ठाकुर सीएम व उनके परिवार का कोप भाजन बन दस माह तक निलम्बित रहे। सत्‍याग्रह, लिखना पढना और उचित …

अमिताभ ठाकुर आईजी बन कर पूरी ठसक के साथ अपने आफिस में बैठे हैं

लखनऊ : मुजफ्फरनगर दंगे के दौरान केवल सात दिन की तैनाती पाये वरिष्‍ठ पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद्र दुबे को दंगा न सम्‍भाल पाने को लेकर शासन ने दोषी ठहराया। दुबे को इस आरोप में मुजफ्फरनगर से हटाकर लखनऊ में पुलिस महानिदेशक कार्यालय में सम्‍बद्ध कर दिया गया और इसके 15 दिन बाद उन्‍हें निलम्बित भी …

सिविल सेवा में ना सिविल जैसा कुछ है न सेवा जैसा, डीएम-एसपी माने बाघ से भी खतरनाक कोई जीव!

Navin Kumar : क्या आपको किसी IAS टॉपर का नाम याद है जिसने जनता के हक़ में कोई महान काम किया है? नहीं याद है तो इस सामंती गुणगान का तमाशा क्यों? ऐसा लग रहा है जैसे राजा की ताजपोशी पर लोग नाचे जा रहे हैं और पता नहीं है कि क्यों नाच रहे हैं?

एक आईएएस को दबंग महिला सीएम के पैरों में बैठ माफी मांगते देखा तो आईएएस बनने का इरादा बदल दिया

Mayank Saxena : मेरे पिता चाहते थे कि मैं आईएएस बनूं, मैं सोचता था कि बन सकता हूं…फिर सच्चाई से साबका पड़ा…पिताजी को एक बार चुनाव की ड्यूटी पर लखनऊ के रमाबाई अम्बेडकर मैदान गया, तो एक आईएएस को सीएम रही एक दबंग महिला के पैरों में बैठ कर माफी मांगते देखा… उसके बाद पढ़ता और पता करता गया…अहसास हुआ कि आईएएस बन गया, तो या तो पैरों में पड़ा रहूंगा-व्यवस्था से मजबूरी में समझौता कर लूंगा या फिर रोज़ ट्रांसफर, सस्पेंशन, जांच होती रहेगी…और जीवन नर्क हो जाएगा…

ऊर्जा के क्षेत्र में यूपी ने किया शानदार काम, जल्द ही देंगे 24 घंटे बिजली : आलोक रंजन

लखनऊ : यूपी के मुख्य सचिव आलोक रंजन ने अपने दो साल के कार्यकाल में विकास के नये कीर्तिमान स्थापित किये। जब उन्होंने कार्यभार संभाला तो नौकरशाहों की लापरवाही के चलते विकास कार्य बहुत प्रभावित हो रहे थे। ऐसे में उन्होंने खुद कमान संभाली और जिले के दौरे शुरू किये।  गांव-गांव जाकर विकास कार्यों की हालत उन्होंने खुद देखा। यही कारण था कि दो साल के भीतर विकास कार्यों में खासी तेजी आयी। श्री रंजन ने आईआईएम अहमदाबाद जैसे प्रतिष्ठित संस्थान से एमबीए की डिग्री लेने के बाद 1978 में उन्होंने आईएएस की परीक्षा उत्तीर्ण की। उन्होंने बेहद लोकप्रिय दो किताबें भी लिखीं। श्री रंजन अपने विनम्र स्वभाव के लिए बेहद लोकप्रिय हैं। श्री रंजन की कार्य कुशलता का ही परिणाम था कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उनके रिटायर होने के बाद उन्हें तीन महीने का सेवा विस्तार दिया। श्री रंजन ने अपनी जिन्दगी के कई पहलुओं पर 4पीएम के संपादक संजय शर्मा से विस्तार से बातचीत की। पेश हैं उसके अंश…

दैनिक जागरण की कुत्सित मानसिकता पर बुलंदशहर के सफाईकर्मियों का प्रहार, आफिस को कचरे से पाटा (देखें वीडियो)

बुलंदशहर में डीएम संग जबरन सेल्फी खिचाने वाले आरोपी की वकालत करने वाले दैनिक जागरण को अब समाज के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। पिछले 5 दिनों से महिला विरोधी मानसिकता से की जा रही पत्रकारिता पर जिले के सफाईकर्मियों ने प्रहार कर दिया है। महिला सम्मान की इज्जत उतारने वाले दैनिक जागरण का आफिस कूड़े से पाट दिया गया है और सफाईकर्मियों ने ऐलान किया है कि अगर अपनी बदतमीजियां जागरण ने बंद नही की तो पूरे शहर का कचरा जागरण के आफिस पर डाला जायेगा।

जबरन सेल्फी लेने वाले मनचले को जेल भिजवाने वाली डीएम चंद्रकला के पीछे क्यों पड़ा है दैनिक जागरण?

