Mahendra Kumar Srivastava : इंदौर से हो रही है मानव अंग की तस्करी! इंदौर में जिस तेजी से अंगदान हो रहा है उससे मुझे तो शक है कि कहीं दान की आड़ में सरकार, डाक्टर और अफसर सौदेबाजी तो नहीं कर रहे हैं? जहां तक मेरी जानकारी है देश के कुछ बडे अस्पताल जहां दिल, जिगर, किडनी, कॉर्निया, बोन मेरो और आंखों के ट्रांसप्लांट की सुविधा है, ये अंग न मिलने की वजह से दोहराता हूं अंग दान में न मिलने की वजह से भारी घाटे में थे।
आपको बता दें कि पहले देश में कुछ अमीर लोग गरीबों को पैसे का लालच देकर उनकी किडनी निकलवा लेते थे, इसके बाद सरकार ने १९९५ में किडनी ट्रांसप्लांट पर रोक लगाई और कहाकि सिर्फ खून के रिश्ते में ही अंगदान हो सकेगा। इससे इन बड़े अस्पतालों की चिंता और बढ़ गई।
मेरे पास प्रमाण नहीं है, लेकिन पूरी तरह आश्वस्त हूं कि इंदौर देश के बड़े डाक्टरों की साजिश का शिकार है, इसमें कुछ अफसर, एनजीओ, डाक्टर और सरकार की मिली भगत की वजह से दुर्घटना में घायल होने वालों जिन्हें आसानी से बचाया जा सकता है, उन्हें बचाने की कोशिश कम बल्कि उनके परिवार को अंगदान के लिए तैयार करने की ज्यादा होती है। मुझे लगता है कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए और जांच के दायरे में मध्यप्रदेश सरकार, इंदौर के आला अफसर, डाक्टर और दिल्ली मुंबई के बड़े प्राईवेट अस्पतालों कों शामिल किया जाना चाहिए।
वरिष्ठ पत्रकार महेंद्र कुमार श्रीवास्तव के फेसबुक वॉल से.