सतीश चंद्र पांडेय और प्रेम प्रकाश पांडेय. दोनों भाई दैनिक जागरण लखनऊ में काम करते हैं. एक शेड्यूलिंग में. दूसरा प्रसार में.
सतीश चंद्र पांडेय ने जब मजीठिया वेज बोर्ड के हिसाब से सेलरी और बकाया एरियर-भत्तों की मांग की तो जागरण प्रबंधन के तेवर सख्त हो गए. इसके बाद शुरू हो गया प्रताड़ना का बुरा दौर. कागजी कार्रवाई यानि लिखत पढ़त का मामला तेज हो गया.
दैनिक जागरण लखनऊ के जनरल मैनेजर जेके द्विवेदी ने जब सतीश चंद्र पांडेय का तबादला किया और कई नोटिस भेजे तो इनका जवाब विस्तार से सतीश ने दिया.
सतीश के पत्र से पता चलता है कि दैनिक जागरण के प्रसार विभाग में कार्यरत उनके भाई प्रेम प्रकाश पांडेय के साथ भी जागरण प्रबंधन ने बुरा सलूक किया. किडनी ट्रांसप्लांट के बाद डाक्टरों ने प्रेम प्रकाश को दिन में हल्की फुल्की ड्यूटी कराने के लिए लिखा. पर दैनिक जागरण वालों ने रात की ड्यूटी लगाई. साथ ही इस्तीफा देने के लिए टार्चर करना शुरू किया.
पूरा पत्र मीडिया, खासकर दैनिक जागरण के अंदर कर्मचारियों की स्थिति की जानकारी देता है. पढ़ें और दूसरों को भी पढ़ाएं-