बी. चंद्रकला (जिलाधिकारी, बुलंदशहर)

नीचे चार आडियो टेप हैं. ये टेप करीब तीन महीने पहले सामने आये थे. बुलंदशहर के करोड़ों रुपये के आईटीआई परीक्षा घोटाले से संबंधित इन टेपों के जरिए पता चला कि इस पूरे घोटाले में दैनिक जागरण, बुलंदशहर के ब्यूरो चीफ सुमन करन भी किसी न किसी रूप में संलिप्त हैं. जागरण प्रबंधन ने सब कुछ जानकर भी अपने दागी ब्यूरो चीफ को पद से नहीं हटाया. बुलंदशहर की जिलाधिकारी बी. चंद्रकला ने जब अपने संग जबरन सेल्फी लेने वाले एक मनचले युवक को जेल भिजवाया तो जागरण के इसी दागी पत्रकार ने उनसे जले पर नमक छिड़कने वाले अंदाज में सवाल पूछा जिसके बाद चंद्रकला ने भी पत्रकार को कायदे से समझाया.

सेल्फी प्रकरण पर जागरण के रिपोर्टर का सवाल सुनते ही आगबबूला हुई बुलंदशहर की डीएम, मां-बहन कह कह के जमकर हड़काया, सुनें यह टेप

बुलंदशहर में एक डीएम हैं. चंद्रकला नाम से. उनके साथ एक लड़के ने सेल्फी ली, बिना उनकी सहमति. इससे नाराज डीएम ने उस युवक को जेल भिजवा दिया. इस प्रकरण पर जब दैनिक जागरण के रिपोर्टर ने डीएम से पूरा घटनाक्रम जानना चाहा, डीएम का पक्ष जानना चाहा तो डीएम साहिबा इस कदर आग बबूला हुईं कि जागरण के रिपोर्टर को उसकी मां बहन का हवाला दे दे कर जमकर हड़काया.

‘विषबाण’ अखबार के कार्यक्रम में आईएएस सूर्यप्रताप बोले- नौकरशाही गुलाम हो गई है खादी की

मथुरा । विषबाण साप्ताहिक अखबार के तृतीय स्थापना दिवस एवं व्यापारिक समाचार पत्र व्यापार मार्केट के शुभारम्भ के मोके पर आयोजित समारोह में कई रंग बरसे। आयोजन में जहाँ में मीडिया एवं जनसेवा के क्षेत्र में नाम कमाने वाले बुद्धीजीवियों ने समसामयिक विषयों पर अपने विचार रखें वहीं कार्यक्रम समापन से पूर्व कवियों ने ओज और हास्य का मिश्रण प्रस्तुत कर समां बांध दिया। कार्यक्रम के मध्य में आयोजित जादूगर अशोक ने अपने हैरतअंगेज जादूगरी से उपस्थितजनों का भरपूर मंनोरंजन कर यादगार शाम बना दी। आयोजन में उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस और शासन में चर्चित प्रमुख सचिव डॉ सूर्यप्रताप सिंह विशेष आकर्षण का केन्द्र रहे। फेसबुक जैसी शोसल साईटस पर जुड़े हुये जनपद से बाहर के प्रशेसक भी उन्हें देखने सुनने के लिये कार्यक्रम में शामिल हुये। 

डीएम ने सीजीएम से फोन कर कहा- अखबार में ढेर सारी चीजें छपती हैं जो सब वसूली टाइप रहती हैं (सुनें टेप)

धंधेबाज मीडिया के सच को अधिकारी भी अच्छी तरह जानते हैं लेकिन बस वह आन द रिकार्ड इस पर कुछ नहीं बोलते. छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के डीएम नीरज बंसोड़ ने यहां के सीजीएम प्रभाकर ग्वाल से फोन पर बातचीत में मीडिया को लेकर अपनी राय का खुला मुजाहरा कर दिया. डीएम साब ने सीजीएम साब से कहा कि अखबारों की बातों का वह संज्ञान लेकर एफआईआर आदि न किया करें क्योंकि अखबारों में तो बहुत सी चीजें छपती हैं जो सब वसूली टाइप रहती है.

