काफी समय से ढूंढ़ने के बावजूद भी कई सारे जॉब ढूँढ़ने वालों को जॉब नहीं मिलता और इसकी वजह है योजना बद्ध तरीके का अभाव, और, यह सब अच्छे प्रयासों के बावजूद होता हैं। हम लोग कुछ ऐसी आम गलतियाँ कर बैठते हैं जिससे की हम योजनाबद्ध तरीके से एवं उचित दृष्टिकोण रखकर बच सकते हैं। नीचे कुछ ऐसे ही गलतियों का विवरण दिया हैं जिससे हम बच सकते हैं।
१) कैरियर के लिए समग्र दृष्टिकोण का अभाव : मेरा तो मानना ये है की कैरियर व्यक्ति के जीवन का अविभाज्य घटक होता हैं। इसलिए वह हमेशा अखण्डित स्वरुप में होना चाहिए न की खंडित टुकड़ो टुकड़ो के स्वरुप में। एक अच्छा और स्थायी रूप कैरियर पाने के लिए आपको उसके तेह से मेहनत लेनी पड़ेगी। आपका कैरियर अच्छा नहीं बनेगा जब आप किसी अजीब जॉब के लिए आवेदन करोगे और फिर वहाँ पे कुछ दिनों के लिए काम करके किसी और अजीब जॉब के लिए आवेदन करोगे। इसे दिशाहीन यात्रा कहा जा सकता हैं। जॉब ढूंढने के लिए भविष्य के बारे में सोचते हुए पहले एक परियोजना बनाने की आवष्यकता होती हैं। जो भी जॉब आप ढूंढोगे वो आपके आकांक्षाओं तथा प्रयत्नों को पूरा करने वाला होना चाहिए।
२) अपर्याप्त योजना : ये ठीक एक दिशाहीन राकेट की तरह हैं जो की नीचे की और चला जा रहा हैं। वह कभी भी अपने गंतव्य स्थान पर नहीं पहुंचेगा। दूसरी और योजनाबद्ध काम एक रेल जैसा होता हैं जो पटरी पे बहुत सरलता से चलता हैं और अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचता हैं। कहने का मतलब हैं आपको काम योजनबद्ध तरीके से ही करना चाहिए। जब आप जॉब ढूंढते हो तब आपको उस उद्योग की हालत, आप जिस कंपनी में आवेदन करना चाहते हो उस कंपनी का इतिहास,कैरियर की सम्भावनाए तथा मुआवजे के मानदंडों के बारे में पता होना चाहिए। जब आप किसी लक्षित जॉब के बारे में खोज करना चालु करें तब आपको इन मुद्दों पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहिए जैसे की – आप की किस पद की महत्त्वकांक्षा हैं, आप नियोक्ता तक किस जरिये पहुँचाना चाहते हैं, आप हर हप्ते में अपना कितना समय इस खोज मोहीम को दें सकते हो और आपकी नैया इस प्रतियोगता की दौर मैं किनारे तक कैसे पहुँच पाएगी, इसके बारे में विस्तृत रूप से परियोजन करे, उसे एक कागज पर लिखे तथा परिणामों तक पहुँचे, साथ ही सुधारात्मक उपायों को जब जरुरी हो तब अपनाए।
३) आपका बायोडाटा अच्छा न होना : यह गलती तो बहुत ही आम हैं। अपरिणामदेय तथा ठोस रूप का अभाव आपको अच्छा जवाब मिलने की शक्यताओं को कुचैल देती हैं। चाहे आप जितनी भी योजना व रणनीति बना ले। आपका रिज्यूमे यह आपके मार्केटिंग का जरिया हैं। वह आपके चुनाव की शक्यताओं को बढ़ता हैं। इसलिए आपका रिज्यूमे साक्षात्कारकर्ता को घटियाँ ना लगे। इसीलिए एक बार बैठा कर अच्छी तरह से बैठ कर आपका रिज्यूमे तथा कवर लेटर फिर से लिखें।
