वाराणसी। राजा टोडरमल के वंशज व सन्मार्ग अख़बार के 84 वर्षीय संपादक आनंद बहादुर सिंह ने देश में पत्रकारिता के गिरते स्तर के लिए मीडिया हाऊसों के मालिकों को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि अखबारों और चैनेलों पर समाचार के प्रकाशन और प्रसारण में अब पत्रकारों की सहभागिता कम हो गयी है।
जनपद के भदैनी स्थित अपने आवास पर विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि देश की आजादी में बड़ी भूमिका निभाने वाले चौथे स्तम्भ के रूप में स्थापित मीडिया हाऊसों के मालिक अब व्यवसाय का जरिया मान लिए हैं। देशहित और जनहित के समाचारों को विज्ञापन से तौला जाने लगा है। समाज में अनैतिक कार्य करने वाले समाचार पत्रों और चैनलों को विज्ञापन भेजकर खुद को महफूज समझते हैं और जनता और समाज से खिलवाड़ करते हैं।
उन्होंने कहा कि सिस्टम और समाज में हो रहे अनैतिक कार्य को जनता तक पहुंचाने और सरकार की कुम्भकर्णी निद्रा तोड़ने का मीडिया एक सशक्त माध्यम है लेकिन जब मीडिया अपने स्तर को गिरा देगा तो इस समाज का कल्पना करना मुश्किल है। धीरे-धीरे मीडिया में कारपोरेट जगत की इंट्री होने से पत्रकारिता अपनी विश्वसनीयता खो चुकी है। कुछ पत्रकार भी अपना धर्म भूलकर दलाली में उतर आए हैं लेकिन अभी भी ऐसे पत्रकार हैं, जो खुलकर लिखना-पढ़ना चाहते हैं लेकिन वह मीडिया हाऊस के मालिकों के हस्तक्षेप के कारण बंदिशों में जकड़े हुए हैं।
श्री सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार को मीडिया जगत में अनैतिक कार्यों में लिप्त और भ्रष्टाचारियों को आने से रोकना चाहिए। यदि ऐसा नहीं होता है तो यह देश और समाज के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
अवनिन्द्र कुमार सिंह से संपर्क [email protected]
Vibha
August 20, 2015 at 5:55 pm
सौ टके की बात कही है आनन्द जी ने। किसी के समझ में आये या नहीं, वो अलग बात है!