‘दृष्टांत’ मैग्जीन के संपादक अनूप गुप्ता के खिलाफ लखनऊ में नया मुकदमा

लखनऊ से प्रकाशित क्रांतिकारी मैग्जीन ‘दृष्टांत’ के संपादक अनूप गुप्ता के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज करा दिया गया है. यह एफआईआर मैग्जीन के पंजीकरण हेतु फर्जी दस्तावेजों के लगाने से संबंधित है. वहीं अनूप गुप्ता का कहनाा है कि भ्रष्ट नौकरशाहों से लेकर भ्रष्ट नेताओं और भ्रष्ट मंत्रियों की पोल लगातार खोलने के कारण …

यूपी के जंगलराज की नई कहानी : अमिताभ, जया और अभिषेक बच्चन को यूपी सरकार हर माह देगी डेढ़ लाख रुपये!

Surya Pratap Singh IAS : अमिताभ बच्चन, जया व अभिषेक को यूपी सरकार देगी 50,000 रुपये की पेंशन… यानि इस परिवार को हर महीने डेढ़ लाख रुपये… पेंशन के नाम पर…क्या मजाक है…. मुख्यमंत्री के गाँव ‘सैफई’ के प्रधान दर्शन सिंह यादव को भी इस वर्ष यश भारती पुरस्कार मिला है… उसके प्रभाव ने यह निर्णय करा दिया… सरकारी खजाने का मज़ाक बना कर रख दिया है.. लुटाओ, जितना लुटा सकते हो… चुनाव तक…

बर्बाद फसल दिखाने आई गरीब महिला को हड़का रहे इस कलेक्टर ने चार जूते मारने लायक काम किया है या नहीं? (देखें वीडियो)

एबीपी न्यूज में स्पेशल करेस्पांडेंट ब्रजेश राजपूत ने एक वीडियो फेसबुक पर शेयर किया है. साथ ही यह भी बताया है कि इस वीडियो के एबीपी न्यूज पर चलने के फौरन बाद वीडियो में दिख रहे खलनायक अफसर के ट्रांसफर का आदेश आ गया. वीडियो में खलनायक अफसर एक गरीब किसान महिला को हड़का रहा है. यह किसान महिला जनसुनवाई में अपनी सूखी फसल दिखाने लाई थी और फसल दिखाते ही अफसर इस महिला पर बिगड़ पड़ा.

जानिए, स्वच्छता अभियान की मुखिया आईएएस विजयलक्ष्मी जोशी ने इस्तीफा क्यों दिया

केंद्र सरकार की एक वरिष्ठ अधिकारी विजयलक्ष्मी जोशी ने अपनी नौकरी से हाथ धो लिये हैं। वे मूलतः गुजरात केडर की हैं। उन्होंने अपने इस्तीफे के लिए कारण यह बताया है कि उनके माता-पिता की तबियत बहुत खराब रहती है। उन्हें उनकी सेवा करनी है। यह तो बहाना है। असली कारण यह है कि प्रधानमंत्री का स्वच्छता अभियान सफल नहीं हो पा रहा है। उसके कारण सरकार की काफी बदनामी हो रही है। मजाक उड़ा रहे हैं लोग। जाहिर है कि ऐसी बातों से सरकार नाराज़ होगी।

वरिष्ठ आईएएस अधिकारी शैलेश कृष्ण को ब्रेन हैमरेज, एम्स रेफर

लखनऊ : यूपी कैडर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी शैलेश कृष्ण को ब्रेन हैमरेज होने के बाद एम्स रेफर किया गया है. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तत्काल उन्हें एम्स पहुंचाने के लिए एयर एम्बुलेंस की व्यवस्था की. उन्हें दिल्ली रवाना कर दिया गया उनके साथ चिकित्सकों की एक टीम भी गई है. प्रदेश के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव, मुख्य सचिव अलोक रंजन, जावेद उस्मानी,और वरिष्ठ आई.ए.एस. आराधना शुक्ल एयरपोर्ट पर मौजूद थे.