इसके लिए आप अपने वरिष्ठों तथा अपने मित्रों की मदद ले सकते हो। आपके पास अलग अलग पदों की आवेदनों हेतु अलग अलग रिज्यूमे होने चाहिए।
४) गलत पहचान : अगर आपका रिज्यूमे आपकी क्षमताओं को, कौशल्यों को अच्छे तरह से प्रदर्शित नहीं करता तो इससे आपकी पहचान नहीं बन पाएगी। आपके रिज्यूमे में स्पष्ट रूपसे आपका प्रशिक्षण तथा पूर्वानुभव, उपलब्धि, कौशल्यों को, उपयोगिता को दिखाई देना चाहिए। अगर सरल शब्दों में कहूं तो आपको आपकी एक अच्छी पहचान बनाना चाहिए। उसके बाद ही आप बेहतरीन परिणामों की अपेक्षा कर पाओगे।
५) नौकरी की मांग में निष्क्रियता : सिर्फ जॉब बोर्ड पे आकस्मिक या नियमित तौर पे नौकी के आवेदन करना या फिर विज्ञापनों को आवदन करने से आपको मनचाही नौकरी नहीं मिल जाएगी। क्यों की यह सब तो बाकी और भी लोग करते हैं। अगर आप को यश सम्पादन करना हैं तो आपको नौकरी की तलाश में अधिक सक्रीय बनना चाहिए। आपको नियोक्ताओं को फ़ोन करना चाहिए तथा उनके साथ लगातार वार्तालाप करते रहना चाहिए। आप इसके लिए सोशल नेटवर्किंग साइट्स का इस्तेमाल भी कर सकते हो।
६) अधिक आवेदन न करे : जॉब ढूंढने में सफलता पानी हो तो आपको कई जगह पे आवेदन करने चाहिए न की एक या दो जगह पे बार बार आवेदन करना चाहिए। आपका रिज्यूमे अलग अलग जॉब साइट्स पे डाल के रखे। अगर आप किस एक नियोक्ता को आज फ़ोन करते हो तो कल दो नियोक्ताओं को कीजिए। इसी तरह आप अपना संपर्क अधिक आक्रामकता दिखते हुए रोज बढ़ाते चले।
७) अपर्याप्त फॉलो अप : अपर्याप्त तथा अधिक फॉलो अप दोनों को भी उचित नहीं कहा जा सकता। आपको इन दोनों में अच्छी तरह से संतुलन बनाए रखना चाहिए।
८) हर चीज पे ध्यान दे : आपका ध्यान हर एक चीज पे एक ही समय पे होना चाहिए जैसे की रिज्यूमे, इंटरव्यू के अभिप्राय, खोज परियोजना और पूरा कैरियर। अगर आप ऐसा सोचता हैं की आज इस चीज पे ध्यान दूंगा और कल किसी अलग चीज पर तो आपको यह महंगा पड़ सकता हैं।
९) कार्यशीलता का अभाव : आपको उचित तथा नियमित रूप से अपनी रोजगार की संभावनाओं के बारे में कार्यशील रहना चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करते हो तो आपके लिए वो अलाभदायी होगा।
१०) धन संचय का अभाव: भगवान ना करे लेकिन ऐसा हो सकता हैं की आपकी नौकरी अचानक से चली जाए। भला आज कल की भाग दौड़ भरी जिंदगी के बारे में गारंटी किस चीज की मिलती हैं ? तो आपको इस चीज के लिए भी तैयार रहना होगा। आपके पास कुछ धनसंचय होना चाहिए जो आपके ऐसे कठिन प्रसंग में काम आए। अगले जॉब तक आपका धनसंचय आपको बचा सकता हैं। और आपके पास ऐसी कोई राशि न हो तो यह चीज आपके जॉब की खोज यात्रा में बाधा डालेगी।
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