यूपी सरकार से पीड़ित आईएएस एसपी सिंह लड़ाई में उतरे, ‘जन चौपाल’ का बिगुल बजाया

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस सूर्य प्रताप सिंह लगातार सत्ता की ज्यादतियों से आजिज आकर अब लड़ाई के मैदान में उतर चुके हैं। जन-चौपाल के माध्यम से वह सीधे जनता के बीच पहल कदमी करने चल पड़े हैं। उन्होंने बताया है कि शिकोहाबाद में सपा नगर अध्यक्ष दिलीप यादव और उसके गुर्गे हमारे वालंटियर लोगों को धमका रहे हैं और अपने गुंडों की मदद से हमारी ‘जन-चौपाल’ में व्यवधान करने की तैयारी कर रहे हैं। मैं अपने वालंटियर्स से शांतिपूर्वक काम करने की अपील करता हूँ। वह लिखते हैं कि यह सविनय निवेदन ‘जन-जागरण’ अभियान है।

यूपी में आपात काल : धमकी मिलीं, प्रतीक्षा सूची में डाला, लो मैं सड़क पर आ गया, प्रदेश छोड़ना पड़ेगा

अखबारों से ज्ञात हुआ कि आज मेरा स्थानांतरण कर ‘प्रतीक्षा’ में रख दिया गया। किसी विभाग से किसी प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारी को हटाकर ‘प्रतीक्षा’ में तभी डाला जाना चाहिए, जब उस विभाग में कोई ‘घोटाला’ या कदाचार किया गया हो, तथा उस अधिकारी को निष्पक्ष जांच हेतु हटाना जरूरी हो। आज कई चेतावनी, धमकियां मिलीं। लगता है कि अब प्रदेश ही छोड़ना पड़ जायेगा या फिर छिपे-छिपे फिरना पड़ेगा। अंग्रेजी उपनिवेशवाद की याद आती है। आपातकाल जैसा लगता है।

क्या राजनीति का अर्थ केवल भूमाफिया, चोर- उच्चकों और फर्जी डिग्री धारकों से है!

आज जब मैं अपनी स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति पर आये मित्रों के मत पर अपनी सफाई पेश कर रहा हूँ, तो कबीर की याद आ रही है और ” झीनी चादर ” अपने जीवन में ओढ़ने वाले सभी मित्रों को नमन कर सफाई देने का मन है। मैंने ३४ साल की नौकरी की है तथा इस का मतलब यह नहीं कि मैंने इतनी लम्बी सेवा घुटन या विवशता के साथ की। यथा शक्ति, मनोयोग से जिन पदों पर रहा, काम किया। 

जंगलराज से दुखी यूपी के एक वरिष्ठ आईएएस ने वीआरएस लेने के लिए लिखा मार्मिक पत्र

Surya Pratap Singh : मित्रों. आज दिनांक 23/07/2015, मेरे जीवन का महत्वपूर्ण दिन है. जिस सेवा को पाने के लिए वर्षों तपस्या करनी पड़ती है, उससे मैंने स्वैच्छिक सेवा निवृति लेने का निर्णय लिया है. उक्त आशय हेतु अपनी पूरी व्यथा व वेदना निम्न पत्र, जो आज मैंने मुख्य सचिव महोदय को भेजा है, में लिख दी है. आप इस पत्र को पढ़ें और मेरे निर्णय को स्वीकार कर, मेरी हौसलाअफजाई करें, ऐसा मेरा निवेदन है. अब इस प्रदेश में निष्ठा से काम करना हर किसी के बस की बात नहीं. अतः अब मुझे शांति से सेवानिवृत होने का मन है. जीवन के बचे क्षण जनसामान्य के रूप में उन्मुख भाव से जी कर उसकी पीड़ा का स्वमं अनुभव करना चाहता हूँ. या फिर जैसी मेरी नियति ऊपरवाले ने लिखी हो, उसे सहर्ष स्वीकार करूँगा. सेवा निवृति के स्वीकृति आदेश तक मैं अपने वर्तमान पद यथावत कार्य करता रहूँगा. आप के लिए व समाज के लिए लड़ाई जारी रहेगी. मित्रों, दोस्ती की वास्तविक परीक्षा अब होगी.

आप बताइए, क्या मेरे दिमाग का स्क्रू ढीला है ?

मैंने कुछ सामाजिक मुद्दे ही तो उठाये हैं, जिसको व्यापक जनसमर्थन मिला है। क्या यह मेरा पागलपन है ? आप बताइए क्या मेरे दिमाग का स्क्रू ढीला है ? किसी ने यू ट्यूब पर विडियो पोस्ट किया है, जिसमें मेरा स्क्रू ढीला बताया है। इसमें तीन बाते हैं –

रामगोपाल यादव बोले- आईएएस सूर्य प्रताप सिंह के दिमाग का स्क्रू ढीला!

Yashwant Singh : मुलायम ने आईपीएस Amitabh Thakur को सीधे फोन कर हड़काया तो रामगोपाल ने आईएएस Surya Pratap Singh के दिमाग का स्क्रू ढीला बताया. रामगोपाल ने सूर्य प्रताप सिंह के बारे में शर्मनाक बयान मीडिया के सामने दिया है, ऐसा यह वीडियो देखकर लगता है.

बाकी की तो छोड़िए, आईएएस वरूण ने बेटी को गोली मारी थी, गणेश ने उसकी बेटी परोसी थी!

लखनऊ: आप सरकारी अफसर-मुलाजिम हैं ना। फिर ठीक है। आइये, अब मैं ताल ठोंक कर दावा करता हूं कि आप में से काफी लोग अपनी बेटी-बहन के प्रति या तो इतना अत्‍याचार करते हैं, कि उनकी नृशंस हत्‍या तक कर सकते हैं, उसके साथ अमानवीयता की पराकाष्‍ठा तक पहुंच जाते हैं। और तो हमारे इसी समुदाय के कुछ लोग तो अपनी भूख शान्‍त करने के लिए उस लड़की के पास पहुंच जाते हैं जो खुद अपनी ही बेटी होती है। उनमें से कुछ लोग उस वक्‍त क्‍या करते होंगे, यह तो मैं नहीं बता सकता, लेकिन कुछ लोगों के बारे में तो मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि वे अपनी ऐसी कमीनगी का ठीकरा अपनी ही ऐसी बहन-बेटी की हत्‍या के तौर पर फोड़ते हैं। मकसद यह कि हम पाक-साफ हैं और हमेशा रहेंगे।

आईएएस सूर्य प्रताप को पता ही नहीं, हिंदुस्तान लखनऊ में छप गई चार्जशीट की खबर

सुनो सर जी, मार डालो पर.. डराओ मत,सर जी….! आज एक समाचार छपा …”आईएएस सूर्य प्रताप सिंह को चार्जशीट दी गयी ” बड़ा सामायिक है ..पर भैया है कहाँ ये सब ….क्या डरा डरा कर मार डालोगे, सर जी | कोई भी विभागीय कार्रवाई गोपनीय होती है, यही जारी होने वाली नोटिस/चार्जशीट को जारी करने से पहले ही सम्बंधित विभाग द्वारा ‘लीक’ कर दिया जाता है, तो सम्पूर्ण कार्यवाही पूर्वाग्रह से ग्रसित मानी जाएगी| वह भी, किसी एक अखबार को exclusive खबर क्यों? प्रेस कांफ्रेंस या प्रेस नोट क्यों नहीं जारी कर देते, क्या अन्य अख़बारों से डर लगता है कि वे दोनों पक्ष का मत लेकर सच्चाई लिख देंगें? मैं ये सब सरल मन से पूछ रहा हूँ…कोई अहंकारवश नहीं |

‘आउटलुक’ मैग्जीन ने महिला आईएएस अफसर को ‘आई कैंडी’ बता घटिया कार्टून छापा, अफसर ने लीगल नोटिस भेजा

हैदराबाद : एक महिला आईएएस अफसर जिसे जनता के अफसर के तौर पर जाना जाता है और जो सरकारी योजनाओं को लागू करने की दिशा में लेटेस्ट तकनीक के इस्तेमाल के लिए जानी जाती हैं, उसे ‘आउटलुक’ पत्रिका ने ‘आईकैंडी’ यानि ‘आंखों को लुभाने वाली’ बताते हुए एक घटिया किस्म का कार्टून प्रकाशित कर दिया है. साथ में एक आर्टिकल है जिसका शीर्षक है- ‘नो बोरिंग बाबू’. इसमें लिखा है कि हर मीटिंग में मौजूद महिला आईएएस अपनी खूबसूरत साड़ियों की वजह से फैशन स्टेटमेंट साबित होती हैं और मीटिंग में मौजूद लोगों के लिए आई कैंडी भी. आउटलुक मैगजीन में छपे कार्टून में महिला आईएएस अफसर को एक फैशन शो में रैम्प पर चलते दिखाया गया है.

जगेंद्र हत्याकांड : ‘कुत्ता प्रदेश’ की कहानी, एक आईएएस अफसर की जुबानी… (देखें वीडियो)

Yashwant Singh : जगेंद्र हत्याकांड के खिलाफ प्रेस क्लब आफ इंडिया में आज हुई सभा में सबसे शानदार रहा आईएएस Surya Pratap Singh यानि एसपी सिंह को सुनना. एसपी भाई को एफबी टीवी अखबारों में पढ़ता देखता रहा हूं लेकिन मिलने-सुनने का मौका आज मिला. ग़ज़ब का बोले. बोले क्या झकझोर दिया. उनका आधे घंटे का वीडियो अपलोड करने वाला हूं. तब तक कुछ तस्वीरें. एक तस्वीर में एसपी सिंह जी के साथ संगम पांडेय जी भी हैं, मुड़ मुड़ के ना देख मुड़ मुड़ के वाली फोटो में. संगम पांडेय जी जानी मानी साहित्यिक पत्रिका हंस के पूर्व संपादक रहे हैं. उनसे जमाने बाद मुलाकात हुई. संगम भाई जब भी मिलते हैं, उन्हें देर तक पकड़ कर रखता हूं, बतियाता हूं. ये एक ऐसे पत्रकार लेखक समालोचक शख्सियत हैं कि मिलने पर इनसे अध्यात्म से लेकर ब्रह्मांड तक ढेरों बात बहस तर्क-कुतर्क मैं करता हूं और वो न सिर्फ इसे इंज्वाय करते हैं बल्कि कई ऐसे पढ़ने जानने सीखने के सूत्र छोड़ जाते हैं जिनसे मैं आगे के दिनों में खोजता जूझता लड़ता सोचता पढ़ता रहता हूं. फोटो देखने के पहले ये एक वीडियो देखिए, प्रेस क्लब आफ इंडिया से लेकर मुलायम सिंह यादव के दिल्ली वाले बंगले तक पर हुए प्रदर्शन का:  https://www.youtube.com/watch?v=W-F0x9D0m_U

यूपी : अगले 48 घंटों में 48 से ज़्यादा IAS-IPS अफसरों के तबादले की संभावना

उत्तर प्रदेश के प्रशासनिक अमले में एक बार फिर बड़े पैमाने पर बदलाव की तैयारी चल रही है। सूबे के समाजवादी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अगले 48 घंटों में 48 से ज़्यादा IAS और IPS अफसरों का तबादला करने जा रहे हैं। 

हरदोई के डीएम ने बर्बाद किसान को फेसबुक पर ब्लाक कर दिया!

Kumar Sauvir : मुझे तो अब अक्‍सर ऐसा साफ लगने लगता है कि जो पढ़-लिख कर डीएम बन जाता है, वह वाकई बेवकूफी या अभद्रता का दामन सम्‍भाल लेता है। उनसे ज्‍यादा समझदार और संवेदनशील तो साबित होता है किसान, जो अफसरशाही कार्यशैली से लेकर प्रकृति तक की निर्ममता का सामना करना होता है। नजीर हैं हरदोई के जिलाधिकारी रमेश मिश्र। हरदोई के डीएम ने डीएम हरदोई के नाम पर एक नया फेसबुक पेज बनाया है, जिसमें वे दिन भर अपनी ढपोरशंखी ढफली बजाया करते हैं कि:- आज मैंने इतने लोगों को लाभान्वित किया, उतने लोगों को उतना फायदा उठाया। इतने लोगों के साथ हेन किया, और उतने लोगों को हेन किया। ऐसा किया, वैसा किया, यू किया, ऊ किया, अइसन किया, वइसन किया।

उस रात सत्ता की एक बड़ी हवेली में मेरे खिलाफ रचा गया षडयंत्र !

मैं पिछले दो दिन से ओला वृष्टि प्रभावित फैजाबाद व अम्बेडकरनगर में आत्महत्या करने वाले अथवा सदमे से मरे किसानों के परिवारों से मिलने व जनपद में हुए नुकसान का जायजा लेने आया हुआ हूं। इन जनपदों का मैं ‘नोडल अधिकारी’ भी हूँ। किसान के साथ प्रदेश में जो छलावा हो रहा है, इसके बारे में अलग से फोटो के साथ लिखूंगा। जब मैं ऐसी गर्मी में गाँव-गाँव व खेत-खेत घूम रहा था, तो मेरे पास एक फोन आया कि आप उधर किसानों के दुःख दर्द बाँट रहे हैं, इधर लखनऊ में कल रात सत्ता की एक बड़ी हवेली में आपके खिलाफ षडयंत्र रचा गया है। उन्होंने बताया कि “आप के खिलाफ भ्रष्ट इंजीनियर विभाग के कुछ अधिकारियों को एक बड़ी हवेली में बुलाकर आपको बदनाम करने के लिए साजिश रची गयी। उनमें से कई भ्रष्ट इंजीनियर, जो आपकी सख्ती से कुपित थे व ‘आका’ के बुरे दिनों के साथी भी रहे हैं, ने आपके खिलाफ ‘आका’ की उपस्थिति व निर्देश पर एक शिकायती रिपोर्ट बनाई ताकि आप की छवि को ख़राब करते हुए प्रताड़ित किया सके, सबक सिखाया जा सके। उन्ही इंजीनियरों ने आपका ट्रान्सफर भी कराया गया था। उन्होंने ये भी बताया कि इन विभागों के राजनैतिक मुखिया भी बहुत ख़राब छवि के हैं, पता नहीं क्यों ‘आका’ उन्हें इतना मुंह लगाते हैं?”

यूपी कैडर के वरिष्ठ आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने लोकतंत्र और चोरतंत्र के बीच अंतर समझाया

Surya Pratap Singh : लोकतंत्र (DEMOCRACY) और चोर-तंत्र (KLEPTOCRACY) का रोचक अंतर… लोकतंत्र का सीधा मतलब है – लोगों के लिए, लोगों के द्वारा, लोगों की सरकार है. लोगों के लिए सरकार का मतलब: सरकार का एकमात्र उद्देश्य जनसामान्य की प्राथमिकताएं व आकांक्षाओं को पूरा करना. लोगों के द्वारा सरकार का मतलब: सरकार लोगों के द्वारा चुनी जाये तथा चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष हो. लोगों की सरकार का मतलब: सरकार में मंत्री गण या चलाने वाले सही मायने में लोगो के बीच से हों- जनता सच्चे व् ईमानदार व्यक्ति को ही अपना मंत्री देखना चाहती है जो सद्चरित्र भी हों.

Save us from these IAS officers : IPS Amitabh Thakur

Amitabh Thakur : Save us from these IAS officers… I have realized that a reasonable proportion of IAS officers have become so career oriented that they are willing to make any kind of compromise and keep quite against any wrong-doings, including that of their personal dignity and harassment, solely for their career gains, as was our personal experience once again, when my wife Nutan Thakur raised a sensitive and shocking matter related with a woman IAS officer, she along with her IAS husband, instead of standing for the cause, started pressurizing her to withdraw the complaint immediately, claiming that nothing of that sort has happened, when we have enough reason and facts to say that there was definite truth in the complaint. How will such IAS officers save the dignity of others if they cannot stand for their own cause?  

फर्जी IAS ट्रेनी केस: नौकरी नहीं, परस्पर सम्बन्ध दिखते हैं कारण

लखनऊ : आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर ने आईजी गढ़वाल रेंज संजय गुंज्याल से रूबी चौधरी केस में गहराई से जांच करने का अनुरोध किया है.

2003 बैच की आईएएस अफसर ममता कैंसर से जीत नहीं पाईं, दिल्ली में निधन

Vinayak Vijeta : झारखंड कैडर की आईएएस अधिकारी ममता का लंबी बीमारी के बाद आज दिल्ली में निधन हो गया। ममता ने झारखंड में प्राथमिक शिक्षा की निदेशक सहित कई महत्वपूर्ण ओहदे पर काम किया था। वह लंबे समय से बीमार थीं जिनका इलाज दिल्ली में चल रहा था पर मौत के आगे जिंदगी हार गई। इससे पहले उन्हें सरकार में सर्विस नियम में राहत देते हुए उन्हें न्यूयार्क में एजुकेशनल कॉउंसल का पद दिया गया ताकि वह वहां इलाज करा सकें।

पन्ना के कलेक्टर पर केंद्रीय विद्यालय प्राचार्या ने यौन शोषण का आरोप लगा आत्महत्या की कोशिश की

(कलक्टर और प्राचार्या की फाइल फोटो. पीड़िता की पहचान छुपाने के लिए उनके चेहरे को फोटोशॉप के जरिए ब्लर कर दिया गया है.)

पन्ना : केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्या ने पन्ना जिले के प्रशासनिक मुखिया कलेक्टर आर.के. मिश्र पर दो बार जबरदस्ती शारीरिक सम्बन्ध बनाने का गंभीर आरोप लगाया है. इससे पन्ना के साथ-साथ पूरे प्रदेश के प्रशासनिक हलके में सनसनी फ़ैल गई है. शनिवार की सुबह लगभग 9 बजे केंद्रीय विद्यालय की प्राचार्या ने मानसिक प्रताड़ना के चलते फिनायल पी कर आत्महत्या करने की कोशिश की. विद्यालय के स्टाफ ने गंभीर हालत में प्राचार्या को जिला चिकित्सालय में भरती कराया है जहां उनका इलाज चल रहा है.

डीएम हो तो इन मैडम की तरह, करप्ट अफसरों को पब्लिक के सामने ही औकात में ला दिया (देखें वीडियो)

राहुल गोयल ‘बुलंदशहर एक्सप्रेस’ नामक वेबसाइट चलाते हैं. इन्होंने भड़ास को पत्र लिखकर सूचित किया है बुलंदशहर की डीएम बी. चंद्रकला का जो वीडियो वायरल हुआ है, दरअसल वो ओरीजनली उन्होंने यूट्यूब पर अपलोड किया था जिसे बाद में बड़ी मीडिया कंपनियों ने डाउनलोड कर अपने अपने पोर्टलों पर अपलोड कर लिया. राहुल का कहना है कि उनकी मेहनत का रिकागनाइज किया जाना चाहिए. राहुल का पत्र इस प्रकार है…

जानो दुनिया न्यूज़ चैनल का भूतपूर्व आईएएस मालिक पत्रकारों को ओछा और दो कौड़ी का समझता है

IAS sanjay

जानो दुनिया के मालिक भूतपूर्व आईएएस अधिकारी संजय गुप्ता

Naresh Soni: अहमदाबाद से एक बेहद बुरी खबर आई कि जानो दुनिया न्यूज़ चैनल बंद हो गया है… कुछ महीनों तक मैं भी इस चैनल से जुड़ा रहा, लेकिन यहां की अव्यवस्था देखकर काफी पहले मैंने किनारा करना सही समझा.. अब जो लोग वहां रह गए, क्या आप सब उनकी मदद के लिए आगे आएंगे?

आईएएस अफसर सदाकांत व संजीव शरण का तबादला और दो घंटे बाद तबादले का निरस्त होना….

Amitabh Thakur :  बीती बात बिसारिये… आईएएस अफसर सदाकांत और संजीव शरण का तबादले और मुख्यमंत्री द्वारा काम करने पर तबादला निरस्त करने की कथित चेतावनी के दो घंटे के अन्दर ही इनका तबादला निरस्त हो जाने के प्रकरण में मैं अकादमिक फ्रंट पर यह अवश्य कहना चाहूँगा कि 28 जनवरी 2014 को आईएएस तथा आईपीएस कैडर संशोधन नियमावली के लागू हो जाने के बाद अब किसी भी आईएएस तथा आईपीएस अफसर का तबादला मात्र सिविल सेवा बोर्ड की संस्तुतियों पर ही किया जा सकता है और किसी अन्य प्राधिकारी, चाहे वह कितना भी बड़ा क्यों ना हो, को इसमें हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है. ये नियम काफी सोच-विचार के बाद बनाए गए थे और इनसे किसी भी प्रकार का दुराव प्रशासनिक व्यवस्था में हानिकारक प्रभाव ही उत्पन्न करेगा. प्रशासन में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व के क्षेत्र में कार्य करने के नाते मैं चाहता हूँ और उम्मीद करता हूँ कि बेहतर प्रशासन के लिए ये नियम पूरे देश में पूरी तरह से पालन किये जायेंगे और इनमे किसी स्तर पर मनमर्जी के दवाब में कोई शिथिलता नहीं बरती जायेगी.

करप्शन के खिलाफ अभियान छेड़े आईएएस बादल चटर्जी के तबादले की कहानी से आप इस सड़े सिस्टम का सच जान सकते हैं

Suman Singh : कोई ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ आदमी सही काम करने की शुरुआत करता है तो पूरा भ्रष्ट तंत्र / भ्रष्ट समाज उसके पीछे पड़ जाता है, जब तक उसे सही काम करने से रोक ना दे. लानत है ऐसी व्यवस्था पर और थू थू है ऐसे लोगों पर जो सभ्यता का आवरण ओढ़ कर, सिर्फ ‘भगत सिंह दूसरे के घर में पैदा हों’ इस बात की वकालत किया करते हैं मयनोशी की महफिलों में.. कहानी इलाहाबाद की है. यहाँ IAS अधिकारी बादल चटर्जी के मंडलायुक्त का कार्यभार सिर्फ साढे़ सात महीने हुआ और इसी दौरान शहर के सुन्दरीकरण, प्रभावशाली बंगलों के बीच दबे नालों को निकालने से लेकर स्वास्थ्य विभाग में चल रही धांधली पर लगाम लगाने में अपनी पूरी ताक़त झोंक दी. अवैध रूप से चल रहे अल्ट्रा साउंड केन्द्रों को सीज कराया.